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इंफाल17 मिनट पहलेलेखक: सत्यनारायण मिश्र
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![मणिपुर पुलिस का आर्म्स डाउन प्रोटेस्ट जारी है। लगभग 1000 पुलिस कमांडोज ने हथियार नहीं उठाए। - Dainik Bhaskar](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/03/01/ezgifcom-animated-gif-maker-3_1709246124.gif?resize=696%2C522&ssl=1)
मणिपुर पुलिस का आर्म्स डाउन प्रोटेस्ट जारी है। लगभग 1000 पुलिस कमांडोज ने हथियार नहीं उठाए।
मणिपुर पुलिस कमांडोज के हथियार सरेंडर करने के बाद राज्य में हालात फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। सीएम के साथ बैठक में 6 हिंसाग्रस्त जिलों के कलेक्टरों ने शांति बनाने के लिए असम राइफल्स और सेना की मांग की है। इनमें पहाड़ी जिलों थाउबाल, कांग्पोकपी, चूराचांदपुर, बिष्णुपुर, टेंग्नोपोल शामिल हैं। प्रशासन की मांग है कि यहां 5 मार्च तक सेना को तैनात किया जाए।
दूसरी ओर, गुरुवार को मणिपुर विधानसभा ने कुकी उग्रवादियों के साथ जारी सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन (SoO) समझौता रद्द करने का प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेज दिया है। इसके तहत सुरक्षा बल और उग्रवादी संगठन एक-दूसरे पर हमले नहीं करते थे, लेकिन अब सुरक्षा बल हमले का जवाब दे सकेंगे। हालांकि केंद्र अभी भी कुकी संगठनों से बातचीत कर रहा है।
![इम्फाल पूर्वी जिले के सबुंगखोक खुनाओ चानुंग रिज पर जब्त हथियारों और गोला-बारूद के साथ असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस के जवान।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/03/01/manipur-19_1709242941.jpg?resize=696%2C522&ssl=1)
इम्फाल पूर्वी जिले के सबुंगखोक खुनाओ चानुंग रिज पर जब्त हथियारों और गोला-बारूद के साथ असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस के जवान।
अभी मणिपुर के पहाड़ी जिलों में अफस्पा लागू
इंफाल वैली और आसपास के इलाकों में बीते कुछ दिनों में हालात बिगड़े हैं। ये इलाके उन 19 थाना क्षेत्रों में आते हैं, जहां सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (अफस्पा) लागू नहीं है। बाकी पहाड़ी जिलों में यह कानून लागू है। इससे सुरक्षा बलों को सीधे कार्रवाई का हक मिल जाता है।
जिन 19 थाना क्षेत्रों को AFSPA से अलग रखा गया है, उनमें इंफाल, लेंफेल, सिटी, सिंग्जमेई, सेकमई, लामसांग, पत्सोई, वांगोई, पोरोमपट, हेंगेंग, लामलाई, इरिलबुंग, लेमखोंग, थोबुल, बिष्णुपुर, नांबोल, मोइरोंग, काकचिंग और जिरिबम शामिल हैं।
क्या है AFSPA
सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) को केवल अशांत क्षेत्रों में लागू किया जाता है। इन जगहों पर सुरक्षाबल बिना वारंट के किसी को भी गिरफ्तार कर सकते हैं। कई मामलों में बल प्रयोग भी हो सकता है। पूर्वोत्तर में सुरक्षाबलों की सहूलियत के लिए 11 सितंबर 1958 को यह कानून पास किया गया था।
1989 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद बढ़ने पर यहां भी 1990 में अफस्पा लागू कर दिया गया। अशांत क्षेत्र कौन-कौन से होंगे, ये भी केंद्र सरकार ही तय करती है।
1000 पुलिस कमांडोज ने नहीं उठाए हथियार
सूत्रों के मुताबिक प्रशासन ने 28 फरवरी को खत्म हुए SoO पर फैसला नहीं लिया है। मणिपुर में 32 कुकी विद्रोही समूह हैं। इनमें से 25 SoO के अधीन हैं। गुरुवार को आईजीपी के कबीबी ने कहा कि यदि हमें फर्ज निभाने से रोका गया तो पूरे मणिपुर में अफस्पा लागू करने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं होगा।
![मणिपुर पुलिस के कमांडोज ने हथियार डालकर ASP अमित मायेंगबाम की किडनैपिंग के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/03/01/comp-551709110672_1709244136.gif?resize=500%2C375&ssl=1)
मणिपुर पुलिस के कमांडोज ने हथियार डालकर ASP अमित मायेंगबाम की किडनैपिंग के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।
उधर, उग्रवादियों पर जवाबी कार्रवाई की छूट मांग रहे पुलिस के 1000 कमांडोज ने गुरुवार को भी हथियार नहीं उठाए। यह विरोध 27 फरवरी को 200 हथियारबंद लोगों के इंफाल पूर्वी जिले के वांगखेई में एडीशनल एएसपी एम अमित सिंह के अपहरण के बाद लिया है। हालांकि बाद में सुरक्षा बलों ने उन्हें बचा लिया था। पढ़ें पूरी खबर…
मणिपुर में अब तक 200 से ज्यादा मौतें, 1100 घायल
राज्य में 3 मई 2023 से कुकी और मैतेई के बीच जारी जातीय हिंसा में 200 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। राज्य में अब तक 65 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
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मैतेई को ST दर्जा देने पर विचार नहीं होगा:मणिपुर हाईकोर्ट ने फैसले से विवादित पैरा हटाया, इसी आदेश पर हिंसा भड़की थी
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मणिपुर हाईकोर्ट ने मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) सूची में शामिल करने पर विचार करने के आदेश को रद्द कर दिया है। जस्टिस गोलमेई गैफुलशिलु की बेंच ने आदेश से एक पैराग्राफ को हटाते हुए कहा कि यह सुप्रीम कोर्ट की कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच के रुख के खिलाफ था। पूरी खबर पढ़ें
मणिपुर के 2 गांवों से भारी मात्रा में हथियार बरामद
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मणिपुर पुलिस ने 26 फरवरी को चुराचांदपुर जिले के दो गांवों से भारी मात्रा में हथियार, मोर्टार और गोला-बारूद बरामद किया। इसके अलावा 1200 रुपए के नकली नोट भी जब्त किए। इसके अलावा इंफाल पश्चिम जिले के कीसंपत जंक्शन से 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से दो राइफल्स जब्त की गईं। पढ़ें पूरी खबर…
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