मॉस्को42 मिनट पहले

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रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सबसे बड़े विरोधी एलेक्सी नवलनी की 16 फरवरी को जेल में मौत हो गई थी। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सबसे बड़े विरोधी एलेक्सी नवलनी की 16 फरवरी को जेल में मौत हो गई थी। (फाइल फोटो)

रूस के पूर्व विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की मौत पर सियासत गरमाई हुई है। इस बीच ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट व्लादिमीर ओसेकिन ने दावा किया है कि नवलनी की हत्या दिल पर एक मुक्का मारकर की गई होगी। इस तरीके का इस्तेमाल रूस की खुफिया एजेंसी केजीबी करती है।

NDTV की रिपोर्ट्स के मुताबिक, व्लादिमीर ओसेकिन ह्यूमन राइट्स ग्रुप गुलुगु डॉट नेट के फाउंडर हैं और उन्होंने यह दावा उसी जेल के एक सोर्स के हवाले से किया है।

इधर, नवलनी का शव शनिवार की रात उनकी मां को सौंप दिया गया। उनकी प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर इसकी पुष्टि की। एलेक्सी की पत्नी यूलिया नवल्नाया ने पति का शव मिलने से कुछ घंटे पहले कहा था- पुतिन ने उन्हें जीते जी तो टॉर्चर किया ही, मौत के बाद भी यही कर रहे हैं।

दरअसल, रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सबसे बड़े विरोधी एलेक्सी नवलनी की 16 फरवरी को जेल में मौत हो गई थी। एक हफ्ता गुजरने के बाद भी रूसी सरकार ने परिवार को डेड बॉडी नहीं सौंपी थी। सरकार उनके परिवार पर बॉडी को सीक्रेट तरीके से दफनाने का दबाव बना रही थी।

ओसेकिन ने यह दावे टाइम्स ऑफ लंदन को दिए एक इंटरव्यू में किए हैं। (फोटो- एसोसिएटेड प्रेस)

ओसेकिन ने यह दावे टाइम्स ऑफ लंदन को दिए एक इंटरव्यू में किए हैं। (फोटो- एसोसिएटेड प्रेस)

ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट ओसेकिन के दो बड़े दावे

  1. एलेक्सी नवलनी के हार्ट पर मुक्का मारकर उनकी जान ली गई होगी। इस टेक्नीक का इस्तेमाल केजीबी करती थी, जिसके लिए उसे स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती थी। ​​​​​​ केजीबी सोवियत काल में एक बहुत ही खतरनाक इंटेलिजेंस एजेंसी थी, जिसका व्लादिमीर पुतिन भी हिस्सा रहे हैं। इसे दिसंबर 1991 में भंग कर दिया गया था। फिलहाल इस एजेंसी को फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FSB) के नाम से जाना जाता है।
  2. सोशल एक्टिविस्ट ने जेल सोर्स के हवाले से दावा किया कि नवलनी हत्या करने से पहले उन्हें कमजोर करने के लिए शून्य से नीचे के तापमान में घंटों तक रखा गया। जब उनका ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो गया तो उनके हार्ट पर अटैक किया गया। ऐसा करने से किसी को मारना आसान हो जाता है।

नवलनी की पत्नी बोलीं- पुतिन सच्चे क्रिश्चियन नहीं

  • यूलिया ने शनिवार को एक वीडियो बयान में कहा था- हमें अब तक एलेक्सी का शव नहीं सौंपा गया है। पुतिन तो क्रिश्चियानिटी का भी मजाक बना रहे हैं। हमारे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है कि एलेक्सी के शव को चुपचाप दफना दिया जाए। इस सरकार ने मेरे पति को जिंदा रहते तो टॉर्चर किया ही, मौत के बाद भी यही कर रही है।
  • यूलिया ने आगे कहा- कोई भी सच्चा क्रिश्चियन वो नहीं कर सकता, जो पुतिन कर रहे हैं। वो मुझे बताएं कि मेरे पति के शव का आखिर वो क्या करना चाहते हैं। एक आदमी की जान लेने के बाद भी क्या कोई इस हद तक गिर सकता है।
  • दूसरी तरफ, पुतिन के स्पोक्सपर्सन दिमित्री पेस्कोव ने एक बयान जारी किया। कहा- नवलनी की मौत के लिए प्रेसिडेंट को जिम्मेदार ठहराना गलत है। उनकी मौत कैद में अचानक हुई।
पति एलेक्सी के साथ यूलिया की यह तस्वीर अगस्त 2019 की है। एलेक्सी की 16 फरवरी को जेल में मौत हो गई थी।

पति एलेक्सी के साथ यूलिया की यह तस्वीर अगस्त 2019 की है। एलेक्सी की 16 फरवरी को जेल में मौत हो गई थी।

नवलनी की मौत पर नया खुलासा
रूस पर नजर रखने वाली वेबसाइट ‘नोवाया यूरोप’ ने नवलनी के साथ जेल में रहे एक कैदी के हवाले से इस नेता की मौत पर नया दावा किया है। इसके मुताबिक नवलनी की मौत की जानकारी भले ही 16 फरवरी को दी गई, लेकिन सच्चाई यह है कि उनकी मौत काफी पहले ही हो चुकी थी। सबसे पहले वहां से तमाम सबूत मिटाए गए और इसके बाद दुनिया को नवलनी की मौत के बारे में जानकारी दी गई। एंटी करप्शन एक्टिविस्ट नवलनी रूस की सबसे खतरनाक जेल पोलर वुल्फ में कैद थे।

IK-3 में कैद थे नवलनी

  • पोलर वुल्फ जेल को रूस में IK-3 पीनल कॉलोनी कहा जाता है। यहां के किसी कैदी से संपर्क करना बेहद मुश्किल है। इसके लिए मॉस्को में मौजूद व्लादिमिर पुतिन सरकार से स्पेशल परमिशन लेनी होती है। नोवाया यूरोप वेबसाइट का दावा है कि उसने नवलनी के करीब की बैरक में कैद एक बंदी से संपर्क किया और उससे यह जानना चाहा कि नवलनी की मौत कैसे, किन हालात में हुई और उसके बाद क्या हुआ।
  • जवाब में इस कैदी ने कहा- हालात बहुत रहस्यमयी थे। आमतौर पर उस जेल में हालात बिल्कुल नॉर्मल रहते हैं, लेकिन नवलनी की मौत का ऐलान किए जाने से एक रात पहले स्थिति बिल्कुल अलग थी।
  • इस कैदी ने बताया- आमतौर पर उस जेल में बैरकों की चेकिंग नहीं होती। अगर कभी मॉस्को से कोई टीम चेकिंग के लिए आती भी है तो शेड्यूल तय रहता है और कई बार तो हमें एक महीने पहले ही इसकी जानकारी वहां का स्टाफ दे देता है। हम मोबाइल फोन, हीटर और ऐसी ही कई चीजें आसानी से इस्तेमाल करते हैं, लेकिन 15 फरवरी की शाम अचानक स्टाफ आया और हर चीज को हटा दिया गया।
  • इस कैदी के मुताबिक उस दिन कैदियों की गिनती भी नहीं हुई। सभी को बैरक में बंद कर दिया गया और बाहर की तमाम लाइट्स बंद कर दी गईं। हर बैरक के बाहर गार्ड तैनात कर दिए गए। हालांकि अगले दिन शनिवार की छुट्टी थी और आमतौर पर उस दिन गार्ड्स और कैदी कुछ न कुछ सेलिब्रेशन करते हैं।
नवलनी को पहली बार 2014 में जेल की सजा हुई थी। 15 फरवरी को नवलनी की ऑनलाइन सुनवाई हुई थी, इसका एक वीडियो टेलीग्राम पर शेयर किया गया था।

नवलनी को पहली बार 2014 में जेल की सजा हुई थी। 15 फरवरी को नवलनी की ऑनलाइन सुनवाई हुई थी, इसका एक वीडियो टेलीग्राम पर शेयर किया गया था।

रात में सिर्फ गाड़ियों की आवाज

  • इस कैदी ने आगे कहा- उस रात कुछ तो अलग था। अचानक कई गाड़ियों की आवाज आने लगी। बाहर सिर्फ खिड़कियों से देखा जा सकता था। इन्हें बंद कर दिया गया और तमाम लाइट्स भी ऑफ थीं। ये जरूर लग रहा था कि कुछ हुआ है। पूरी रात गाड़ियों के आने-जाने की आवाजें आती रहीं। सिर्फ सुबह एक बार एंबुलेंस के सायरन की आवाज आई। कुछ देर बाद हमें पता लगा कि नवलनी की मौत हो चुकी है।
  • इस कैदी का नाम नहीं बताया गया है। वो आगे कहता है- हालात और वहां हो रहे एक्शन से मुझे लगा कि नवलनी की मौत उस दिन नहीं, बल्कि काफी पहले ही हो चुकी थी। उस रात तो सिर्फ सबूत मिटाने की कवायद थी। इसके अलावा एक हैरानी वाली बात सभी कैदियों ने नोट की। दरअसल, नवलनी की मौत का जैसे ही ऐलान हुआ, उस जेल के चीफ वॉर्डन और सिक्योरिटी ऑपरेशन हेड के चेहरे का रंग उड़ा हुआ था। वो बहुत घबराए हुए थे।
  • इस कैदी ने कहा- कुछ देर बाद हमें बताया गया कि मॉस्को से जेल एडमिनिस्ट्रेशन के आला अफसर आ रहे हैं। वो आए, लेकिन सिर्फ नवलनी की बैरक में गए। रिपोर्ट के मुताबिक यह तय है कि उस जेल के वॉर्डन वादिम कालिनिन और उनके जूनियर्स को कुछ ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया था, जो हकीकत में वो करना नहीं चाहते थे।
एलेक्सी नवलनी को पुतिन का सबसे बड़ा सियासी विरोधी कहा जाता था। पुतिन ने अब तक इस मामले में खुलकर कुछ नहीं कहा है। (फाइल)

एलेक्सी नवलनी को पुतिन का सबसे बड़ा सियासी विरोधी कहा जाता था। पुतिन ने अब तक इस मामले में खुलकर कुछ नहीं कहा है। (फाइल)

अब तक क्या सामने आया

  • नवलनी की जेल में मौत की खबर रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी तास ने दी थी। वो रूस की सबसे खतरनाक जेल पोलर वुल्फ में कैद थे। उनकी मौत रूस में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से ठीक एक महीने पहले हुई है।
  • रूस में 15 से 17 मार्च तक चुनाव होंगे। नवलनी को 2021 में 19 साल कैद की सजा सुनाई गई थी। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया था कि राष्ट्रपति पुतिन को विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी की मौत की जानकारी दी गई।
  • 2 महीने पहले यानी दिसंबर में उनके पोलर वुल्फ जेल में कैद होने की बात सामने आई थी। इससे पहले वो 2 हफ्ते गायब थे। आर्कटिक की जिस जेल में उन्हें रखा गया था वहां पारा -28 डिग्री तक जाता है। उनके वकील ने कहा था कि उन्हें चुनाव से दूर रखने के लिए आर्कटिक की जेल में भेजा गया था।
  • रूस के जेल अधिकारियों ने कहा- नवलनी 16 फरवरी को बेहोश होकर गिर गए थे। उनकी तबीयत खराब थी, वो शाम को टहलकर वापस लौटे थे, जिसके बाद उन्होंने अच्छा महसूस नहीं होने की शिकायत की थी। इसके बाद वो बेहोश होकर गिर गए थे।
  • जेल अधिकारियों के मुताबिक, उन्होंने तुरंत मेडिकल टीम और एंबुलेंस को बुलाया था। हालांकि डॉक्टरों ने वहां पहुंचते ही नवलनी को मृत घोषित कर दिया। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया- पिछले हफ्ते उनकी तबीयत ठीक लग रही थी। 15 फरवरी को नवलनी की ऑनलाइन सुनवाई हुई थी, इसका एक वीडियो टेलीग्राम पर शेयर किया जा रहा है। इसमें नवलनी मजाक करते हुए दिखाई दिए थे।
  • उन्होंने खुद पर लगे जुर्माने पर मजाकिया लहजे में जज से कहा था- आपके फैसलों की वजह से मेरे पैसे खत्म होते जा रहे हैं। अपनी सैलरी का कुछ हिस्सा मुझे भी दे दीजिए।

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