पुंछ26 मिनट पहले
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कांग्रेस में चल रही उथल-पुथल के बीच कांग्रेस के पूर्व सदस्य डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) चेयरमेन गुलाम नबी आजाद का बयान सामने आया है। उन्होंने बुधवार (14 फरवरी) को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोगों की कमजोरियों और अहंकार के कारण सबसे पुरानी पार्टी खत्म हो रही है।
उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण का पार्टी से बाहर जाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। अब मैं इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता क्योंकि मैंने पार्टी छोड़ दी है। अब वो जाने उनका काम जाने।
आजाद ने कहा अशोक चव्हाण का कांग्रेस में महत्वपूर्ण योगदान है। उनके पिता भी कांग्रेस के बड़े नेता थे और केंद्रीय मंत्री भी थे। मेरे पास जो जानकारी है वह यह है कि आने वाले समय में और भी लोग पार्टी छोड़ेंगे। यह उनके (कांग्रेस) लिए एक बड़ा झटका है।
गुलाम नबी आजाद का कहा है कि आने वाले समय में और भी नेता कांग्रेस छोड़ेंगे।
यूपी और बंगाल जैसे बड़े राज्यों में कांग्रेस खत्म हो गई
आजाद ने कहा कि मेरा विधायी करियर महाराष्ट्र में शुरू हुआ। मैं वहीं से लोकसभा सदस्य भी था। मैं पहली बार महाराष्ट्र से ही राज्यसभा भी गया। भारत में केवल एक ही राज्य यानी महाराष्ट्र है जहां कांग्रेस को पुनर्जीवित किया जा सकता है। यूपी और बंगाल जैसे बड़े राज्यों में कांग्रेस खत्म हो गई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह पार्टी कुछ लोगों की कमजोरी और अहंकार के कारण खत्म हो रही है।
भाजपा 400 सीट जीती तो I.N.D.I.A के नेता जिम्मेदार होंगे
जम्मू-कश्मीर के पूर्व CM और DPAP चेयरमेन गुलाम नबी आजाद ने 10 फरवरी को कहा था कि लोकसभा चुनाव में भाजपा 400 सीट का आंकड़ा पार करती है तो इसके जिम्मेदार I.N.D.I.A के वो नेता होंगे, जो गठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं।
उन्होंने कहा था कि मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं जो बता सकूं कि लोकसभा चुनाव में भाजपा 400 का आंकड़ा पार करेगी या नहीं। ऐसा होता है तो इसका जिम्मेदार I.N.D.I.A ब्लॉक ही होगा।
उन्होंने ये भी कहा कि मैं न तो कांग्रेस के करीब हूं और न ही भाजपा के। अगर भाजपा कुछ भी गलत कर रही है तो मैं उनकी आलोचना करने वाला पहला व्यक्ति हूं। इसी तरह कांग्रेस कुछ भी सही कर रही है तो मैं उनकी तारीफ करता हूं। पूरी खबर पढ़ें
अशोक चव्हाण ने छोड़ी कांग्रेस, बीजेपी में शामिल हुए
चव्हाण दिसंबर 2008 से नवंबर 2010 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। उनके पिता शंकरराव चव्हाण भी CM रह चुके हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अशोक चव्हाण 13 फरवरी भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ कांग्रेस के पूर्व MLC अमर राजुलकर ने भी भाजपा की सदस्यता ली थी। डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने दोनों को पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।
भाजपा में आने से एक दिन पहले 12 फरवरी को चव्हाण ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था, इसके अलावा उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से भी रिजाइन कर दिया था। पार्टी छोड़ने को लेकर उन्होंने कहा था कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है। अगले दो दिन में वो आगे का फैसला लेंगे।
चव्हाण ने कहा था कि आज मैं अपने राजनीतिक करियर की एक नई यात्रा शुरू करने जा रहा हूं। मैं BJP में शामिल होने जा रहा हूं। मैं महाराष्ट्र भाजपा कार्यालय में डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता लूंगा। पूरी खबर पढ़ें
14 जनवरी: मिलिंद देवड़ा शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हुए
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से कुछ घंटे पहले 14 जनवरी को मिलिंद देवड़ा ने शिवसेना (शिंदे गुट) जॉइन कर ली। मिलिंद, दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे मुरली देवड़ा के बेटे हैं। मिलिंद ने इस्तीफे की जानकारी सोशल मीडिया पर दी थी। पूरी खबर पढ़ें
10 फरवरी: बाबा सिद्दीकी कांग्रेस छोड़कर NCP अजित गुट में शामिल हुए
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी 10 फरवरी को अजित पवार की नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गए। सिद्दीकी ने मुंबई में डिप्टी CM अजित पवार और NCP के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल सहित दूसरे नेताओं की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की। उन्होंने 8 फरवरी को कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। पूरी खबर पढ़ें