2 घंटे पहले
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खानपान या लाइफस्टाइल में गड़बड़ी के कारण पाचन संबंधित समस्याएं होने लगती हैं। पाचन सही न होना किन बीमारियों का लक्षण हो सकता है इसके बारे में बता रही हैं मुंबई के ज़िनोवा शाल्बी हॉस्पिटल की इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. उर्वी माहेश्वरी।
पाचन तंत्र में गड़बड़ी बीमारियों का लक्षण अगर आपका हाजमा लंबे समय से सही नहीं है तो इसे हल्के में न लें। ये बीमारियों का संकेत भी हो सकता है।
बार बार कब्ज की समस्या
अगर आपको बार बार कब्ज की समस्या हो जाती है तो समझ लीजिए कि आपका पाचन सही नहीं है। कब्ज से राहत पाने के लिए अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान दें।
डाइट में फाइबर की कमी, पानी कम पीना, योग व एक्सरसाइज न करना, हार्मोनल बदलाव, नींद की कमी, चिंता और तनाव से भी कब्ज की समस्या शुरू हो जाती है। इन सब बातों पर ध्यान देकर कब्ज और हाजमे से संबंधित समस्याओं से बचा जा सकता है।
गैस-एसिडिटी
पाचन सही न होने पर गैस, एसिडिटी, पेट फूलना जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। गैस-एसिडिटी होने पर डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ा दें। फल और सब्जियों का ज्यादा सेवन करें, पानी खूब पिएं। दिनभर एक्टिव रहें, तनाव-चिंता से बचने के लिए योग और एक्सरसाइज को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। साथ ही पर्याप्त नींद लेना भी बेहद जरूरी है।
एक्जिमा की वजह जानें
चेहरे पर अचानक मुंहासे हो जाना, स्किन ड्राई नजर आना, एक्जिमा जैसी स्किन प्रॉब्लम हो जाना, ये सब हाजमा सही न होने के संकेत हो सकते हैं। ऐसे में इन स्किन प्रॉब्लम्स के सही इलाज के साथ ही इस बात पर ध्यान देना भी जरूरी है कि कहीं ये डाइजेशन सही न होने के कारण तो नहीं हो रहा है। ऐसी स्थिति में सबसे पहले पाचन की समस्या का इलाज जरूरी है।
अनिद्रा
अगर आप रातभर ठीक से सो नहीं पाते, बेचैन रहते हैं तो पहले इस बात का पता कर लें कि कहीं आपका हाजमा तो खराब नहीं है। जिनका पेट साफ नहीं रहता, उन्हें अक्सर गैस, एसिडिटी, पेट फूलना, कब्ज की समस्या रहती है। इस समस्याओं का असर व्यक्ति की नींद पर भी पड़ता है। पाचन सही न होने के कारण अनिद्रा की समस्या हो सकती है। ऐसे में पहले डाइजेशन की समस्या का इलाज करके नींद न आने की तकलीफ को दूर किया जा सकता है।
ये थकान हानिकारक है
रात में अच्छी नींद लेने के बावजूद अगर सुबह उठकर थकान महसूस करते हैं तो ये थकान नॉर्मल नहीं है। इसका संबंध आपकी पाचन समस्या से हो सकता है। पर्याप्त आराम करने के बावजूद थकान रहना अच्छे संकेत नहीं हैं। इसे नजरअंदाज न करें। आपको डॉक्टर से अपनी समस्या बताकर सही इलाज कराना चाहिए।
सांसों की बदबू
सांसों की बदबू भले ही साधारण बात लगे। लेकिन इसके कारणों पर ध्यान न दिया गया तो ये बड़ी समस्या बन सकती है। दिन में दो बार ब्रश करने के बावजूद मुंह से बदबू आना पाचन तंत्र के सही न होने का संकेत है। इसके लिए सबसे पहले पाचन संबंधी समस्या के बारे में जानना जरूरी है।
सांसों की बदबू दांतों से संबंधित समस्याओं जैसे दांतों में सड़न, मसूड़ों में सूजन आदि। इस समस्या पर समय पर ध्यान न देने से आगे चलकर हार्ट संबंधित समस्याएं तक हो सकती हैं।
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दही-चावल खाने का सही तरीका, मिश्री या सेंधा नमक मिलाकर खाएं; गर्मियों का सुपर फूड वजन घटाए, बॉडी रखे कूल
दही-चावल अपने आप में संपूर्ण भोजन है। इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व इसे पावर फूड बनाते हैं। दही-चावल खाने के कई फायदे हैं। खासकर गर्मियों के दिनों में न इसका सेवन अधिक लाभकारी है।
दही खाने के बाद पेट भरे होने का एहसास होता है और लंबे समय तक भूख नहीं लगती। इससे वजन कंट्रोल करने में आसानी होती है। रोजाना दही खाने से फिटनेस भी बनी रहती है और स्किन की चमक भी बढ़ जाती है।
गर्मियों में दही-चावल खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। दही प्रोटीन और प्रोबायोटिक का बेहतरीन स्रोत है। चावल में मौजूद कार्ब एनर्जी देता है। दोपहर में दही-चावल खाने से पेट की गर्मी शांत होती है। दही-चावल खाने का सही तरीका बता रही हैं मेडिका हॉस्पिटल, रांची की सीनियर डाइटीशियन डॉ. विजयश्री प्रसाद। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
सत्तू बनाए फौलादी, गर्मियों में सत्तू पीने से एसिडिटी, गैस और अपच से राहत; त्वचा जवां बनाए, बाल चमकाए, ज्यादा न खाएं
सत्तू चना, जौ या मटर की दाल को भूनकर पीसा गया एक ऐसा हेल्दी पाउडर है जो तेजी से प्रोटीन पाउडर का विकल्प बनता जा रहा है। सर्दियों में सत्तू पराठा पसंद किया जाता है तो गर्मियों में घोलकर पिया जाता है। कई युवा अब जिम के बाद प्रोटीन पाउडर के बदले सत्तू का घोल पीने लगे हैं।
गर्मियों में सत्तू पीना बहुत फायदेमंद है। ये शरीर में ठंडक बनाए रखने के साथ साथ पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। सत्तू का पूरा लाभ उठाने के लिए सुबह खाली पेट इसे घोलकर पिएं। सत्तू में काला नमक मिलाकर इसे ज्यादा हेल्दी बनाया जा सकता है। गर्मियों में रोजाना सत्तू पीने से ठंडक और ताजगी का एहसास होता है।
गरीबों का प्रोटीन कहा जाने वाला सत्तू अब तक बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और पंजाब के लोगों के भोजन का अहम हिस्सा था। लेकिन प्रोटीन पाउडर के प्रति युवाओं के बढ़ते क्रेज ने अब देशभर में सत्तू को पॉपुलर बना दिया है। सत्तू किराने की दुकान से लेकर डिपार्टमेंटल स्टोर तक में मिलने लगा है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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