श्रीनगर7 मिनट पहले
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सुरक्षाबलों ने सोमवार को सुंजवान मिलिट्री स्टेशन के आसपास आतंकियों को ढूंढने का अभियान चलाया था।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों ने पुलिस बल पर फायरिंग की है। घटना यहां के थानामंडी इलाके के कहरोत गांव की है।
मंगलवार (3 सितंबर) की शाम थानामंडी में 10 से 12 गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी।
इससे पहले सोमवार सुबह जम्मू-कश्मीर के सुंजवान मिलिट्री स्टेशन पर आतंकियों ने सेना पर फायरिंग की थी। इसमें एक जवान शहीद हुआ था।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों ने मिलिट्री स्टेशन के बाहर से छिपकर स्नाइपर गन से गोलियां चलाई थीं।
जवान के घायल होने के बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। सेना और पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। ड्रोन से भी इलाके की निगरानी की जा रही है।
आतंकियों के ढूंढने के लिए इलाके की बिल्डिंग और आसपास जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
सांबा में 3 पिस्तौल और गोला-बारूद बरामद
जम्मू-कश्मीर के सांबा में सुरक्षाबलों ने 3 पिस्तौल और गोला-बारूद बरामद किया है। सुरक्षाबलों ने बताया कि ये हथियार ड्रोन से गिराए गए थे। BSF और पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है। सर्च ऑपरेशन भी तेज कर दिया गया है।
कुपवाड़ा में 5 दिन पहले 3 आतंकी ढेर हुए थे
जम्मू-कश्मीर में 5 दिन में यह दूसरा हमला है। इससे पहले 29 अगस्त को कुपवाड़ा में एनकाउंटर में 3 आतंकी मारे गए थे। इनमें दो टेररिस्ट माछिल और एक तंगधार में मारा गया था। सेना ने बताया था कि माछिल और तंगधार में 28-29 अगस्त की देर रात खराब मौसम के बीच संदिग्ध गतिविधि देखी गई थी। इसके बाद यहां सेना और पुलिस ने सर्चिंग शुरू की। इस दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई थी।
डोडा में 18 दिन पहले कैप्टन दीपक सिंह शहीद हुए थे
कैप्टन दीपक सिंह 14 अगस्त को डोडा में एनकाउंटर के दौरान शहीद हुए थे।
14 अगस्त को डोडा में आतंकियों से एनकाउंटर में राष्ट्रीय राइफल के आर्मी कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। वह डोडा में असार फॉरेस्ट एरिया में चल रहे एनकाउंटर में टीम को लीड कर रहे थे। एनकाउंटर में एक आतंकी मारा गया। 16 जुलाई को भी डोडा के डेसा इलाके में मुठभेड़ के दौरान एक कैप्टन समेत 5 जवान शहीद हुए थे।