मुंबई42 मिनट पहले
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अजित पवार जुलाई 2023 में NCP के आठ विधायकों के साथ भाजपा-शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए थे। (फाइल फोटो)
महाराष्ट्र के डिप्टी CM अजित पवार ने बारामती में एक रैली के दौरान कहा कि अगर मैं सीनियर (शरद पवार) के घर में पैदा होता, तो स्वाभाविक रूप से NCP का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाता और पूरी पार्टी मेरे नियंत्रण में होती। अजित ने पार्टी चुराने के आरोपों पर शरद पवार का नाम लिए बिना शुक्रवार को ये बयान दिया।
अजित ने रैली में बारामती से सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का नाम लिए बिना हमला किया। अजित ने कहा- कुछ लोग यह कहकर मुझे बदनाम कर रहे हैं कि मैं सत्तारूढ़ गठबंधन में इसलिए शामिल हुआ क्योंकि मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप थे। ऐसे नेता संसद में भाषण देकर लोगों की सेवा नहीं कर सकते।
अजित ने बारामती की रैली में पत्नी सुनेत्रा को अगले लोकसभा चुनाव में बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ उतारने का संकेत भी दिया। उन्होंने लोगों से अपील की- बारामती सीट के लिए मैं जिस उम्मीदवार का नाम तय करूंगा, उसके लिए यह पहला चुनाव होगा… अपना वोट ऐसे डालें जैसे आप अजित पवार को वोट दे रहे हों।
इस मामले में जब शरद पवार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा- यह लोकतंत्र है, इसलिए हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है। यही बात शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी रिपीट की। सुले साल 2009 से बारामती से सांसद हैं। इससे पहले उनके पिता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के संस्थापक शरद पवार यहां से 1996 और 2004 में सांसद रह चुके हैं।
बारामती में NCP के सिंबल के साथ डिप्टी CM अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार की तस्वीरें।
बारामती सीट को लेकर अजित के 2 बयान
- अजित पवार ने बारामती क्षेत्र के लोगों से कहा कि कई नेता आपसे इमोशनल अपील करेंगे, लेकिन आपको कतई भावुक नहीं होना है। कुछ लोग आपको इमोशनल करके वोट मांगेंगे, लेकिन आपको तय करना है कि इमोशनल न होकर विकास के नाम पर वोट देना है।
- पिछले तीन-चार बार से आप जिसे चुन रहे हैं, उसकी तुलना में यहां से चुना जाने वाला नया कैंडिडेट और ज्यादा विकास कार्य करेगा।
कौन हैं सुनेत्रा पवार?
60 साल की सुनेत्रा पवार भले ही अब तक सक्रिय राजनीति से दूर रही हैं, लेकिन उनके भाई पदमसिंह पाटिल पूर्व मंत्री हैं। जबकि उनके भतीजे राणा जगजीतसिंह पदमसिंह पाटिल उस्मानाबाद से भाजपा के विधायक हैं। उनके बड़े बेटे पार्थ ने मावल से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन असफल रहे थे।
अजित पवार ने शरद से नाता तोड़ा
अजित पवार पिछले साल 2 जुलाई को NCP के आठ विधायकों के साथ भाजपा-शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए थे। इसी दिन शिंदे सरकार में अजित ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद NCP दो धड़ों में बट गई थी। एक गुट अजित पवार और दूसरा शरद पवार का हो गया था।
2 जुलाई 2023 को राजभवन में डिप्टी CM पद की शपथ लेने के बाद अजित पवार।
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अजित पवार गुट के विधायक अयोग्य नहीं: स्पीकर ने सभी याचिकाओं को खारिज किया
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शरद गुट की पार्टी का नाम NCP शरदचंद्र पवार हुआ: राज्यसभा चुनाव में इसी नाम से उतरेगी
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