1 घंटे पहले

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इस बार अक्षय तृतीया पर शादियों के लिए मुहूर्त नहीं है, लेकिन सोना खरीदना खास रहेगा। ज्योतिषियों के मुताबिक सुबह 9 से रात 9.30 तक सोना खरीद सकते हैं। इसके लिए 3 मुहूर्त रहेंगे।

सोने की कीमतों में आ रही तेजी देखकर बिजनेस एक्स्पर्ट्स का कहना है कि इस अक्षय तृतीया पर सोना खरीदा तो अगले साल 20% तक रिटर्न मिल सकता है।

पिछले एक साल में 10 हजार रुपए महंगा हुआ सोना
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार पिछली अक्षय तृतीया पर सोना 60,191 रुपए 10 ग्राम था। जो अब 72,000 रुपए पर पहुंच गया है। यानी बीते एक साल में सोना ….. रुपए (20%) महंगा हुआ है।

सोने में यही तेजी जारी रही तो अगली अक्षय तृतीया तक सोना 85 हजार के पार निकल जाएगा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक भी ये ट्रेंड जारी रहने की संभावना है। इस कारण सालभर में 20% तक रिटर्न मिल सकता है।

2030 तक सोना 1.68 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम होने की संभावना
विघ्नहर्ता गोल्ड के चेयरमैन महेंद्र लुनिया का कहना है कि 2030 तक सोने के दाम 1.68 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं। सोने की कीमतों में उछाल के कारणों में भू-राजनीतिक तनाव से लेकर वैश्विक आर्थिक मंदी जैसे फैक्टर्स हैं।

लॉन्ग टर्म के लिए सोने में निवेश फायदेमंद रहता है। 2020 में सोना 48,800 रुपए प्रति 10 ग्राम पर था जो अब 72 हजार पर पहुंच गया है। बीते 5 सालों की बात करें तो सोने ने कुल 50% का रिटर्न दिया है। इसे साल के हिसाब से जोड़ा जाए तो सालाना 10% रिटर्न होता है।

तीन तरीके से सोने में निवेश करने पर मिल सकता है फायदा…

आप इस बार अक्षय तृतीया पर सोने में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो फिजिकल गोल्ड जैसे ज्वैलरी या सोने के बिस्किट-सिक्कों के अलावा भी अन्य तरीकों से पैसा लगा सकते हैं। इसमें आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। पैसों की जरूरत पड़ने पर इसे आसानी से बेच सकेंगे और इस पर लोन भी ले सकते हैं।

पहला: गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (गोल्ड ETF)
इसमें सोने को शेयर की तरह खरीदने की सुविधा होती है। ये एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड हैं। जिन्हें स्टॉक एक्सचेंज पर खरीदा और बेचा जा सकता है। इस फंड की कीमत ​फिजिकल गोल्ड से कुछ कम-ज्यादा हो सकती है।

दूसरा: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भी अच्छा ऑप्शन

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक सरकारी बॉन्ड होता है। जिसे सरकार समय-समय पर जारी करती है। इसकी कीमत सोने के वजन के हिसाब से होती है। बॉन्ड 1 ग्राम सोने का है, तो 1 ग्राम सोने की कीमत जितनी होगी उतनी ही बॉन्ड की कीमत होगी। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में इश्यू प्राइस पर हर साल 2.50% का तय ब्याज मिलता है। इसमें निवेश के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी होता है।

तीसरा: फिजिकल गोल्ड
फिजिकल गोल्ड में निवेश यानी सोने के बिस्किट या सिक्के खरीदना। एक्सपर्ट्स का मानना है ज्वेलरी खरीदना सोने में निवेश का सही तरीका नहीं हैं, क्योंकि इस पर जीएसटी और मेकिंग चार्ज लगता है। इस कारण ज्यादा पैसा चुकाना पड़ता है। ज्वेलरी बनवाने पर 24 कैरेट सोने में निवेश नहीं हो पाता, क्योंकि 24 कैरेट शुद्धता सोने की ज्वेलरी नहीं बनती।

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