हमारे सोलर सिस्टम (Photo voltaic System) से बाहर भी एक दुनिया है. जो बेहद रहस्य और रोमांच से भरी है. जिसके बारे में नए नए खुलासे भी होते हैं और वो बेहद चौंकने वाले होते हैं. हाल ही में एस्ट्रोनॉमर्स (Astronomers) ने ऐसा ही एक खुलासा किया है. जिसके मुताबिक इस सोलर सिस्टम से बाहर एक ऐसी दुनिया भी है जिसका एक हिस्सा सितारों में ही कैद रहता है. इसका मतलब ये है कि इस दुनिया का एक हिस्सा हमेशा रोशनी से जगमगाता है और दूसरे हिस्से में हमेशा ही अंधेरा रहता है. किसी दूसरे सोलर सिस्टम में पहली बार वैज्ञानिकों को ऐसा प्लेनेट मिला है.
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ये है ग्रह का नाम
एस्ट्रोनॉट की नई रिसर्च The Astrophysical Journal में पब्लिश इस रिसर्च के मुताबिक चैनल का नाम है LHS 3844b या Kua’kua. ये ग्रह (planet) अपनी लाइफ को सपोर्ट करने के लिए अपने स्टार के बहुत करीब बताया जा रहा है. एस्ट्रोनॉट इस खोज को खासा इंपोर्टेंट मान रहे हैं. इसके आधार पर ये माना जा रहा है कि अपने सितारों में कैद कुछ प्लैनेट्स हमारी गैलेक्सी (galaxy) में भी हो सकते हैं.
क्या होती है टाइडल लॉकिंग (Tidal locking)
टाइडल लॉकिंग का अर्थ समझना है तो चांद को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है. चांद भी पृथ्वी की तरफ हमेशा सेम ही साइड में नजर आता है. इसकी वजह है पृथ्वी का ग्रेविटेशनल फोर्स जो चांद के रोटेशन की स्पीड को घटा देता है. ऐसे एक्सोप्लेनेट जो अपने स्टार्स के बहुत नजदीक होते हैं उनके टाइडल लॉकिंग की संभावना ज्यादा होती है. क्योंकि स्टार्स के ग्रेविटेशनल फोर्स के चलते उनकी स्पीड पर असर पड़ता है. नए ग्रह के टाइडल प्लेनेट होने के नतीजे पर साइंटिस्ट उसके तापमान की स्टडी करने के बाद पहुंचे हैं.
रिसर्चर ने बिना एटमॉस्फियर वाले एक्सोप्लेनेट का एक मॉडल तैयार किया है. उसे Kua’kua के ऑब्जरवेशन से कंपेयर किया गया. ये ऑब्जरवेशन Spitzer Area Telescope से लिए गए. अगर कोई प्लेनेट अपने स्टार के साथ टाइडल लॉक में नहीं होता तो उसका तापमान लगातार बढ़ता जाता है. जिसके बाद वो इस नतीजे पर पहुंचे कि इस स्टडी के मुकाबले Kua’kua काफी ठंडा है. इस शुरुआती अध्ययन के बाद अब वैज्ञानिकों को आगे की रिसर्च के लिए ज्यादा पावरफुल टेलीस्कोप की जरूरत है.
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