नई दिल्ली6 मिनट पहले

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पैसेंजर अब फ्लाइट में बोडिंग के बाद लंबे समय तक उड़ान नहीं भरने की स्थिति पर उससे बाहर निकल सकेंगे। एविएशन सेफ्टी को देखने वाली संस्था ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) इसके लिए 30 मार्च को एक गाइडलाइन जारी की थी, जो अब लागू हो गई है।

BCAS के डायरेक्टर जनरल जुल्फिकार हसन ने आज 38वें स्थापना दिवस पर बोलते हुए इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस गाइडलाइन से पैसेंजर्स की परेशानी कम होगी और उन्हें फ्लाइट में बैठने के बाद घंटो तक उसमें नहीं बैठे रहना पड़ेगा। फ्लाइट की उड़ान में लंबी देरी होने या फ्लाइट में बैठने के बाद आपात स्थितियों में पैसेजर्स को एयरपोर्ट के डिपार्चर गेट से बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी।

गाइडलाइन लागू करने के लिए बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत
जुल्फिकार हसन ने कहा,’एयरपोर्ट ऑपरेटर्स को गाइडलाइन को लागू करने के लिए स्क्रीनिंग के साथ ही बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था करनी होगी। पैसेंजर्स को फ्लाइट से उतारने का निर्णय एयरलाइंस और उससे जुड़ी सिक्योरिटी एजेंसी ले सकेंगी।’

टारमैक पर डिनर करने की घटना के बाद जारी हुई यह गाइडलाइन
BCAS ने यह गाइडलाइन इसी साल जनवरी महीने में मुंबई एयरपोर्ट के टारमैक पर डिनर करने की घटना के बाद जारी की है। दरअसल, 14 जनवरी को इंडिगो की गोवा से दिल्ली जा रही फ्लाइट 6E2195 12 घंटे लेट उड़ान भरने के बाद मुंबई डायवर्ट कर दी गई थी।

फ्लाइट की देरी से पैसेंजर्स नाराज थे। मुंबई एयरपोर्ट पर वे फ्लाइट से उतरे और टारमैक पर बैठ गए। जमीन पर बैठकर पैसेंजर्स ने डिनर किया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके चलते ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) ने इंडिगो पर 1.20 करोड़ और मुंबई एयरपोर्ट पर 60 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था।

क्या होता है टारमैक, जहां बैठे थे यात्री?
एयरपोर्ट पर जिस जगह सामान की लोडिंग और अनलोडिंग होती है, उसे टारमैक कहा जाता है। यह रनवे का हिस्सा ही होता है। यहां पैसेंजर्स की मौजूदगी सुरक्षा में चूक का मामला माना जाता है, क्योंकि इसके पास रनवे पर विमान टेक-ऑफ और लैंड करता है।

फरवरी में BCAS ने बैगेज की डिलीवरी को लेकर गाइडलाइन जारी की थी
इससे पहले BCAS ने एअर इंडिया समेत 7 एयरलाइंस को एयरपोर्ट पर समय पर सामानों की डिलीवरी करने के निर्देश जारी किए थे, जिसमें 30 मिनट के अंदर पैसेंजर्स को उनके बैग सौंपने के लिए कहा गया है।

BCAS ने एअर इंडिया, इंडिगो, अकासा, स्पाइसजेट, विस्तारा, एअर इंडिया एक्सप्रेस कनेक्ट और एअर इंडिया एक्सप्रेस को ये आदेश जारी किया था। ऑपरेशन, प्रबंधन और डिलीवरी समझौते (OMDA) के मुताबिक, फ्लाइट का इंजन बंद होने के 10 मिनट के भीतर पहला और 30 मिनट के भीतर आखिरी बैग कन्वेयर बेल्ट पर पहुंचना चाहिए।

BCAS क्या है?
साल 1978 में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के अधीन BCAS की स्थापना की गई थी। उस समय फ्लाइट में किडनैपिंग और हिंसा की खबरें सामने आती थीं।

इन पर लगाम लगाने के लिए BCAS बनाया गया था। अप्रैल, 1987 में इसे आटोनॉमस डिपार्टमेंट बना दिया गया। इसका काम अंतरराष्‍ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के मानकों, कार्य प्रणालियों और भारत के राष्‍ट्रीय नागर विमानन सुरक्षा मानकों से जुड़े प्रोटोकॉल्‍स की निगरानी करना है।

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