2 घंटे पहले
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![अमेरिकी यूनिवर्सिटीज में अब तक 2 हजार से ज्यादा फिलिस्तीन समर्थक छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है। - Dainik Bhaskar](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/03/gaza-war-protests-us-universities-divest-israel-ap_1714750333.jpg?resize=696%2C522&ssl=1)
अमेरिकी यूनिवर्सिटीज में अब तक 2 हजार से ज्यादा फिलिस्तीन समर्थक छात्रों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अमेरिका की रटगर्स यूनिवर्सिटी में फिलिस्तीन के समर्थन में आंदोलन कर रहे छात्रों ने कश्मीरियों को कब्जे वाले लोग कहा। छात्रों ने यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के सामने 10 मांगे रखी थी, इसमें नौवीं मांग परिसर में कब्जे वाले लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले झंडे फहराने की थी। इसी में कश्मीरी लोगों को कब्जे वाले लोग बताया गया था।
यूनिवर्सिटी में साउथ एशियन हिस्ट्री की एसोसिएट प्रोफेसर ओड्रे ट्रुश्के ने बताया कि प्रदर्शनकारी छात्रों की 10 में से 8 मांगे मान ली गई हैं।
![प्रदर्शनकारियों ने यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के सामने 10 मांगे रखी है। इसमें नौवीं मांग में कश्मीर को कब्जे वाला इलाका बताया गया है।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/03/77-1_1714750113.jpg?resize=696%2C789&ssl=1)
प्रदर्शनकारियों ने यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के सामने 10 मांगे रखी है। इसमें नौवीं मांग में कश्मीर को कब्जे वाला इलाका बताया गया है।
यूनिवर्सिटी ने मानी प्रदर्शनकारियों की मांग
फिलिस्तीन समर्थक छात्रों ने अपनी नौवीं मांग में लिखा था कि रटगर्स परिसर में सभी कब्जे वाले लोगों के झंडे फहराए जाए। इसमें सिर्फ फिलिस्तीनी, कुर्द और कश्मीरी झंडे शामिल न हो। प्रोफेसर ट्रुश्के ने बताया कि यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने प्रदर्शनकारियों की इस मांग को मान लिया है।
मैनेजमेंट ने कहा है कि रटगर्स के न्यू ब्रंसविक कैंपस में झंडों का जायजा लेगा, और शैक्षणिक और अन्य स्थानों पर छात्रों का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करेगा।
![प्रदर्शनों के कारण यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट को एग्जाम्स की डेट बदलनी पड़ी है।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/03/usesa7fprreulguca3qfsokx6u_1714750476.jpg?resize=500%2C375&ssl=1)
प्रदर्शनों के कारण यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट को एग्जाम्स की डेट बदलनी पड़ी है।
प्रदर्शनकारियों ने कॉलेज कैंप्स से हटाए कैंप
रटगर्स यूनिवर्सिटी में सोमवार 29 अप्रैल से फिलिस्तीन समर्थक छात्रों का प्रदर्शन शुरू हुआ था। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि रटगर्स तेल अवीव यूनिवर्सिटी के साथ अपने संबंध समाप्त करें और इजराइल के साथ व्यापार करने वाली कंपनियों से अलग हो जाए। चौथे दिन यूनिवर्सिटी और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच मांगों पर सहमति बन गई, जिसके बाद छात्रों ने कॉलेज परिसर से अपने कैंप हटा लिए।
एक प्रदर्शनकारी ने लोकल मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी 10 में 8 मांगों को मान लिया गया है, जो सबसे जरूरी है। हम कैंपस का सम्मान करते है, इसलिए प्रदर्शन को खत्म कर रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने कहा है कि प्रोटेस्ट के कारण 28 परीक्षाओं को कैंसिल करना पड़ा है। इससे 1 हजार से ज्यादा छात्र प्रभावित हुए है। यूनिवर्सिटी जल्द से जल्द एग्जाम्स दोबारा कराएगी।
![मैनेजमेंट के साथ सहमति बनने के बाद प्रदर्शनकारियों ने यूनिवर्सिटी कैंपस से अपने टेंट हटा लिए।](https://i0.wp.com/images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/05/03/gmkh9ieauaas6cp_1714749926.png?resize=654%2C450&ssl=1)
मैनेजमेंट के साथ सहमति बनने के बाद प्रदर्शनकारियों ने यूनिवर्सिटी कैंपस से अपने टेंट हटा लिए।
अमेरिका में 2 हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारी छात्र गिरफ्तार
फिलिस्तीन के समर्थन में पूरे अमेरिका की यूनिवर्सिटीज में प्रदर्शन चल रहा है। पुलिस अब तक 30 यूनिवर्सिटीज से 2 हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारी छात्रों को गिरफ्तार कर चुकी है। गुरुवार को पुलिस ने कैलिफोर्निया और कोलंबिया यूनिवर्सिटी में छात्रों के प्रदर्शन को खत्म कराया।
अमेरिका लंबे समय से इजराइल और हमास के बीच समझौता करवाने की कोशिश कर रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इजराइल-हमास जंग शुरू होने के बाद 7 बार मिडिल ईस्ट का दौरा कर चुके हैं। अपने 7वें दौरे के आखिरी दिन बुधवार (1 मई) को ब्लिंकन ने हमास से मांग की है कि वे सीजफायर डील को स्वीकार करें।