4 घंटे पहले

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पति-पत्नी के रिश्ते में अंतरंग पल सही नहीं तो रिश्ते में ठहराव आने लगता है। इससे बचने का आसान तरीका है आपसी बातचीत और अपने रिश्ते में ताजगी बनाए रखने की लगातार कोशिश। सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. राजन भोसले बता रहे हैं फिजिकल रिलेशन को रोमांचक बनाए रखने के आसान तरीके।

पुरुषों में इजाकुलेशन के जरिए ऑर्गेज्म का पता चल जाता है, लेकिन महिलाओं के शरीर में ऐसे कोई संकेत नजर नहीं आते। महिलाओं के लिए ये भी कहा जाता है कि उन्हें लंबी उम्र तक ऑर्गेज्म का अनुभव नहीं होता। मैं जानना चाहती हूं कि महिलाओं की किस उम्र तक ऑर्गेज्म का अनुभव होता है?

किसी महिला द्वारा ये सवाल पूछा जाना इस बात की खुशी देता है कि महिलाएं अब अपनी इच्छाओं और खुशियों के बारे में भी सोचने लगी हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि महिलाओं के बारे में ऐसे सवाल ज्यादातर पुरुषों द्वारा पूछे जाते हैं।

सबसे पहले मैं ये बता दूं कि सभी महिलाओं को एक तय उम्र में ही ऑर्गेज्म का अनुभव हो ये जरूरी नहीं। ये बात भी मन से निकाल दें कि एक तय उम्र के बाद महिलाओं को ऑर्गेज्म का अनुभव नहीं होता। ऑर्गेज्म का सीधा संबंध पति-पत्नी के बीच प्यार, महिला की फिटनेस, घर का माहौल, काम का प्रेशर आदि से होता है। महिला की उम्र से ज्यादा उसकी मनःस्थिति का ऑर्गेज्म पर असर पड़ता है।

आमतौर पर ये माना जाता है कि पुरुषों की तरह महिलाएं भी 20 और 30 की उम्र में ऑर्गेज्म का अनुभव ज्यादा करती हैं। लेकिन हर महिला के साथ ऐसा ही हो ये जरूरी नहीं। कई बार करियर के प्रेशर और बच्चों की परवरिश के चलते 20 और 30 की उम्र में महिला ऑर्गेज्म का बेहतर अनुभव नहीं कर पाती।

कई महिलाओं के साथ ऐसा भी होता है कि जब वो करियर में एक मुकाम हासिल कर लेती हैं और बच्चे भी बड़े होने लगते हैं, तब उनका स्ट्रेस लेवल कम हो जाता है। ऐसी स्थिति में महिलाएं 30 की उम्र के बाद भी ऑर्गेज्म को पहले के मुकाबले बेहतर महसूस करती हैं।

अक्सर यह भी देखा जाता है कि फिजिकल रिलेशन के अलावा अन्य कारणों से भी रिश्तों में खटास आ जाती है। कभी-कभी ऐसा महसूस होता है कि रिश्ते बस स्थिर हो गए हैं… क्योंकि एक या दोनों पार्टनर मानसिक रूप से अपने रिश्ते को लेकर मैच्योर नहीं हो पाते।

हो सकता है कि वे प्रोफेशनल लाइफ में बहुत आगे निकल जाएं, बड़ा ओहदा, बड़ी सैलरी हासिल कर लें। लेकिन अपने फिजिकल रिलेशन पर ध्यान न दें और रिश्तों में दूरियां बढ़ती चली जाएं। करियर की तरह ही फिजिकल रिलेशन पर भी काम करना होता है, एक दूसरे को समय देना होता है, पार्टनर की इच्छा और खुशी का ध्यान रखना होता है। ये सभी चीजें मिलकर ही ऑर्गेज्म को महसूस करने या कम महसूस करने के लिए जिम्मेदार होती हैं। आप अपने रिश्ते को जितना समय देंगे, उसके लिए जितनी मेहनत करेंगे, आपको ऑर्गेज्म का अनुभव उतना ही बेहतर महसूस होगा।

मेरा वजन 82 किलो है। जल्द ही मेरी शादी होने जा रही है। लड़का भी प्लस साइज ही है। हमारी अरेंज मैरिज है इसलिए शादी से पहले बहुत ज्यादा बातचीत का मौका नहीं मिल पाता। मेरी फ्रेंड का कहना है कि मोटे लोगों का फिजिकल रिलेशन अच्छा नहीं होता। क्या ये सच है?

मोटापा फिजिकल रिलेशन ही नहीं, शरीर के लिए किसी भी तरह से सही नहीं है। लेकिन आप घबराएं नहीं। कई कपल मोटे होने के बावजूद फ्लेक्सिबल और हेल्दी होते हैं। मोटापे का उनकी सेक्शुअल लाइफ पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता। लेकिन ये सोचकर खुद को तसल्ली देना काफी नहीं।

अगर आप चाहती हैं कि आप अपने फिजिकल रिलेशन को लंबे समय तक एंजॉय करें तो अभी से अपनी फिटनेस पर ध्यान देना शुरू कर दें।

आमतौर पर बहुत ज्यादा मोटापा, किसी लंबी बीमारी, बड़ी सर्जरी के कारण और कई बार दवाइयों की वजह से भी कपल की सेक्शुअल लाइफ प्रभावित होती है। ऐसी स्थिति में एक्सपर्ट से मिलकर समस्या के समाधान पर काम करना शुरू कर देना चाहिए।

आप जब फिटनेस पर ध्यान देना शुरू कर देंगी तो आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा। तब आपके मन में अपने फिजिकल रिलेशन को लेकर किसी तरह का डर या आशंका नहीं होगी।

सेक्स सीरियसली में जानिए कुछ सवाल-

मेरी उम्र 42 साल है। शादी को 21 साल हो गए हैं। हमारी शादीशुदा जिंदगी बहुत खुशहाल रही है। पति और 20 साल का बेटा मुझे बहुत प्यार करते हैं। फिर भी मेरा आकर्षण अपने बॉस की तरफ बढ़ रहा है। मैं उनसे मिलने और बात करने के मौके ढूंढती रहती हूं। बॉस मेरी तरफ आकर्षित हों इसलिए मैं सज-धज कर ऑफिस जाती हूं। मैं जानती हूं कि मेरा व्यवहार गलत है, फिर भी मैं अपना आकर्षण कम नहीं कर पा रही हूं। खुद को बदलने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?

आपने अपने बारे में जो भी बातें बताई हैं, वो ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर (OLD) का संकेत हो सकती हैं। आमतौर पर युवाओं में ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर देखा जाता है, लेकिन एक मेडिकल कंडीशन ऐसी भी जहां शादीशुदा महिला को प्यार हो जाता है। ऐसे में महिला प्यार में डूबकर इतना आगे निकल जाती है कि पति और बच्चों को भी नजरअंदाज करने लगती है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पति का कहना है कि मैं बेवजह बात को बढ़ा रही हूं, लेकिन मुझे उनका दोस्तों के बीच मेरे शरीर के अंगों का जिक्र करना पसंद नहीं। क्या मैं वाकई इस बात को बढ़ा रही हूं?

फिजिकल रिलेशन पति-पति का बेहद निजी मामला है। इसका जिक्र दूसरों से नहीं करना चाहिए। न ही किसी से अपनी सेक्शुअल लाइफ की तुलना करनी चाहिए। हर किसी की पसंद और खुशी अलग-अलग होती है। ऐसे में दूसरों से तुलना करके अपने रिश्ते में तनाव पैदा नहीं करना चाहिए। फिजिकल रिलेशन की दूसरों से तुलना करने के बजाय एक दूसरे की इच्छा, खुशी और सहमति का सम्मान करें। दूसरों से तुलना करने से रिश्ते में दूरियां बढ़ती हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

डॉ. राजन भोसले, एमडी

प्रोफेसर एंड एचओडी, सेक्सुअल मेडिसिन डिपार्टमेंट, केईएम हॉस्पिटल एंड जी. एस. मेडिकल कॉलेज

सेक्स सीरियसली के लिए अपने सवाल इस आईडी पर भेजें: db.girls@dbcorp.in

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