न्यूयॉर्क1 घंटे पहले

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UNGA में भारतीय प्रतिनिधि रुचिरा कम्बोज ने कहा कि पाकिस्तान में धर्म के आधार पर लगातार भेदभाव और हिंसा होती रहती है। - Dainik Bhaskar

UNGA में भारतीय प्रतिनिधि रुचिरा कम्बोज ने कहा कि पाकिस्तान में धर्म के आधार पर लगातार भेदभाव और हिंसा होती रहती है।

भारत ने कहा है कि पाकिस्तान का सभी मामलों में ट्रैक रिकॉर्ड सबसे ज्यादा संदिग्ध है। वहां धर्म के आधार पर लगातार भेदभाव और हिंसा के मामले सामने आ रहे हैं। दरअसल, UN जनरल असेंबली में पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने गुरुवार को एक बार फिर से भारत के खिलाफ बयान दिया।

इस दौरान उन्होंने कश्मीर, CAA और राम मंदिर का मुद्दा उठाया। पाकिस्तान के बयान पर जवाब देते हुए भारत की प्रतिनिधि रुचिरा कम्बोज ने कहा, “हम दुनिया में कठिन समय के बीच शांति लाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान का बयान मर्यादा के खिलाफ है। उनका स्वभाव हमारी कोशिशों के लिए खतरा हो सकता है।”

कम्बोज ने आगे कहा, “भारत सिर्फ हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्म का जन्मस्थल नहीं है। यह इस्लाम, ईसाई, यहूदी और पारसियों का भी गढ़ है। यहां लंबे समय से उन धर्म के लोगों को पनाह मिलती आई है, जिन्हें दुनिया में प्रताड़ित किया गया। यही भारत की विविधता का सबसे बड़ा सबूत है।”

भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि पाकिस्तान का स्वभाव शांति की कोशिशों के लिए खतरा हो सकता है।

भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि पाकिस्तान का स्वभाव शांति की कोशिशों के लिए खतरा हो सकता है।

‘डिप्लोमैसी के मूल्यों का पालन करे पाकिस्तान’
UN में भारतीय प्रतिनिधि कम्बोज ने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान डिप्लोमैसी के मूल्यों का पालन करेगा। या फिर क्या हर मामले में सबसे संदिग्ध ट्रैक रिकॉर्ड रखने वाले देश से ऐसी उम्मीद करना गलत होगा?”

कम्बोज ने कहा, “आतंकवाद शांति और सभी धार्मिक मूल्यों के खिलाफ है। यह कलह पैदा करता है, दुश्मनी को बढ़ावा देता है और धार्मिक मूल्यों को कमजोर करता है। भारत का मानना है कि सभी देशों को साथ मिलकर शांति की भावना को आगे बढ़ाना चाहिए।”

फरवरी में UNSC की बैठक में भारत ने कहा था कि पाकिस्तान खून में डूबा हुआ देश है। मानवाधिकार के मामले में उनका रिकॉर्ड बेहद खराब है।

फरवरी में UNSC की बैठक में भारत ने कहा था कि पाकिस्तान खून में डूबा हुआ देश है। मानवाधिकार के मामले में उनका रिकॉर्ड बेहद खराब है।

UN में पहले भी उठा कश्मीर मुद्दा…

फरवरी 2023: UNSC की एक बैठक में भी पाकिस्तान ने कश्मीर का जिक्र किया था। इस पर भारत की प्रतिनिधि अनुपमा सिंह ने कहा था, “पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो खून में डूबा हुआ है। जिस देश में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न संस्थाएं करती हों और जिसका मानवाधिकार रिकॉर्ड वास्तव में खराब है, उसे भारत के खिलाफ बयान देने का अधिकार नहीं है।”

अगस्त 2023: पाकिस्तान की तरफ से कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने पर भारत ने कहा था कि बार-बार कश्मीर राग अलापने की जगह पाकिस्तान को अपने देश पर ध्यान देना चाहिए।

UN मिशन में मौजूद भारत के काउंसलर आर मधुसूदन ने कहा था कि इस परिषद के समय का सही इस्तेमाल तभी हो पाएगा जब दूसरे देशों के डेलिगेशन मेरे देश पर आरोप लगाने की बजाय अपने मुल्क के मसलों पर ध्यान दें। वे बार-बार अपने एजेंडा के लिए UN काउंसिल का ध्यान भटकाने की कोशिश करते रहते हैं।

जुलाई 2023 : ब्रिटेन में हुई UNSC की एक बैठक में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था। इस पर UN में भारत के मिशन काउंसलर आशीष शर्मा ने कहा था, “पाकिस्तान क्या सोचता या चाहता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। जो लोग खुद कट्टरता में डूबे हुए हैं वो भारत के समाज और यहां रह रहे अलग-अलग समुदाय के लोगों की एकता को नहीं समझ सकते।”

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