10 घंटे पहलेलेखक: मरजिया जाफर

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बोर्ड एग्जाम का खौफ बच्चों के मन में बैठा रहता है। यह किसी जंग से कम नहीं होता। हर बच्चा अच्छे से अच्छा पेपर करके नंबर लाने की ख्वाहिश में लगा रहता है। अगर आपका भी बच्चा इस बार बोर्ड एग्जाम देने जा रहा है कुछ बातों पर ध्यान देने की जरूरत है। बच्चा एग्जाम में अच्छा स्कोर करे इसके लिए डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी है। डाइटीशियन डॉ. अनु अग्रवाल बच्चों को एग्जाम के प्रेशर से बचने और सेहत का ध्यान रखने के कुछ टिप्स बता रही हैं।

एग्जाम का प्रेशर बच्चों को खाने से दूर करता

बोर्ड एग्जाम से पहले बच्चों की डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करना बेहद जरूरी है। एग्जाम के प्रेशर में बच्चे खाने पीने से दूरी बना लेते हैं, ऐसे में शरीर में न्यूट्रिएंट्स की कमी हो जाती है। कई बार बच्चे बीमार पड़ जाते हैं जिससे उनकी परफॉर्मेंस पर भी असर पड़ता है। इसलिए बच्चों की थाली में वो सबकुछ परोसे जिससे बच्चे को ताकत और ताजगी मिले। सीजनल फल और सब्जियां जरूर खाने में दें। इससे इम्यूनिटी बूस्ट होगी। ओमेगा 3 फैटी एसिड और मैग्नीशियम से भरपूर डाइट जरूर खिलाएं इससे मेंटल हेल्थ में फायदा होगा और याद करने की क्षमता बढ़ेगी।

मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है

अच्छा स्कोर करने के चक्कर में बच्चे रात-रात भर पढ़ाई करते हैं लेकिन इससे उनकी मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है। सब्जेक्ट और पेपर को ठीक तरीके से याद रखने और समझने के लिए नींद बहुत जरूरी है। अच्छी नींद मेंटल हेल्थ को बूस्ट करती है। ऐसे बच्चों को कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लेने के लिए कहें।

फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान दें

एग्जाम के दौरान बच्चों की फिजिकल एक्टिविटी पर खास ध्यान दें। बच्चों को वॉकिंग या योग करने के लिए जरूर कहें। योग करने से स्ट्रेस रिलीज होता है। पॉजिटिव एनर्जी का रिलीज होती है। इससे पढ़ाई में भी मन लगता है।

बच्चे को हेल्दी ड्रिंक्स दें

बच्चों के हाइड्रोजन का भी पूरा ख्याल रखें। टाइम टू टाइम उन्हें पानी पिलाते रहें। इससे शरीर और ब्रेन में ऑक्सीजन का संचार ठीक से होता और शरीर में एनर्जी बनी रहती है। बच्चे को हेल्दी ड्रिंक्स, फलों का रस भी पिलाएं।

बच्चों की डाइट में जरूर शामिल करें ये फूड

बच्चे के एग्जाम का मतलब है पेरेंट्स का भी एग्जाम है। बच्चों को समय समय पर पढ़ने को कहना और उसके साथ उनकी डाइट का भी पूरा ख्याल रखना पेरेंट्स की जिम्मेदारी है। एग्जाम टाइम में बच्चों की डाइट से ही उनका भविष्य जुड़ा हुआ है। बच्चों की डाइट ऐसी होनी चाहिए कि बच्चों का दिमाग तेज चले और उनका कॉन्फिडेंस भी बढ़े।

हेल्दी डाइट चार्ट फॉलो करें

बोर्ड एग्जाम के समय बच्चों को जंक फूड और तेल- मसाले वाले स्पाइसी खाने से दूर रखें। हेल्दी डाइट चार्ट बनाएं और डाइट चार्ट फॉलो करके खाना पकाएं।

पेपर से एक दिन पहले लाइट डाइट लें

इसके साथ पेपर से 1 दिन पहले बच्चें को लाइट खाना बच्चे को दें, ताकि उन्हें ठीक से नींद आए। एग्जाम टाइम में बच्चों को कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, प्रोटीन और फाइबर युक्त डाइट दें।

रोजाना दें 1 केला

एग्जाम के दिनों में रोजाना केला खाना जरूरी है, क्योंकि इसमें पाए जाने वाला पोटैशियम दिमाग को हमेशा अलर्ट रखते हैं। साथ ही केला विटामिन बी-6 का अच्छा स्रोत है, जो नर्वस सिस्टम को मजबूत करता है और याददाश्त और दिमाग को तेज करता है। इसमें एमिनो एसिड होता है, जो हार्मोन रिलीज करता है। इससे टेंशन डिप्रेशन दूर और दिमाग शांत रहता है।

रोज खाएं बादाम

विटामिन ई के गुणों से भरपूर बादाम दिमाग को एक्टिव रखने में मदद करता है। यह ब्रेन सेल्स को बढ़ाकर मेमोरी को इम्प्रूव करता है। इसलिए एग्जाम टाइम में बच्चों को रोजाना तीन भीगे बादाम जरूर दें।

बैलेंस डाइट बच्चों को हल्का महसूस कराते है, जिससे वो भरपूर नींद के साथ फ्रेश फील करेंगे।

बैलेंस डाइट बच्चों को हल्का महसूस कराते है, जिससे वो भरपूर नींद के साथ फ्रेश फील करेंगे।

अखरोट

अखरोट अपने आप में ब्रेन फूड है। ओमेगा 3 फैटी से भरपूर अखरोट याददाश्त बढ़ाने में मदद करता है। एक मुट्ठी अखरोट रोज बच्‍चे को खिलाएंगे तो उसका दिमाग 19 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा क्योंकि ये दिमाग की नसों को तेज बनाता है।

अलसी और मछली खिलाएं

अलसी में बहुत सारा प्रोटीन और फाइबर होता है। इनको खाने से दिमाग तेज होता है, इसे आप दही में भी डाल सकती हैं। मछली भी ब्रेन फूड की कैटेगरी में आती है क्योंकि इसके तेल में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद है। फिश ऑयल में पाया जाने वाला न्यूट्रीशन दिमाग को तेज और एक्टिव बनाता है।

अंडा

मछली की ही तरह अंडे में भी ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। इसमें हाई प्रोटीन, लो फैट और विटामिन-ई भी होता है, जिसे रोज खाने से दिमाग तेज होता है।

कॉफी

दुनियाभर में कॉफी नींद भगाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसमें कैफीन होने की वजह से यह बच्चे को एक्टिव बनाती है। लेकिन इसे बच्‍चों को जरूरत से ज्यादा ना दें, क्योंकि इससे उनकी बेचैनी और परेशानी बढ़ सकती है। दिन में 1-2 कप कॉफी बच्चे को एक्टिव रखती है, लेकिन थोड़ा सावधान रहें, कहीं आपके बच्‍चे को इसकी आदत ना पड़ जाए क्योंकि ज्यादा कॉफी उनकी हेल्थ के लिए अच्‍छी नहीं है और भविष्य में अनिद्रा की समस्या भी हो सकती है।

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