2 घंटे पहले
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नमाशी चक्रवर्ती ने पिता मिथुन चक्रवर्ती के साथ अपने रिश्ते पर खुलकर बात की। सबसे पहले तो नमाशी ने बताया कि मिथुन की हालत में सुधार है। दरअसल, मिथुन कुछ महीने पहले कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें ब्रेन स्ट्रोक (इस्केमिक सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट) आया था।
नमाशी ने कहा कि जब मेरे पिता बीमार होते हैं, तो मैं बहुत डर जाता हूं। लेकिन जब वो मुझे किसी बात के लिए डांटने लगते हैं, तो मैं ये समझ जाता हूं कि अब वो ठीक हो रहे हैं।
मिथुन को नाम से बुलाते हैं उनके बच्चे
नमाशी ने बताया कि मैं और मेरे बाकी भाई-बहन पिता से बहुत क्लोज हैं। हमने कभी भी उन्हें डैड कहकर नहीं बुलाया है। हम सभी उन्हें उनके नाम से बुलाते हैं। नमाशी बताते हैं कि मिथुन ने उन्हें बचपन से ही डैड न कहकर नाम से बुलाने की परमिशन दे दी थी। इस तरह बचपन से ही उनके सभी बच्चे मिथुन को नाम से बुलाते हैं। नमाशी ने कहा कि हमारे बीच बहुत हंसी-मजाक होता है।
नमाशी से पूछा गया कि नाम से बुलाने का ट्रेंड घर में किसने शुरू किया? इस पर नमाशी बताते हैं कि वो मिथुन ही हैं, जिन्होंने बच्चों से उन्हें ‘पापा’ न कहने के लिए कहा था। उन्होंने हम सबसे कहा कि मुझे ‘मिथुन’ कहकर बुलाओ।
जब नमाशी से पूछा गया कि उनके बचपन की सबसे प्यारी यादें क्या हैं, तो उन्होंने कहा कि नौ साल की उम्र तक उनके पास अपने पिता के साथ समय बिताने की ज्यादा मेमोरी नहीं हैं।
पिता के साथ बॉन्ड पर बोले नमाशी
नमाशी ने कहा- मैं सच कहूंगा तो ये थोड़ा मजाकिया लग सकता है। दरअसल, मैं बचपन में उन्हें ज्यादा देख नहीं पाता था। क्योंकि वो चार शिफ्ट करते थे। मेरा जन्म 1992 में हुआ था और उस समय वो अपने करियर की ऊंचाई पर थे। 1994 में हम ऊटी चले गए और पिताजी ने होटल का बिजनेस शुरू किया और वहीं वो शूटिंग भी करते थे।
वहां भी पापा चार शिफ्ट में काम करते थे। मैं सुबह उनसे मिलने जाता था तो वो शूट पर जाने के लिए तैयार रहते थे। जब वो पैकअप के बाद रात को आते थे तो हम सो गए होते थे। उनके साथ समय बिताने के लिए मुझे केवल संडे मिलता था। नमाशी ने बताया कि मैंने अपना ज्यादातर समय मां के साथ बिताया है।
नमाशी के प्रोजेक्ट्स की बात करें तो उनकी डेब्यू फिल्म 2023 में रिलीज हुई ‘बैड बाॅय’ थी। यह बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई। इन दिनों नमाशी, महेश भट्ट के बैनर तले बन रही फिल्म पर काम कर रहे हैं।