दोहा16 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
दोहा में पीएम मोदी ने कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एचएच शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की।
UAE के दो दिन के दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार (14 फरवरी) की रात कतर की राजधानी दोहा पहुंचे। एयरपोर्ट पर कतर के विदेश राज्य मंत्री सोल्तान बिन साद अल-मुरैखी ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी ने दोहा एयरपोर्ट पर मौजूद भारतीयों से मुलाकात की।
एयरपोर्ट से निकलने के बाद पीएम मोदी ने कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के साथ बैठक की। इस दौरान भारत-कतर के बीच व्यापार, निवेश, ऊर्जा और वित्त क्षेत्रों में विस्तार पर चर्चा की।
कतर के प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी के लिए डिनर का आयोजन किया था। चर्चा के बाद पीएम इसमें शामिल हुए।
दोहा एयरपोर्ट पर भारतीय से पीएम मोदी ने मुलाकात की।
कतर के अमीर से होगी मुलाकात
पीएम मोदी की आज कतर के अमीर यानी शासक शेख तमीम बिन हमाद अल थानी से मुलाकात होगी। बैठक के दौरान दोनों के बीच वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होनी है। प्रधानमंत्री कुछ घंटे ही दोहा में रहेंगे। इसके बाद भारत रवाना हो जाएंगे।
कतर ने रिहा किए 8 पूर्व नौसैनिक
कतर ने हाल ही में भारत के 8 पूर्व नौसैनिकों को जेल से रिहा किया था। इन्हें कथित तौर पर जासूसी के आरोप में सजा-ए-मौत सुनाई गई थी। बाद में यह सजा कैद में तब्दील कर दी गई थी।
पूर्व नौसैनिकों के मामले पर नजर रख रहे थे मोदी
- सोमवार को फॉरेन सेक्रेटरी विनय क्वात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था- कतर में भारत के पूर्व सैनिकों के मामले पर प्रधानमंत्री खुद भी नजर रख रहे थे। हम कतर की तरफ से उठाए गए कदम के लिए उनके शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने हमारे पूर्व सैनिकों को रिहा कर दिया है।
- क्वात्रा के मुताबिक- कतर के अमीर से मुलाकात के दौरान दोनों देशों के रिश्तों पर बातचीत होगी। इस दौरान इन रिश्तों को मजबूत करने पर विचार किया जाएगा। प्रधानमंत्री की यह कतर की दूसरी यात्रा है। दोनों देशों के बीच इस वक्त करीब 20 अरब डॉलर का कारोबार होता है। कतर में करीब 8 लाख भारतीय रहते हैं और वो यहां के विकास में अहम रोल अदा कर रहे हैं।
12 फरवरी को भारत पहुंचे पूर्व नौसैनिक
- कतर ने 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों को रिहा कर दिया था। इनमें से 7 पूर्व नौसैनिक 12 फरवरी को सुबह भारत लौट आए। ये कतर में जासूसी के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे थे। पहले इन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी।
- विदेश मंत्रालय ने सोमवार (12 फरवरी) को देर रात कहा- भारत सरकार कतर में गिरफ्तार किए गए दहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले 8 भारतीयों की रिहाई का स्वागत करती है। हम इनकी घर वापसी के लिए कतर के फैसले की सराहना करते हैं।
- कतर की इंटेलिजेंस एजेंसी के स्टेट सिक्योरिटी ब्यूरो ने 30 अगस्त 2022 को 8 पूर्व नौसैनिकों को गिरफ्तार किया था।
- ये सभी अफसर कतर की नौसेना को ट्रेनिंग देने वाली एक निजी कंपनी दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज एंड कंसल्टेंसी में काम करते थे। दहरा ग्लोबल डिफेंस सर्विस प्रोवाइड करती है। ओमान एयरफोर्स के रिटायर्ड स्क्वाड्रन लीडर खमिस अल अजमी इसके प्रमुख हैं। उन्हें भी 8 भारतीय नागरिकों के साथ गिरफ्तार किया गया था, लेकिन नवंबर में उन्हें छोड़ दिया गया।
- गिरफ्तारी से करीब 14 महीने बाद, 26 अक्टूबर 2023 को इन सभी पूर्व नेवी अफसरों को मौत की सजा सुनाई गई थी। 28 दिसंबर 2023 को इनकी मौत की सजा कैद में बदली गई थी। BBC के मुताबिक ये रिहाई ऐसे समय हुई है जब भारत और कतर के बीच गैस को लेकर एक अहम समझौता हुआ है। 6 फरवरी को हुए इस समझौते के तहत भारत कतर से साल 2048 तक लिक्विफाइड नैचुरल गैस (LNG) खरीदेगा।
- यह समझौता अगले 20 सालों के लिए हुआ है और इसकी कुल लागत 78 अरब डॉलर की है।