इस्लामाबाद30 मिनट पहले
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पाकिस्तान का आरोप है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी TTP के आतंकी अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल करते हैं। (फाइल)
पाकिस्तान के डिफेंस मिनिस्टर ख्वाजा आसिफ ने पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान को आतंकवाद का गढ़ बताया है। सोशल मीडिया पोस्ट में आसिफ ने कहा- हमने कई बार अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत से आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा। इसके बावजूद कुछ नहीं किया गया। बॉर्डर पर कंट्रोल करना बेहद जरूरी है।
इसी हफ्ते खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक हमला किया था। इसमें पांच चीनी इंजीनियरों समेत कुल 6 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान कई बार आरोप लगा चुका है कि BLA और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) हाथ मिला चुके हैं और ये पाकिस्तान में अलग-अलग ठिकानों पर हमले करते हैं।
तालिबान हुकूमत सब जानती है
- आसिफ ने उर्दू में यह सोशल मीडिया पोस्ट किया। लिखा- पाकिस्तान में आतंकी घटनाएं बढ़ रही हैं। बॉर्डर के हालात बदलने की जरूरत है। हमारे पड़ोस में मौजूद अफगानिस्तान आतंकवाद का गढ़ है। हमारी अपील के बावजूद वहां की हुकूमत ने इस पर रोक लगाने के लिए कुछ नहीं किया।
- इसके पहले आसिफ ने मीडिया से बातचीत में कहा था- अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत सब जानती है। उनकी जमीन से आतंकी खुलेआम घूमते हैं। ये बॉर्डर क्रॉस करके हमारे मुल्क में घुसते हैं और हमले करते हैं। इन्हें रोकने में हमें कोई मदद नहीं मिलती।
- आसिफ ने हाल ही में चीनी इंजीनियरों के काफिले और इसके पहले नौसेना के बेस पर हमलों का जिक्र किया। आसिफ ने कहा- फिदायीन हमलों के बारे में सब जानते हैं, ये लोग कहां से आते हैं और कहां लौटते हैं, ये भी सबको पता है।
आसिफ ने उर्दू में यह सोशल मीडिया पोस्ट किया। लिखा- पाकिस्तान में आतंकी घटनाएं बढ़ रही हैं। बॉर्डर के हालात बदलने की जरूरत है। (फाइल)
शाहबाज से मिले आर्मी चीफ
- बुधवार को आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर ने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से मुलाकात की। करीब 45 मिनिट की इस बातचीत के बारे में सिर्फ इतना कहा गया कि दोनों ने मुल्क में अमन बहाली और बॉर्डर के हालात में चर्चा की। इसके बाद पीएमओ की तरफ से जारी बयान में कहा गया- बॉर्डर पार कुछ ताकतें पाकिस्तान को टारगेट कर रही हैं। पाकिस्तान अपनी हिफाजत के लिए हर मुमकिन कदम उठाएगा।
- इस बीच, पाकिस्तान के मीडिया आउटलेट्स ने एक वीडियो भी दिखाया है। इसमें एक अफगान आतंकी कुछ लोगों को बॉर्डर पार करके पाकिस्तान में हमले करने की प्लानिंग बता रहा है। अफगान आतंकी का नाम याह्या बताया गया है।
अफगानिस्तान के हेरात शहर की यह तस्वीर मई 2023 की है। तब तालिबान आतंकियों के हाथ में अमेरिकी हथियार नजर आए थे।
आतंकियों के पास अमेरिकी हथियार
- ‘जियो न्यूज’ ने एक रिपोर्ट में बताया है कि पाकिस्तान में जो हालिया आतंकी हमले हुए हैं, उनमें अमेरिका में बने हथियारों का इस्तेमाल किया गया है। ये हथियार अफगानिस्तान से जाते वक्त अमेरिकी सेना छोड़ गई थी।
- तीन साल पहले जारी फोर्ब्स मैगजीन की एक रिपोर्ट में कहा गया था- अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान में 8,84,311 आधुनिक सैन्य उपकरण छोड़ गए हैं। इनमें M16 रायफल, M4 कार्बाइन, 82 mm मोर्टार लॉन्चर जैसे इंफेंट्री हथियारों के साथ humvee जैसे सैन्य वाहन, ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर, A29 लड़ाकू विमान, नाइट विजन, कम्युनिकेशन और सर्विलांस में इस्तेमाल होने वाले उपकरण शामिल हैं।
- 2003 के बाद से यह सैनिक साजो-सामान अफगान सेना और पुलिस के लिए खरीदे गए थे। फोर्ब्स ने यह आंकड़ा अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के डिपार्टमेंट लॉजिस्टिक्स एजेंसी (DLA) के डेटाबेस से लिया था।