नई दिल्ली6 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 मार्च को ‘इंडियाज टेकेड: चिप्स फॉर विकसित भारत’ कार्यक्रम में गुजरात और असम में तीन सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखी। इसकी कुल लागत लगभग 1.26 लाख करोड़ रुपए है।

इस दौरान उन्होंने कहा, ‘आज का ये दिन ऐतिहासिक है आज हम इतिहास रच रहे हैं और उज्जवल भविष्य की तरफ बहुत बड़ा मजबूत कदम भी उठा रहे हैं। आज सेमीकंडक्टर उत्पादन से जुड़े करीब सवा लाख करोड़ रुपए के तीन परियोजना का शिलान्यास हुआ है। ये भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन का एक ग्लोबल हब बनाने में मदद करेगा।’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज युवा देख रहे हैं कि भारत किस तरह प्रगति के लिए, आत्मनिर्भरता के लिए, ग्लोबल सप्लाई चेन में अपनी उपस्थिति के लिए चौतरफा काम कर रहा है। इन प्रयासों से उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और आत्मविश्वास से भरा युवा कहीं भी हो, वो अपने देश का भाग्य बदल देता है।’

इस कार्यक्रम में पीएम के साथ टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और 60 हजार से ज्यादा विश्वविद्यालय और शैक्षणिक संस्थान वर्चुअली जुड़े।

इस कार्यक्रम में पीएम के साथ टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और 60 हजार से ज्यादा विश्वविद्यालय और शैक्षणिक संस्थान वर्चुअली जुड़े।

मेड इन इंडिया चिप भारत को आत्मनिर्भरता और आधुनिकता की तरफ ले जाएगी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- 21वीं सदी टेक्नोलॉजी ड्रिवेन सेंचुरी है और इलेक्ट्रॉनिक चिप के बिना उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। मेड इन इंडिया चिप, भारत में डिजाइन किया गया चिप, भारत को आत्मनिर्भरता और आधुनिकता की तरफ ले जाएगी।

चिप मैन्युफेक्चरिंग सिर्फ एक इंडस्ट्री नहीं है, ये विकास का वो दरवाजा खोलती है, जो असीम संभावनाओं से भरा हुआ है। इस सेक्टर से न सिर्फ भारत में रोजगार के नए अवसर बनने वाले हैं, बल्कि तकनीकी उन्नति के क्षेत्र में भी बड़ी प्रगति होने वाली है।

एन चंद्रशेखर बोले- इसका देश पर बहुत दूरगामी असर होगा
टाटा ग्रुप के एन चंद्रशेखर चेयरमैन ने कहा, ‘मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप्स पीएम मोदी के विजन के चलते यह पूरा हो रहा है। आज हमारे तीन प्लांट का शिलान्यास हो रहा है। पूरब और पश्चिम दोनों 2500 किलोमीटर दूर। इसका देश पर बहुत दूरगामी असर होगा।

कोरोना के समय हमने इसके कमी को ज्यादा महसूस किया और दुनिया की साइबर वारफेयर ने इसे ज्यादा जोर दिया। यह सभी इंडस्ट्रीज के लिए बेसिक इक्विपमेंट हो गया है।’

टाटा का जॉइंट वेंचर देश का पहला सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट बनाएगा
केंद्रीय IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया था कि टाटा का जॉइंट वेंचर देश का पहला सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट बनाएगा। धोलेरा में माइक्रोन के सेमीकंडक्टर प्लांट के बाद यहां फैब्रिकेशन प्लांट बनेगा। अमेरिकी चिप कंपनी माइक्रोन धोलेरा में 22,516 करोड़ रुपए की लागत से चिप एसेंबली प्लांट बना रही है।

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ताइवान की पावर चिप सेमीकंडक्टर मैनुफैक्चरिंग कॉरपोरेशन (PSMC) का जॉइंट वेंचर गुजरात के धोलेरा में 91,000 करोड़ रुपए के निवेश से चिप फैब्रिकेशन प्लांट बनाएगा। PSMC की ताइवान में 6 चिप फाउंड्रीज हैं। गुजरात में जब प्लांट बन जाएगा तो इसकी क्षमता हर महीने 50 हजार वेफर्स बनाने की होगी। PSMC का यह पहला सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन प्लांट भी है।

2024 में ही अब तक 12 लाख करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास हुआ
योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास पर बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,’हम एक तरफ देश में तेजी से गरीबी कम कर रहे हैं और दूसरी तरफ भारत में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का भी निर्माण कर रहे हैं, देश को आत्मनिर्भर भी बना रहे हैं। सिर्फ 2024 में ही अब तक 12 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की योजना का लोकार्पण और शिलान्यास हो चुका है।’

टाटा ग्रुप जॉइंट वेंचर में दो प्लांट- एक गुजरात और एक असम में बनेंगे
टाटा ग्रुप जॉइंट वेंचर में दो प्लांट- एक गुजरात और असम में बनेंगे। यूनियन कैबिनेट ने 29 फरवरी को ही चिप प्लांट के तीन प्रपोजल को मंजूरी दे दी थी। इन तीनों प्लांट को ‘डेवलपमेंट ऑफ सेमीकंडक्टर्स, एंड डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम्स इन इंडिया’ के तहत मंजूरी दी गई थी। इन तीनों चिप प्लांट्स की अनुमानित लागत 1.26 लाख करोड़ रुपए है।

सेमीकंडक्टर चिप क्या होती है?
सेमीकंडक्टर चिप सिलिकॉन से बनी होती है और सर्किट में इलेक्ट्रिसिटी कंट्रोल करने के काम आती है। ये चिप एक दिमाग की तरह इन गैजेट्स को ऑपरेट करने में मदद करती है। इसके बिना हर एक इलेक्ट्रॉनिक आइटम अधूरा है। कंप्यूटर, लैपटॉप, कार, वॉशिंग मशीन, ATM, अस्पतालों की मशीन से लेकर हाथ में मौजूद स्मार्टफोन तक सेमीकंडक्टर चिप पर ही काम करते हैं।

कैसे काम करता है सेमीकंडक्टर?
ये चिप इलेक्ट्रॉनिक आइटम को ऑटोमैटिकली ऑपरेट करने में मदद करती है। उदाहरण के लिए, स्मार्ट वॉशिंग मशीन में कपड़े पूरी तरह धुलने के बाद ऑटोमैटिक मशीन बंद हो जाती है। इसी तरह कार में जब आप सीट बेल्ट लगाना भूल जाते हैं, तो कार आपको अलर्ट देती है। ये सेमीकंडक्टर की मदद से ही होता है।

खबरें और भी हैं…

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here