मॉस्को14 मिनट पहले

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पुतिन ने कहा है कि परमाणु हथियारों की ड्रिल में वे सैनिक भी शामिल हों जो फिलहाल यूक्रेन में तैनात हैं। (फाइल) - Dainik Bhaskar

पुतिन ने कहा है कि परमाणु हथियारों की ड्रिल में वे सैनिक भी शामिल हों जो फिलहाल यूक्रेन में तैनात हैं। (फाइल)

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी सेना को परमाणु हथियारों की ड्रिल करने का आदेश दिया है। इस युद्धाभ्यास में नेवी और यूक्रेनी सीमा के पास तैनात सैनिकों को भी शामिल करने को कहा गया है। अलजजीरा के मुताबिक, पुतिन ने यह फैसला तब लिया जब नाटो और पश्चिमी देशों ने यूक्रेन की मदद के लिए सेना भेजने की बात कही थी।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि युद्धाभ्यास के दौरान टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपेन की तैनाती पर फोकस किया जाएगा। हालांकि, यह ड्रिल कब होगी, इसकी जानकारी नहीं दी गई है। दरअसल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पिछले हफ्ते कहा था कि अगर यूक्रेन ने मदद मांगी तो वे अपने सैनिकों को वहां भेज सकते हैं।

इसके ठीक एक दिन बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरून ने कहा था कि यूक्रेन अगर चाहे तो वह रूस पर हमला करने के लिए ब्रिटिश हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। रूस ने दोनों बयानों का विरोध किया था।

रूस ने पिछले साल बेलारूस में टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपेन तैनात किए थे।

रूस ने पिछले साल बेलारूस में टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपेन तैनात किए थे।

पुतिन ने कहा था- अमेरिका ने यूक्रेन में सैनिक भेजे तो जंग बढ़ेगी
पुतिन ने करीब 2 महीने पहले एक इंटरव्यू के दौरान अमेरिका को परमाणु हमले की चेतावनी दी थी। पुतिन ने कहा था, “अगर अमेरिका अपने सैनिकों को यूक्रेन में भेजेगा तो इससे जंग और बढ़ सकती है।” दरअसल, रूसी न्यूज एजेंसी RIA ने पुतिन ने सवाल पूछा था कि क्या रूस परमाणु जंग के लिए तैयार है।

इस पर रूसी राष्ट्रपति ने कहा था कि हम फिलहाल परमाणु युद्ध की तरफ नहीं बढ़ रहे हैं। हमें अब तक इसकी जरूरत नहीं महसूस हुई। लेकिन अगर मिलिट्री या तकनीक के आधार पर कहा जाए तो हम इसके लिए तैयार हैं। अमेरिका इस बात को समझता है कि अगर उसने रूसी या यूक्रेन में अमेरिकी सैनिकों को भेजा तो रूस इस कदम को हस्तक्षेप के रूप में लेगा।

इसके अलावा रूस के अलग-अलग मंत्री और अधिकारी कई बार यूक्रेन को परमाणु हमले की धमकी भी दे चुके हैं।

रूस ने बेलारूस में तैनात किए परमाणु हथियार
यूक्रेन के साथ 3 साल से जारी जंग के बीच पिछले साल 25 मार्च को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने बेलारूस में रूस के परमाणु हथियार तैनात करने की घोषणा की थी। पुतिन ने कहा था कि बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको काफी समय से परमाणु हथियारों को उनके देश में तैनात करने की मांग कर रहे हैं। बेलारूस के साथ रूस के करीबी सैन्य संबंध हैं।

पुतिन ने कहा था कि रूसी परमाणु हथियारों की बेलारूस में तैनाती का कारण ब्रिटेन का यूक्रेन को आर्मर पियर्सिंग शेल मुहैया कराना बताया था, जिसमें यूरेनियम होता है। पुतिन का कहना था कि परमाणु हथियारों को बेलारूस में रख कर रूस वही कर रहा है जो अमेरिका ने कई दशकों से बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड्स और तुर्की में परमाणु हथियारों को रख कर किया।

1990 के बाद 2023 में रूस ने दूसरे देश में परमाणु हथियार भेजे
1990 के बाद यह पहला मौका था जब रूस ने किसी और देश में अपने परमाणु हथियार तैनात किए। वहीं अमेरिका ने ब्रिटेन, बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड्स, तुर्किये जैसे कई यूरोपीय देशों में अपने परमाणु हथियार तैनात कर रखे हैं। 2021 में सुरक्षा प्रस्तावों को पेश करते हुए रूस ने अमेरिका से अपने परमाणु हथियार वापस ले जाने की बात कही थी। हालांकि, US और NATO से इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।

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