नई दिल्ली21 घंटे पहलेलेखक: मरजिया जाफर

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गर्मियों में पिएं शरबत-ए-आजम। सेहत और मूड दोनों तरोताजा बना रहेगा। गर्मियों में एसिडिटी की परेशानी होना आम है। ज्यादा तला-भुना खाना, गलत समय पर खाने की आदत, पूरी नींद न लेना की बजह से ऐसा होता है।

बहुत ज्यादा चाय पीने वालों को भी यह दिक्कत होती है। गर्मी की एसिडिटी से छुटकारा चाहते हैं तो रूटीन डाइट में कुछ शरबत शामिल करें। ये एसिडिटी से राहत देने के साथ ही शरीर को अंदर से ठंडा रखेंगे। जान जहान में डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट अन्नू अग्रवाल से जानिए एसिडिटी होने पर कौन-कौन से शरबत पीना हेल्दी है।

सत्तू का शरबत

गर्मी में एसिडिटी से राहत पाने के लिए सत्तू का शरबत रामबाण साबित हो सकता है। सत्तू गर्मी में हीट वेव से बचाने के गुण होते है।

सत्तू में काफी ज्यादा मात्रा में अघुलनशील फाइबर होता है। इस तरह के फाइबर की वजह से आंत साफ होती है, डाइजेस्टिव सिस्टम बेहतर होता है, कब्ज से निजात मिलती है। साथ ही, एसिडिटी दूर हो जाती है। सत्तू का शरबत हर कोई आजमा सकता है।

नमकीन सत्तू के शरबत की रेसिपी

सत्तू को ठंडा पानी में घोलिए, घोल में काला नमक, हरी मिर्च, पोदीना की पत्तियां, नींबू का रस और भुना जीरा पाउडर डालकर परोसिए। गर्मी के मौसम में रोजाना 1-2 गिलास सत्तू का नमकीन शरबत पीजिए, ये गर्मी से राहत देगा और लू से भी बचाएगा।

पुदीना गुड़ से बना शरबत

एसिडिटी से राहत पाने के लिए पुदीना और गुड़ से बने शरबत को डाइट में शामिल कर सकते हैं। न्यूट्रिशन से भरपूर पुदीना ऊर्जा, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, नियासिन, विटामिन ए, विटामिन सी, सोडियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम और कैल्शियम है, जो एसिडिटी से राहत दिलाता है। इस शरबत को पीने से डाइजेशन सिस्टम बेहतर होता है।

पुदीना-गुड़ के शरबत की रेसिपी

एक गिलास में जीरा पाउडर और पुदीने की पत्तियां का रस निकाल लें। एक गिलास में कुछ पत्तियों के साथ पुदीने का रस डालें। फिर गिलास में एक बड़ा चम्मच गुड़ का पानी गुलाबी नमक के साथ डालें। इसके बाद इसमें कुटी हुई बर्फ और ठंडा पानी डालें। मिक्स करें और आनंद लें।

चंदन का शरबत

चंदन में पॉली फेनोलिक यौगिक, ग्लाइकोसाइड, फ्लेवोनोइड, टैनिन और फेनोलिक एसिड जैसे कई फाइटोकेमिकल्स होते हैं। कुल मिलाकर चंदन के इस्तेमाल से स्किन और पेट के संक्रमण से छुटकारा पाया जा सकता है।

चंदन का शरबत गर्मी के मौसम में शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ये शरबत लू और डिहाइड्रेशन से बचाता है। इसके अलावा गर्मी में होने वाली पेट की बीमारियों से भी ये शरबत आपको दूर रखेगा। चंदन का शरबत बनाना आसान है। आइए आपको बताते हैं इसे बनाने का तरीका और इसके फायदे।

चंदन का शरबत ऐसे बनाएं

चंदन पाउडर को कपड़े में रखकर उसकी पोटली बन लें। एक बड़े बर्तन में पानी और चीनी मिलकर उबालें। पानी में उबाल आने पर इसमें दूध मिलाएं और 3-4 मिनट तक पकाएं। लास्ट में 2 चम्मच नींबू का रस मिला दें और देखें कि बर्तन के किनारों पर झाग जैसा आ गया हो।

देख लें कि पानी और चीनी अच्छी तरह घुलकर पतली चाशनी जैसा बन गए हों। अब इसे आंच से उतार लें और चंदन पाउडर की पोटली पानी में डालकर रातभर यूं ही रख दें। सुबह पोटली को निकालकर पानी को अच्छी तरह मिलाएं और फिर छान लें। अब चंदन के शरबत के लिए चाशनी तैयार है। इसे फ्रीज में रखकर स्टोर कर सकते हैं। एक ग्लास ठंडे पानी में 5 चम्मच इस चाशनी को मिलाएं और आपका चंदन का शरबत तैयार है।

गुलाब का शरबत

गुलाब एक खुशबूदार फूल है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा होती हैं जो स्किन के साथ ही साथ पेट के लिए भी फायदेमंद है। गुलाब की पंखुड़ियों की तासीर ठंडी होती है। गर्मियों के दिनों में गुलाब की पंखुड़ियों से तैयार शरबत का सेवन करने से शरीर को रिफ्रेश और हेल्दी रख सकते हैं।

गुलाब शरबत बनाने की विधि

गुलाब की पंखुडियों को धोकर पीस लें। एक बर्तन में 2 कप चीनी, पीसा हुआ गुलाब 1 कप पानी डालकर 7-8 मिनट तक पकाते रहे। जैसे शहद गाढ़ा होता है उससे थोड़ा सा कम गाढ़ा रखना है ताकि ये जमे नहीं। अब इसे ठंडा होने के लिए रख देंगे।जब यह ठंडा हो जाएगा तब हम इसमें गुलाब जल डाल देंगे।

इससे इसका टेस्ट और ज्यादा बढ़ जाएगा। हम इसे एक कांच के बर्तन या बोतल में निकाल लेंगे ताकि यह काफी दिनों तक खराब न हो। आप इस शरबत का इस्तेमाल पानी और दूध दोनों में कर सकते है।

अगर आप इसे पानी में बना रहें है तो एक गिलास लें औ उसमें 3 चम्मच शरबत डाल लें। साथ ही इसमें पानी और बर्फ डाल देंगे। आप शरबत बिल्कुल तैयार है।इसी तरह आप दूध में शरबत और बर्फ डालकर उसका शरबत बना सकते है।

गर्मियों के लिए खास है सौंफ

सौंफ की तासीर ठंडी होने की वजह से सौंफ का शरबत शरीर को ठंडा रखता है। इसमें विटामिन, मिनरल व कंपाउंड होते हैं। सौंफ में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को फायदा पहुंचाता है। इसके अलावा इसमें विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन ई, कैल्शियम, जिंक, पोटेशियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम, आयरन पाए जाते हैं।

रोजाना सौंफ का शरबत पीने से शरीर डिटॉक्स होता है। इसमें विटामिन ए की प्रचुर मात्रा होने की वजह से यह आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद। सौंफ में मौजूद फाइबर कंट्रोल और कैंसर के सेल्स को पनपने से रोकता है। सौंफ का शरबत विटामिन सी से भरपूर है जो किसी इम्यूनिटी बूस्टर से काम नहीं

ऐसे बनाएं सौंफ का शरबत

आधा कप सौंफ दो तीन घंटे अच्छी तरह भिगो दें। फिर इसे बाहर निकाल कर मिक्सी में डालें। अच्छी तरह मिक्स होने के बाद इस में काला नमक, चीनी, पुदीना, मिलाकर इसे भी 15 से 20 सेकेंड के लिए मिक्सी चलाएं। अच्छी तरह मिक्स हो जाने के बाद पेस्ट को निकालें। अब एक अलग बर्तन में पानी निकालें उसमें इस पेस्ट को मिला कर थोड़ी देर रखें। अब नींबू और बर्फ डालकर इसे सर्व करें। गर्मी के मौसम में शरीर को ठंडक पहुंचाने में ये शरबत कमाल कर सकता है।

खास है खस का शरबत

गर्मी में एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए आप खस का शरबत भी पी सकते हैं। दरअसल, खस का शरबत पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और शरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है।

खसखस में मौजूद घुलनशील फाइबर डाइजेशन सिस्टम के लिए काफी फायदेमंद है। यह डाइजेशन सिस्टम को मजबूत करने के साथ ही मेटाबॉलिज्म को भी तेज करता है। साथ ही यह खाना पचाने की प्रक्रिया को भी काफी तेज करता है।

रातभर पानी में भिगोए खसखस को सुबह खाली पेट खाने से डाइजेशन अच्छा रहता है। इसके अलावा, खस शरीर से टॉक्सिन पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे एसिडिटी और कब्ज की समस्या कम होती है।

खस के शरबत की रेसिपी

एक बर्तन में चीनी घोल लें। अब गैस ऑन करेंगे और लगातार चलाते हुए हम इसकी चाशनी बना लेंगे। चाशनी को हमें ज्यादा गाढ़ा या पतला नहीं रखना है। जब चीनी पानी में घुल जाएगी तब हम इसे दो मिनट तक और पका लेंगे। 2 मिनट बाद इसमें हरा रंग और आधा चम्मच खस का एसेंस डाल देंगे और अच्छे से मिला देंगे। हमारा खस का शरबत बनाकर बिल्कुल तैयार है। आप इसे आसानी से बना सकते है।

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