रियाद10 मिनट पहले

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द लाइन शहर 500 ग्लास की दीवारों के बीच बसाया जाएगा। इनकी ऊंचाई 500 मीटर होगी। यह एफिल टावर और ब्रिटेन की बिग बेन से भी ऊंचा है। - Dainik Bhaskar

द लाइन शहर 500 ग्लास की दीवारों के बीच बसाया जाएगा। इनकी ऊंचाई 500 मीटर होगी। यह एफिल टावर और ब्रिटेन की बिग बेन से भी ऊंचा है।

सऊदी अरब वीरान रेगिस्तान में एक नया शहर बसाने की तैयारी कर रहा है। NEOM नाम के इस इको-प्रोजेक्ट को पश्चिमी देशों की दर्जनों कंपनियां बना रही हैं। ब्रिटिश मीडिया BBC के मुताबिक, जिस इलाके में यह प्रोजेक्ट बन रहा है, वहां से लोगों को निकालने के लिए क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कड़े कदम उठाने का आदेश दिया है।

इस वजह से लोगों को जान भी गंवानी पड़ रही है। सऊदी से भागकर ब्रिटेन में रह रहे कर्नल राबीह अलेनेजी ने BBC को बताया कि उन्हें उस इलाके में रह रहे हुवैतात समुदाय के लोगों को हटाने का काम सौंपा गया था। इस दौरान NEOM प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

सऊदी के शर्मा गांव की सैटेलाइट तस्वीरों में तबाही का मंजर…

सोर्स- प्लैनेट लैब्स

सोर्स- प्लैनेट लैब्स

प्रोजेक्ट का विरोध करने पर गिरफ्तारी, आतंक फैलाने का आरोप लगा
इस घटना के बाद सऊदी के स्टेट सिक्योरिटी विभाग ने कहा था कि उस शख्स ने सुरक्षा अधिकारियों पर फायरिंग की थी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। हालांकि, ब्रिटेन के ह्यूमन राइट्स डिपार्टमेंट के मुताबिक, सऊदी अरब ने अल-हुवैतात समुदाय के करीब 47 लोगों को इलाका न खाली करने पर गिरफ्तार कर लिया गया था।

इनमें से ज्यादातर लोगों पर आतंक फैलाने के आरोप में मुकदमे चलाए गए। रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 5 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 40 लोग अब भी जेल में बंद हैं। कर्नल ने बताया कि साल 2020 में उन्हें अल-खुरायबाह गांव से हुवैतात समुदाय के लोगों को हटाने का काम सौंपा गया था।

ऑर्डर में लिखा था कि यह समुदाय विद्रोहियों से मिलकर बना है। अगर वे लोग इलाका छोड़ने के लिए तैयार नहीं होते हैं, तो उन्हें मार दिया जाए। मिशन मिलने के बाद कर्नल देश छोड़कर ब्रिटेन चले गए। हालांकि इसके बावजूद मिशन जारी रहा।

6 हजारों लोगों को हटाया गया, स्कूल-घर जमींदोज हुए
रिपोर्ट के मुताबिक, इस इलाके से अब तक 6 हजार लोगों को हटाया जा चुका है। साथ ही तीन गांवों- खुरायबाह, शर्मा और गयाल को जमींदोज कर दिया गया। इस दौरान वहां मौजूद कई घर, स्कूल और अस्पताल भी तबाह हो गए। BBC ने इसकी सैटेलाइट इमेज भी साझा की।

सऊदी अरब ने दावा किया है कि NEOM प्रोजेक्ट के लिए जिन लोगों को इलाके से हटाया जा रहा है, उन्हें इसका मुआवजा दिया गया है। हालांकि, ह्यूमन राइट्स के आंकड़ों के मुताबिक, यह रकम तय हुई कीमत से बेहद कम थी।

मैप में देखिए ‘द लाइन’ शहर कहां बसाया जाएगा…

NEOM प्रोजेक्ट पर सऊदी के 41.75 लाख करोड़ रुपए लगे
NEOM सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस पर सऊदी ने 41.75 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं। यह प्रोजेक्ट सऊदी विजन 2030 का हिस्सा है। इसके जरिए देश तेल पर अपनी निर्भरता को कम करना चाहता है।

प्रोजेक्ट के तहत ‘द लाइन’ नाम का एक शहर बसाया जाएगा। यह एक कार-फ्री शहर होगा, जो सिर्फ 200 मीटर चौड़ा और 170 किमी लंबा होगा। BBC रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2030 तक इस प्रोजेक्ट का सिर्फ 2.4 किमी हिस्सा ही पूरा हो पाएगा।

अब ग्राफिक्स के जरिए समझिए मोहम्मद बिन सलमान का NEOM प्रोजेक्ट…

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