वॉशिंगटन6 घंटे पहले

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72 साल के टिम वालबर्ग सियासत में आने से पहले एक चर्च में प्रीस्ट थे। (फाइल) - Dainik Bhaskar

72 साल के टिम वालबर्ग सियासत में आने से पहले एक चर्च में प्रीस्ट थे। (फाइल)

अमेरिकी सांसद टिम वालबर्ग ने हमास के कब्जे वाले गाजा पर हिरोशिमा और नागासाकी की तरह एटमी हमला करने की मांग की है। अब उनके इस बयान पर विवाद हो गया है। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक- वालबर्ग के इस बयान का ऑडियो सोशल मीडिया पर लीक हुआ है। अरब न्यूज ने भी इसकी पुष्टि की है।

इतना ही नहीं, वालबर्ग ने यहां तक कहा कि अमेरिका को गाजा में किसी तरह की मदद नहीं पहुंचानी चाहिए। रिपोर्ट्स के मुताबिक- वालबर्ग ने यह बयान एक पब्लिक मीटिंग के दौरान 25 मार्च को दिया था। हालांकि, पहली बार यह अब चर्चा में आया है।

समर्थकों के बीच विवादित बयान

  • वालबर्ग ने पिछले हफ्ते एक टाउन हॉल के दौरान समर्थकों को संबोधित किया था। इस दौरान वो इजराइल और हमास की जंग पर बात कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने गाजा का जिक्र किया और विवादित बयान दिया।
  • वालबर्ग ने कहा- अब तेजी से काम करने की जरूरत है। गाजा के साथ वही करना चाहिए जो अमेरिका ने नागासागी और हिरोशिमा के साथ किया था। इस सांसद ने गाजा में मानवीय सहायता भेजने का भी विरोध किया।
  • बाद में कुछ सांसदों ने वालबर्ग के इस्तीफे की मांग की। इस पर उन्होंने सफाई दी। कहा- मेरी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है। इसका एक खास हिस्सा ही दिखाया गया है, जो गलत है।
मिशिगन के पूर्व रिपब्लिकन सांसद जस्टिन एमेश खुद फिलिस्तीनी अमेरिकन हैं। उन्होंने कहा- गाजा के लोग भी हमारी तरह इंसान हैं। इनमें हजारों बच्चे हैं जो वहां खतरनाक हालात में फंस गए हैं। (फाइल)

मिशिगन के पूर्व रिपब्लिकन सांसद जस्टिन एमेश खुद फिलिस्तीनी अमेरिकन हैं। उन्होंने कहा- गाजा के लोग भी हमारी तरह इंसान हैं। इनमें हजारों बच्चे हैं जो वहां खतरनाक हालात में फंस गए हैं। (फाइल)

अपने ही विरोधी हुए

  • मिशिगन के पूर्व रिपब्लिकन सांसद जस्टिन एमेश खुद फिलिस्तीनी अमेरिकन हैं। उन्होंने वालबर्ग के बयान को खारिज कर दिया। कहा- गाजा में जो कुछ हो रहा है, उसके सबूत मौजूद हैं। वहां इंसानियत शर्मसार हुई है। गाजा के लोग भी हमारी तरह इंसान हैं। इनमें हजारों बच्चे हैं जो वहां खतरनाक हालात में फंस गए हैं। मेरे खुद के रिश्तेदार एक चर्च में छिपकर जान बचा सके हैं।
  • वैसे एमेश ने 2019 में ही रिपब्लिकन पार्टी छोड़ दी थी। यह वही साल था जब उस वक्त के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ पहली बार महाभियोग प्रस्ताव लाया गया था।
  • जहां तक वालबर्ग की बात है तो 72 साल का यह सांसद सियासत से पहले एक चर्च में प्रीस्ट था। अब वो अपनी ही पार्टी में घिर चुके हैं और बार-बार सफाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा- मैं जंग का दौर देखा है। इसलिए मैं एटमी हथियारों के इस्तेमाल की बात नहीं कह सकता। इसके बाद वालबर्ग के ऑफिस की तरफ से एक पूरा ऑडियो और उसकी ट्रांस स्क्रिप्ट जारी की गई।
  • इसी भाषण में एक जगह वालबर्ग कहते हैं- यूक्रेन को हमारी तरफ से दी जाने वाली 80% मदद मानवीय सहायता के लिए इस्तेमाल हो रही है। मैं कहता हूं कि यूक्रेन को 100% मदद का इस्तेमाल रूसी सेना के खिलाफ करना चाहिए, ताकि पुतिन को हराया जा सके।

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