मुंबई15 मिनट पहले

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वोडाफोन आइडिया (VI) FPO का इस्तेमाल 4G सर्विस को बेहतर बनाने और 5G सर्विस को रोलआउट करने के लिए करेगी। - Dainik Bhaskar

वोडाफोन आइडिया (VI) FPO का इस्तेमाल 4G सर्विस को बेहतर बनाने और 5G सर्विस को रोलआउट करने के लिए करेगी।

कर्ज में डूबी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (VI) का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर यानी FPO बिडिंग प्रोसेस के आखिरी दिन 22 अप्रैल को 1.08 गुना ज्यादा सब्सक्राइब हुआ है।

इस इश्यू के जरिए कंपनी ₹18,000 करोड़ जुटाना चाहती है। VI ने इसके लिए 1,260 करोड़ शेयर्स ऑफर किए थे, जिसके मुकाबले 1,357 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं।

सबसे ज्यादा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स का सब्सक्रिप्शन
अलग-अलग कैटेगरी में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बिडर्स (QIBs) ने 1.48 गुना,नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने 2.04 गुना बोली लगाई है। जबकि, रिटेल निवेशकों ने 0.44 गुना सब्सक्राइब किया है।

रिटेल निवेशकों के लिए यह 18 अप्रैल को ओपन हुआ था। इससे पहले VI ने 74 एंकर इन्वेस्टर्स से 5,400 करोड़ रुपए जुटाए हैं। कंपनी इस फंड का इस्तेमाल 5G सर्विस रोलआउट करने के लिए करेगी।

अगर आप भी इस FPO में पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं…

मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं?
इस FPO के लिए रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 1298 शेयर के लिए अप्लाई कर सकते हैं। कंपनी ने FPO का प्राइज बैंड ₹10-₹11 प्रति शेयर तय किया है। यदि आप FPO के अपर प्राइज बैंड ₹11 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं तो आपको ₹14,278 लगाने होंगे। रिटेल निवेशक अधिकतम 14 लॉट यानी 18172 शेयर के लिए बिडिंग कर सकते हैं, जिसके लिए ₹199,892 इन्वेस्ट करने होंगे।

VI ने एंकर इन्वेस्टर्स से 5,400 करोड़ रुपए जुटाए
FPO ओपन होने से पहले VI ने 74 एंकर इन्वेस्टर्स से 5,400 करोड़ रुपए जुटाए हैं। कंपनी ने BSE फाइलिंग में बीते दिन इस बात की जानकारी दी थी। VI ने इसके लिए 11 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 491 करोड़ शेयर्स एलॉकेट किए।

निवेशकों में सबसे ज्यादा 26% शेयर GQG पार्टनर्स को मिले हैं, GQG ने इसके लिए 1,345 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इसके अलावा फिडेलिटी इन्वेस्टमेंट्स ने ₹772 करोड़, ट्रू-कैपिटल और ऑस्ट्रेलियन सुपर ने ₹331 करोड़ और ₹130 करोड़ का इन्वेस्टमेंट किया है।

निवेशकों में द मास्टर ट्रस्ट बैंक ऑफ जापान, UBS, मॉर्गन स्टेनली इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स, ऑस्ट्रेलियन सुपर, फिडेलिटी, क्वांट और मोतीलाल ओसवाल शामिल हैं।

यह अब तक का सबसे बड़ा FPO
यह अब तक का सबसे बड़ा FPO है। भारतीय मार्केट में अभी सबसे बड़ा FPO यस बैंक का है, जो 15 हजार करोड़ रुपए का था। वहीं अडाणी एंटरप्राइजेज पिछले साल जनवरी में 20 हजार करोड़ रुपए का FPO लाई थी। हालांकि, बाद में कंपनी ने इसे वापस ले लिया। अगर ऐसा न करती तो अडाणी एंटरप्राइजेज सबसे बड़े FPO लाने वाली कंपनी होती।

4G और 5G सर्विस के लिए फंड का इस्तेमाल करेगी कंपनी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी इस फंड का इस्तेमाल 5G रोलआउट करने और 4G सर्विस को बेहतर करने में करेगी। इसके साथ ही यह फंडरेजिंग कंपनी को अपनी कॉम्पिटेटिव पोजिशनिंग में सुधार करने और बेहतर कस्टमर एक्सपीरियंस प्रोवाइड करने में भी सक्षम बनाएगा।

वोडाफोन आइडिया पर 2,10,000 करोड़ का कर्ज
वोडाफोन आइडिया वित्तीय दिक्कतों से जूझ रही है, जिसपर 2,10,000 करोड़ का कर्ज है। वोडाफोन आइडिया अपने कॉम्पिटिटर्स (Jio और भारती एयरटेल) के साथ कॉम्पिटिशन करने के लिए अपनी सर्विस और बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करना चाहती है। कंपनी अभी रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसे बड़े कॉम्पिटिटर्स से काफी पीछे है।

FPO क्या होता है?
फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) एक ऐसी प्रोसेस है जिसके ऐसी कंपनी जो पहले से शेयर बाजार में लिस्ट है, वह निवेशकों या मौजूदा शेयर होल्डर्स, आम तौर पर प्रमोटर्स को नए शेयर इश्यू करती है। आसान भाषा में समझे तो शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियां सेकेंडरी मार्केट में नए शेयर इश्यू करके फंड जुटाती हैं।

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