नई दिल्ली1 दिन पहले
- कॉपी लिंक
गर्मियों में दही-चावल खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। दही प्रोटीन और प्रोबायोटिक का बेहतरीन स्रोत है। चावल में मौजूद कार्ब एनर्जी देता है। दोपहर में दही-चावल खाने से पेट की गर्मी शांत होती है। दही-चावल खाने का सही तरीका बता रही हैं मेडिका हॉस्पिटल, रांची की सीनियर डाइटीशियन डॉ. विजयश्री प्रसाद।
दही-चावल खाने के फायदे
दही-चावल अपने आप में संपूर्ण भोजन है। इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व इसे पावर फूड बनाते हैं। दही-चावल खाने के कई फायदे हैं। खासकर गर्मियों के दिनों में न इसका सेवन अधिक लाभकारी है।
वजन कंट्रोल में रखे
दही खाने के बाद पेट भरे होने का एहसास होता है और लंबे समय तक भूख नहीं लगती। इससे वजन कंट्रोल करने में आसानी होती है। रोजाना दही खाने से फिटनेस भी बनी रहती है और स्किन की चमक भी बढ़ जाती है।
इम्यूनिटी बढ़ाए
दही में मौजूद प्रोबायोटिक इम्यूनिटी बढ़ाते हैं, जिससे मौसम बदलने से होने वाले सीजनल इंफेक्शन से सुरक्षा मिलती है। जो लोग नियमित रूप से दही खाते हैं उनका पाचन सही रहता है और सेहत भी अच्छी रहती है।
बॉडी को कूल रखता है
दही की तासीर ठंडी होती है इसलिए ये गर्मियों में शरीर में ठंडक बनाए रखता है। जो लोग बहुत गर्मी महसूस करते हैं उन्हें रोजाना दोपहर में दही-चावल का सेवन करना चाहिए।
आसानी से पचता है
अगर आप पेट की समस्या से परेशान हैं तो रोजाना दोपहर में दही-चावल खाना शुरू कर दें। यह पचने में आसान है और एसिडिटि, कब्ज, पेट की गर्मी से राहत दिलाता है। प्रोबायोटिक्स से भरपूर दही पेट की समस्याओं में आराम पहुंचाने के साथ ही पेट की गर्मी भी शांत करता है।
दही खाने के फायदे
रोजाना एक कटोरी दही खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। दही खाने से पाचन दुरुस्त रहता है, वजन कंट्रोल में रहता है, इम्यूनिटी बढ़ती है, हड्डियां मजबूत बनती हैं, इंफेक्शन से बचाव होता है, दिल स्वस्थ रहता है, स्किन की चमक बढ़ती है, पेट की गर्मी शांत होती है। दही के अलावा छाछ पीने से भी पाचन की समस्या दूर होती है।
दही-चावल ऐसे खाएं
दही-चावल खाना फायदेमंद है, लेकिन पूरा लाभ लेने के लिए इसे सही समय और सही मात्रा में खाना चाहिए।
मिश्री या सेंधा नमक के साथ खाएं
दही-चावल को शक्कर या नॉर्मल नमक के बजाय मिश्री, काला नमक या सेंधा नमक मिलाकर खाएं। इससे पाचन सही रहता है।
आप दही में गुड़ मिलाकर भी खा सकते हैं। इसमें मौजूद आयरन दही को और पौष्टिक बनाता है।
सीमित मात्रा में खाएं
दही-चावल हेल्दी है, इसका ये मतलब नहीं कि इसे कितनी भी मात्रा में खाया जाए। अति किसी भी चीज की अच्छी नहीं होती। दही-चावल को भी सीमित मात्रा में खाएं। एक कटोरी दही और एक कटोरी चावल को रोजाना दोपहर में खाया जा सकता है।
खाली पेट न खाएं दही
दही में लैक्टिक एसिड पाया जाता है। इसे अगर खाली पेट खाया जाए तो इससे पेट की अम्लता का स्तर बिगड़ सकता है। साथ ही खाना नहीं पच पाता।
दूध से बनी कोई भी चीज सुबह खाली पेट या रात में न खाएं। दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड पेट के अच्छे बैक्टीरिया को मार देता है, जिससे एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
रात में दही न खाएं
आयुर्वेद में रात में दही खाना सेहत के लिए हानिकारक माना गया है। रात में दही खाने से कफ की तकलीफ हो सकती है। जिन लोगों को सर्दी, खांसी या अस्थमा की समस्या रहती है उन्हें रात में दही नहीं खाना चाहिए। दही में मौजूद प्रोटीन को रात में पचाना मुश्किल होता है इसलिए इसे सुबह से लेकर दोपहर तक खाना चाहिए।
वजाइनल इंफेक्शन है तो दही खाएं
जिन महिलाओं को बार बार वजाइनल इंफेक्शन हो जाता है उनके लिए दही का सेवन का बहुत फायदेमंद होता है। वजाइनल इंफेक्शन होने पर वजाइनल एरिया के अच्छे बैक्टीरिया को डैमेज होने लगते हैं। इससे बचने के लिए रोजाना प्रोबायोटिक से भरपूर दही खाएं। इससे वजाइनल एरिया के अच्छे बैक्टीरिया की हेल्थ अच्छी रहती है और वजाइनल इंफेक्शन होने की आशंका कम हो जाती है।
दही-चावल की रेसिपी
एक कप चावल को पकाकर ठंडा कर लें, इसमें स्वादानुसार नमक मिला लें। एक पैन में दो कप फेंटा हुआ दही, स्वादानुसार नमक और चीनी अच्छी तरह मिला लें। अब दही और चावल को अच्छी तरह मिला लें।
पैन में थोड़ा सा घी या तेल गर्म करें। इसमें हींग, जीरा, करी पत्ता, कटी हरी मिर्च और अदरक, साबूत सूखी लाल मिर्च और चना दाल डालें। जब जीरा तड़कने लगे तो इसे दही-चावल वाले मिश्रण में मिला लें।
आप चाहें तो दही-चावल की रेसिपी में अनार, काजू, किशमिश या गाजर और चुकंदर को कद्दूकस करके भी डाल सकते हैं।
जान-जहां की और खबर पढ़ें-
बूढ़ा दिखने से बचाएं लौकी के बीज, दिल दुरुस्त, हड्डियां मजबूत, ब्लड प्रेशर कंट्रोल, शुगर लेवल बैलेंस, इम्यूनिटी मजबूत बनाएं ये सीड्स
लौकी के बीज में फाइबर, जिंक, विटामिन बी, कैल्शियम, मैग्निशियम, एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है। इसके सेवन से इम्यूनिटी बढ़ती है, मेटाबॉलिज्म, पाचन तंत्र अच्छा रहता है, कब्ज की शिकायत नहीं रहती और भूख को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। लौकी का जूस, सूप या सब्जी नियमित रूप से खाने से वजन कम होता है।
क्या आप भी लौकी के बीज निकालकर सब्जी, सूप या जूस बनाती हैं? यदि आपका जवाब ‘हां’ है तो आज से ही लौकी के उपयोग का तरीका बदल दीजिए। लौकी की तरह इसके बीज भी बहुत लाभकारी होते हैं। लौकी के बीज के फायदे बता रही हैं मेडिका हॉस्पिटल, रांची की सीनियर डाइटीशियन डॉ. विजयश्री प्रसाद। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
कद्दू के छोटे से बीज हड्डियां बनाए फौलादी, बीमारियों से लड़ने की ताकत दे, आंखों की रोशनी बढ़ाए; पेट के कीड़े भी मारे
अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें कद्दू की सब्जी बिल्कुल भी पसंद नहीं, तो आपको पहले कद्दू से शरीर को मिलाने वाले फायदों के बारे में जान लेना चाहिए। डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट शिल्पा मित्तल बता रही हैं कदूद खाना क्यों जरूरी है।
शिल्पा मित्तल के अनुसार, कद्दू खाने से वजन कंट्रोल में रहता है और मोटापा नहीं बढ़ता। कद्दू में मौजूद एंटी कैंसर गुण कैंसर से बचाते हैं। कद्दू खाने से बच्चों के पेट में कीड़े खत्म हो जाते हैं। डायबिटीज और हार्ट के मरीजों के लिए कदूद का सेवन बहुत फायदेमंद है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
सर्दियों में मखाना खाने के फायदे: हड्डियां मजबूत, पाचन दुरुस्त, अच्छी नींद लाए, वजन घटाए, किडनी को हेल्दी बनाए
- कॉपी लिंक
शेयर
राजमा खाने से नहीं बनेगी गैस: मोटापा-झुर्रियां गायब, याददाश्त बढ़ेगी, एसिडिटी-डायबिटीज-दिल के रोगी सीखें दाल बनाने का सही तरीका
- कॉपी लिंक
शेयर
पेट में क्यों बनती गैस: अपच, पेट में कीड़े, फूड पॉइजनिंग, बैक्टीरियल इंफेक्शन वजह, जानें पेट में गुड़गुड़ के उपाय
- कॉपी लिंक
शेयर
नाखून चबाना बिमारी नहीं: तनाव, घबराहट, फोकस में कमी होने पर लोग करते ये काम, पेट में इंफेक्शन; ऐसे छुड़ाएं आदत
- कॉपी लिंक
शेयर