2 घंटे पहलेलेखक: मरजिया जाफर
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बीजी लाइफस्टाइल में स्ट्रेस और थकन जिंदगी का हिस्सा है। काम के बाद हालत ऐसी हो जाती है कि जब व्यक्ति कुछ भी करने लायक नहीं रह जाता। अगर सुबह से काम करते करते थकान हो जाती है तो दोपहर में थोड़ी सी नींद या झपकी लेना बहुत जरूरी है। इसे अंग्रेजी में पॉवर नैप कहा जाता है। 20 मिनट की झपकी सारी थकान को दूर कर देती है और तरोताजा महसूस कराती है।
पॉवर नैप वर्किंग पॉवर बढ़ने में भी कारगर है। इससे यादाश्त भी बढ़ती है। आज ‘जान जहान’ में जनरल फिजिशियन डॉ. अनिल तोमर से अच्छी सेहत के लिए झपकी के फायदे के बारे में जानते हैं…
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की एक रिपोर्ट के मुताबिक 30 मिनट से ज्यादा की झपकी नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इससे ताजगी की जगह थकावट महसूस होने लगती है। झपकी का टाइम 10 से 20 मिनट होना चाहिए।
विले ऑनलाइन लाइब्रेरी के शोध के मुताबिक झपकी से बच्चे शब्द जल्दी सीखते हैं और उनकी मेमोरी पॉवर में बढ़ोतरी होती है। इससे सोचने समझने की क्षमता बढ़ती है। इसलिए मेमोरी पावर इंप्रूव करना चाहते हैं तो दोपहर में एक बार पॉवर नैप जरूर लें।
ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहे
हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो झपकी लेने से ब्लड प्रेशर घटता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक पॉवर नैप यानि झपकी ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती है। इसलिए जो लोग ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए दवाइयां खाते हैं उनको दोपहर में एक बार झपकी जरूर लेनी चाहिए।
इम्यूनिटी पावर बढ़ाएं
झपकी लेने का एक फायदा यह भी है कि इससे बॉडी की इम्युनिटी बढ़ती है। शरीर रोगों से लड़ने में ज्यादा सक्षम हो जाता है। झपकी लेने से महिलाओं में इम्यूनिटी बढ़ती है। खासकर 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को फायदा होता है क्योंकि उन्हें मेनोपॉज की शुरुआत होने लगती हैं।
स्ट्रेस कम होता है
झपकी लेने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि यह आपके दिन भर के स्ट्रेस को दूर कर देता है। झपकी लेने से स्ट्रेस बढ़ाने वाले हार्मोन कंट्रोल होते हैं। इससे स्ट्रेस बढ़ाने वाला हार्मोन नोरपाइफ्रीन का स्राव नियंत्रित होता है।
अलर्टनेस बढ़ती है
हर कार्य में अलर्ट रहना जरूरी है। अगर आप गाड़ी चला रहे हैं और अलर्ट नहीं है तो आप का एक्सीडेंट हो सकता है। झपकी लेने से शरीर की थकावट दूर हो जाती है जिससे अलर्टनेस बढ़ती है। इसलिए अगर आपके शरीर में थकावट है और आप अलर्ट नहीं रह पा रहे हैं तो एक बार झपकी लेले। झपकी आपके अलर्ट ने इसको वापस ले आती है।
दिल का रखे ख्याल
झपकी लेने से थकावट दूर और रिलैक्स महसूस करते हैं इससे नसों को आराम मिलता है जिससे दिल की कार्य क्षमता बढ़ती है। झपकी लेते समय न्यूरोटॉक्सिक का लेवल काफी कम हो जाता है जिससे नसों तथा मांसपेशियों को आराम मिलता है और यह रिलैक्स होती है।
नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक दिन में झपकी लेने से इतनी एनर्जी मिलती है जितनी पूरी रात को सोने में मिलती है। पॉवर नैप के असर पर शोध करते हुए पाया गया कि झपकी लेने से व्यक्ति के मूड, वोर्किंग पॉवर और तथा परफोर्मेंस में तेजी से सुधार होता है। ब्रोक विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान तथा तंत्रिका विज्ञान के प्रोफेसर किम्बर्ली कोटे के मुताबिक लंबे समय तक ली गई झपकी आपको गहरी नींद में डाल सकती हैं। इसलिए 10 से 20 मिनट तक की झपकी ही लेना चाहिए।
लोगों के सोने के पैटर्न के बारे में दिलचस्प जानकारी
- 52% लोग रात को 11:00 से 1:00 के बीच सोते हैं।
- 77% लोगों को ऑफिस में काम के वक्त नींद आती है।
- 31% लोग 7 घंटे से भी कम सोते हैं।
- 80% लोगों को इनसोम्निया है।
- 88% लोग रात को नींद के वक्त एक से दो बार उठते हैं।
- 100 में से 40% लोगों को पीठ दर्द की समस्या है।
- हर व्यक्ति को 7 से 8 घंटे सोना चाहिए।
योग निद्रा-निद्रा जैसा आराम दें
विश्रामवस्था में आंख बंद कर पीठ के बल लेट जाएं। गहरी सांस लें और छोड़ें। अपना ध्यान अपने दाहिने पंजे पर ले जाएं। कुछ सेकंड तक ध्यान बनाये रखें। पंजों को विश्रामावस्था में लाएं। इसके बाद अपना ध्यान दाहिने घुटने, दाहिने जंघा पर ले जाएं।
इसके बाद अपने पूरे दाहिने पैर के प्रति सचेत हो जाएं। यही प्रक्रिया बाएं पैर में दोहरायें। दाहिने करवट ले के कुछ समय लेटे रहें। बाईं नाक से सांस बाहर छोड़ें जिससे शरीर में ठंडेपन का एहसास होगा। जब आराम महसूस करें तो धीरे-धीरे आंखें खोलें।
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