नई दिल्ली5 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

हैंगनेल की समस्या कभी न कभी हर किसी को होती है। इसमें उंगलियों की स्किन नाखून के किनारों से अलग हो जाती है। ऐसा विटामिन की कमी, गलत आदतों और पानी या केमिकल के ज्यादा संपर्क में रहने से होता है। रांची स्थित ‘मेडिसिन 4 यू’ में इंटरनल मेडिसिन डॉ. रविकांत चतुर्वेदी बता रहे हैं हैंगनेल की वजहें और उनसे बचने के उपाय।

हैंगनेल क्या है?

हैंगनेल वो स्थिति है जब उंगलियों की स्किन नाखून के किनारों से अलग हो जाती है। ऐसे में नाखून से जब कोई चीज टकराती है, पानी पड़ता है तो तेज दर्द होता है। कई बार इंफेक्शन बढ़ जाने से हैंगनेल में सूजन, लाली, मवाद भर जाने जैसी स्थिति तक आ जाती है।

हैंगनेल में नाखून के पास की त्वचा निकलने लगती है, जिससे वहां पर दर्द, लाली और सूजन हो जाती है। हैंगनेल में इतना दर्द होता है कि रोज के काम करना भी मुश्किल हो जाता है। धूल-मिट्टी, बैक्टीरिया, फंगस के संपर्क में आने से, एक्जिमा की स्थिति में हैंगनेल की समस्या ज्यादा परेशान करती है।

नाखून से स्किन निकलने की वजहें

हैंगनेल की समस्‍या ज्यादातर सर्दियों के मौसम में होती है। इस मौसम में स्किन ड्राई हो जाती है और नाखून के पास से स्किन निकलने लगती है। कई लोगों में अक्सर ये समस्या देखने को मिलती है। इसकी वजह विटामिन की कमी, नाखून चबाने की आदत, हाथों का पानी या केमिकल के संपर्क में रहना हो सकता है।

कई लोग हैंगनेल को दांत से निकालते हैं या नेल कटर से काटते हैं। इससे इंफेक्शन होने की आशंका बढ़ सकती है। हैंगनेल को दांत या नेलकटर से खींचने पर स्किन पर घाव हो सकता है जिससे इंफेक्शन, एक्जिमा होने की आशंका बढ़ जाती है। हैंगनेल को निकालने के बजाय उसका कारण जानने की कोशिश करें ताकि समस्या जड़ से खत्म हो सके।

विटामिन की कमी

अगर आप हैंगनेल की समस्‍या से परेशान हैं। घरेलू उपाय करने के बावजूद तकलीफ बनी हुई है तो इसकी वजह विटामिन ए और सी की कमी हो सकती है। इसके लिए डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर आपको विटामिन ए और सी के सप्लीमेंट्स लेने को कहेंगे। इसके साथ ही रोजाना नींबू, संतरा, पपीता जैसे पीले फल खाएं। पानी में ज्यादा समय तक काम करने से बचें।

नाखून चबाना

छोटे बच्चे अक्सर नाखून चबाते नजर आते हैं। कई लोगों को ये आदत बड़ी उम्र तक भी रहती है। नाखून चबाने के कारण अक्सर बच्चों के नाखून के पास की स्किन निकलने लग जाती है। जो लोग बड़े होकर भी नाखून चबाते हैं उन्हें भी हैंगनेल की समस्‍या रहती है। नाखून चबाने की आदत छोड़कर इस स्थिति से आसानी से बचा जा सकता है।

पानी में काम करना

महिलाएं घर के काम करते हुए पानी के संपर्क में ज्यादा रहती हैं। कपड़े, बर्तन धोते समय बार बार डिटर्जेंट के संपर्क में आने से उन्हें हैंगनेल की समस्‍या होने लगती है। इसके अलावा जो लोग बार बार हाथ धोते हैं उनके नाखून के पास की स्किन निकलने लगती है। पानी और डिटर्जेंट से दूरी बनाने या काम करते समय ग्लव्ज का इस्तेमाल करने से इस समस्या से बचा जा सकता है।

केमिकल रिएक्शन

कई लोगों का काम ऐसा होता है कि उन्हें केमिकल के संपर्क में रहना पड़ता है। बार बार केमिकल को छूने से उनके हाथों की स्किन पर इसका असर होता है। इससे हाथों की अन्य समस्याओं के अलावा हैंगनेल की तकलीफ भी होने लगती है।

फंगल इंफेक्शन और एक्जिमा

हैंगनेल की तकलीफ होने पर जब फंगल इंफेक्शन या एक्जिमा की समस्या भी बढ़ जाती है तो स्थिति बिगड़ जाती है। इस स्थिति में नाखून के पास की स्किन पर से खून और मवाद आने लगता है। स्किन सूज जाती है, दर्द और तेज जलन होने लगती है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।

प्रोटीन और फैट की कमी

जिन लोगों के शरीर में प्रोटीन और फैट की कमी होती है उनके नाखून के पास की स्किन निकलने लगती है। कुपोषण या टीबी जैसी बीमारी में शरीर में प्रोटीन और फैट की कमी हो जाती है। ऐसे में शरीर में अन्य तकलीफों के साथ साथ हैंगनेल की समस्या भी होने लगती है। ऐसे लोगों की सेहत सुधरने पर हैंगनेल की तकलीफ भी ठीक हो जाती है।

हमारे शरीर में फैट की लेयर्स होती हैं जो स्किन को मॉइस्चराइजर करती रहती हैं। इसी वजह से कई लोगों के चेहरे पर ऑयल नजर आता है। लेकिन टीबी जैसी बीमारी होने पर जब शरीर का प्रोटीन और फैट लॉस होता है तो इसका असर त्वचा पर भी पड़ता है। ऐसे लोगों की त्वचा रूखी हो जाती है, साथ ही नाखूनों के आसपास की त्वचा भी निकलने लगती है।

हैंगनेल से बचने के उपाय

रोजाना सोने से पहले हाथों पर मॉइस्चराइजर या तेल लगाएं। पानी में काम करने के बाद भी आप ऐसा कर सकते हैं।

ग्लिसरीन में गुलाब जल मिलाकर हाथों पर लगाएं, इससे ड्राई स्किन सॉफ्ट बनती है।

पानी में काम करते समय हाथों में ग्लव्स पहनें।

नाखून चबाने की आदत छोड़ दें।

शरीर में विटामिन ए और सी की कमी होने पर हेल्दी डाइट और विटामिन सप्लीमेंट लें।

जान-जहान की और खबर पढ़ें-
नाखून चबाना बिमारी नहीं, तनाव, घबराहट, फोकस में कमी होने पर लोग करते ये काम, पेट में इंफेक्शन; ऐसे छुड़ाएं आदत

आपने भी अपने आसपास कुछ बच्चों या बड़ों को नाखून चबाते देखा होगा। ये बच्चे कहीं पर भी नाखून चबाने लगते हैं। क्या आप जानते हैं कि वो ऐसा क्यों करते हैं?
आदत अच्छी हो या बुरी, वह जितने समय तक साथ रहती है, उसका असर भी उतना ही गहरा रहता है। बचपन में शुरू होने वाली एक ऐसी ही आदत है नाखून चबाना। जिन्हें यह आदत होती है वो भीड़ में भी नाखून चबाना शुरू कर देता है। इसका असर उनकी पर्सनैलिटी पर भी असर पड़ता ही। रांची स्थित ‘मेडिसिन 4 यू’ में इंटरनल मेडिसिन डॉ. रविकांत चतुर्वेदी बता रहे हैं नाखून चबाने की आदत की वजहें और उनके उपाय। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

सत्तू बनाए फौलादी, गर्मियों में सत्तू पीने से एसिडिटी, गैस और अपच से राहत; त्वचा जवां बनाए, बाल चमकाए, ज्यादा न खाएं

गरीबों का प्रोटीन कहा जाने वाला सत्तू अब तक बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और पंजाब के लोगों के भोजन का अहम हिस्सा था। लेकिन प्रोटीन पाउडर के प्रति युवाओं के बढ़ते क्रेज ने अब देशभर में सत्तू को पॉपुलर बना दिया है। सत्तू किराने की दुकान से लेकर डिपार्टमेंटल स्टोर तक में मिलने लगा है।

सत्तू चना, जौ या मटर की दाल को भूनकर पीसा गया एक ऐसा हेल्दी पाउडर है जो तेजी से प्रोटीन पाउडर का विकल्प बनता जा रहा है। सर्दियों में सत्तू पराठा पसंद किया जाता है तो गर्मियों में घोलकर पिया जाता है। कई युवा अब जिम के बाद प्रोटीन पाउडर के बदले सत्तू का घोल पीने लगे हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

खबरें और भी हैं…

  • हरी सब्जियां सुखाने का तरीका: धूप में दिनभर पलटते रहें, एयरटाइट कंटेनर में रखें; वरना फफूंद लगने से सेहत को होगा नुकसान

    धूप में दिनभर पलटते रहें, एयरटाइट कंटेनर में रखें; वरना फफूंद लगने से सेहत को होगा नुकसान|वुमन,Women - Dainik Bhaskar
    • कॉपी लिंक

    शेयर

  • काला चावल खाने से वजन कंट्रोल: काला तिल दिल बनाए दुरुस्त, काला अंगूर रखे जवां, काली किशमिश बाल बनाए घना

    काला तिल दिल बनाए दुरुस्त, काला अंगूर रखे जवां, काली किशमिश बाल बनाए घना|वुमन,Women - Dainik Bhaskar
    • कॉपी लिंक

    शेयर

  • बूढ़ा दिखने से बचाएं लौकी के बीज: दिल दुरुस्त, हड्डियां मजबूत, ब्लड प्रेशर कंट्रोल, शुगर लेवल बैलेंस, इम्यूनिटी मजबूत बनाएं ये सीड्स

    दिल दुरुस्त, हड्डियां मजबूत, ब्लड प्रेशर कंट्रोल, शुगर लेवल बैलेंस, इम्यूनिटी मजबूत बनाएं ये सीड्स|वुमन,Women - Dainik Bhaskar
    • कॉपी लिंक

    शेयर

  • ये नमक बीमारियों से बचाता है: गैस, ब्लोटिंग, सूजन, इन्फेक्शन से राहत पाएं, सिलबट्टे पर पीसकर बनाएं पहाड़ी नमक ‘पिस्यु लूण’

    गैस, ब्लोटिंग, सूजन, इन्फेक्शन से राहत पाएं, सिलबट्टे पर पीसकर बनाएं पहाड़ी नमक 'पिस्यु लूण'|वुमन,Women - Dainik Bhaskar
    • कॉपी लिंक

    शेयर

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here