ईटानगर2 मिनट पहले

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अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर स्थित मालोगम में 18 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के वोटिंग लिए पोलिंग अफसर सिर्फ एक वोट लेने जाएंगे। इसके लिए वे 39 किलोमीटर पैदल सफर करेंगे। चीन बॉर्डर के पास स्थित मालोगम में सिर्फ एक महिला वोटर है। 44 साल की महिला का नाम सोकेला तायांग है।

अधिकारियों ने बताया कि मालोगम में गिने-चुने परिवार रहते हैं। सोकेला को छोड़कर सभी का नाम दूसरे मतदान केंद्र पर दर्ज है। सोकेला किसी अन्य मतदान केंद्र पर वोट देने नहीं जाना चाहती है। सिर्फ उनका वोट लेने के लिए अफसरों, सुरक्षाकर्मियों के साथ एक पोलिंग टीम हेयुलियांग से दुर्गम पहाड़ी इलाकों से होते हुए मालोगम ​​​​​​​जाएंगे।

2019 के लोकसभा चुनाव में सोकेला का वोट लेने के लिए पोलिंग अफसरों की टीम 4 दिनों की पैदल यात्रा करके मालोगाम पहुंची थी।

2019 के लोकसभा चुनाव में सोकेला का वोट लेने के लिए पोलिंग अफसरों की टीम 4 दिनों की पैदल यात्रा करके मालोगाम पहुंची थी।

चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर पवन कुमार सैन ने बताया कि ये सिर्फ एक वोट की बात नहीं है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि सभी नागरिकों को उनकी बात कहने और सुनने का मौका मिले। अफसर ने बताया कि हेयुलियांग ​​​​​​​से मालोगम ​​​​​​​पैदल जाने में पूरा दिन लगता है।

मालोगम ​​​​​​​गांव हेयुलियांग ​​​​​​​विधानसभा क्षेत्र और अरुणाचल लोकसभा क्षेत्र में आता है। इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के बोसीराम सिरम और भाजपा के तापिर गाओ आमने-सामने हैं। पिछली बार 2019 में गाओ ने कांग्रेस के लोवांगचा वांग्लाट को हराया था।

67 मतदान केंद्रों तक पहुंचने में लगेंगे 2-3 दिन
चुनाव अधिकारियों ने बताया कि अरुणाचल में कुल 2,226 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 228 मतदान केंद्रों तक सिर्फ पैदल ही पहुंचा जा सकता है। इनमें 61 केंद्र ऐसे हैं, जहां पहुंचने में दो दिन लगते हैं। 7 मतदान केंद्रों तक पहुंचने में तीन दिन तक का समय लगेगा।

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