1 घंटे पहले

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फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के खिलाड़ियों की तरह एनसीए में ट्रेनिंग और रिहैब की सुविधा मिलेगी। साथ ही इन खिलाड़ियों की बीमा भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI)कराएगा।

इसके अलावा इनको रिटेनरशिप में सी ग्रेड के खिलाड़ियों के बराबर पैसा मिल सकता है। हाल ही में जारी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में सी ग्रेड के खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपये दिए जाने की घोषणा की गई है। हालांकि, फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों को कितनी राशि दी जाएगी और उन्हें क्या सुविधा मिलेगा, इसकी अधिकारिक रूप से घोषणा BCCI की ओर से नहीं की गई है।

फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ी एनसीए का लाभ उठा सकेंगे
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ी नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। वे एनसीए में ट्रेनिंग ले सकते हैं और वहां पर रिहैब भी कर सकेंगे। साथ ही वह अन्य सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। एनसीए की सभी सुविधाएं सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों को फ्री में मिलता है।

हालांकि, सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं किए गए खिलाड़ी अपने राज्य क्रिकेट एसोसिएशन की सिफारिश पर एनसीए की सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए राज्य क्रिकेट एसोसिएशन को पूरा खर्चा उठाना पड़ता है। अब फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों को अपने राज्य क्रिकेट एसोसिएशन पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

5 पेसर्स को फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट
सिलेक्शन कमेटी ने आकाश दीप, विजय कुमार, उमरान मलिक, यश दयाल और विद्वत कावेरप्पा को फास्ट बॉलिंग कॉन्ट्रैक्ट दिया है। ये सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा नहीं है। यह एडिशनल कॉन्ट्रैक्ट है। BCCI ने फास्ट बॉलर्स की बैकअप तैयार करने के लिए यह कदम उठाया है। ताकि मुख्य टीम में शामिल अगर तेज गेंदबाज चोटिल होते हैं या उन पर ज्यादा वर्कलोड होता है, तो उन्हें रेस्ट दिया जा सके और उनकी जगह पर इन खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जा सकता है।

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