9 घंटे पहले
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क्या आप भी लौकी के बीज निकालकर सब्जी, सूप या जूस बनाती हैं? यदि आपका जवाब ‘हां’ है तो आज से ही लौकी के उपयोग का तरीका बदल दीजिए। लौकी की तरह इसके बीज भी बहुत लाभकारी होते हैं। लौकी के बीज के फायदे बता रही हैं मेडिका हॉस्पिटल, रांची की सीनियर डाइटीशियन डॉ. विजयश्री प्रसाद।
लौकी के बीज खाने के फायदे
लौकी के बीज में फाइबर, जिंक, विटामिन बी, कैल्शियम, मैग्निशियम, एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है। इसके सेवन से इम्यूनिटी बढ़ती है, मेटाबॉलिज्म, पाचन तंत्र अच्छा रहता है, कब्ज की शिकायत नहीं रहती और भूख को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। लौकी का जूस, सूप या सब्जी नियमित रूप से खाने से वजन कम होता है।
ये हैं सेहतमंद बीज
लौकी के बीज खाने से दिल दुरुस्त रहता है, हड्डियां मजबूत बनती हैं, ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है, शुगर लेवल बढ़ता नहीं। लौकी के बीज में मौजूद विटामिन E और कैराटीन स्किन और बालों के लिए भी फायदेमंद हैं। लौकी के बीज खाने से स्किन पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़तीं। स्किन का ग्लो बढ़ने के साथ साथ बाल काले, घने, लंबे बनते हैं।
सुखाकर इस्तेमाल करें
लौकी के बीजों को आप सुखाकर लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए लौकी के बीजों को अच्छी तरह धोकर धूप में लगभग दो हफ्ते तक सुखाएं। बार-बार पलटते रहें ताकि बीज अच्छी तरह सूख जाएं।
इस बात का खास ध्यान रखें कि लौकी के बीजों को सुखाते या कंटेनर में सहेजते समय उनमें सीलन न रह जाए। सीलन के कारण बीजों में फफूंद लग सकती है, जिससे आपको फायदे की जगह नुकसान होगा और मेहनत भी बेकार जाएगी। लौकी के बीजों को सुखाकर स्नैक की तरह भी खाया जा सकता है।
इस्तेमाल से पहले चख लें
कड़वी लौकी का सेवन न करें। लौकी को काटते समय चख लें। यदि वह कड़वी है, तो उसका उपयोग न करें। कड़वी लौकी खाने से उल्टी, डायरिया, पेट दर्द, फूड पॉइजनिंग की समस्या हो सकती है। कड़वी लौकी खाकर तबीयत बिगड़ जाए, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं, देर करने से हॉस्पिटल में एडमिट होने तक की नौबत तक आ सकती है।
ज्यादा मात्रा सही नहीं
कोई चीज हेल्दी है तो इसका ये मतलब नहीं है कि उसे जरूरत से खाया जाए। लौकी के लिए भी यही बात लागू होती है। ज्यादा लौकी खाने से फायदे के बजाय नुकसान हो सकता है। लौकी के जूस के साथ भी कुछ ऐसा ही है। लौकी का जूस 100 मिली से ज्यादा नहीं पीना चाहिए। हर व्यक्ति का डायजेस्टिव सिस्टम अलग होता है, इसलिए नियमित रूप से किसी भी चीज का सेवन करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट कर लें।
यदि आपको लौकी का जूस सूट नहीं करता, तो इसका सूप पी सकते हैं। जिन लोगों का ब्लड प्रेशर जरूरत से कम रहता है उन्हें लौकी का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यदि आप रोजाना सुबह लौकी का जूस पीना चाहते हैं तो पहले डॉक्टर से कंसल्ट कर लें।
लौकी की सब्जी, कोफ्ते या हलवा बनाते समय इसमें प्याज, टमाटर, आलू, चना दाल, घी, दूध जैसी चीजें भी पड़ती हैं। इसका फायदा ये है कि लौकी का सेवन सीमित मात्रा में हो पाता है और अधिक सेवन से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है।
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