नई दिल्ली3 दिन पहलेलेखक: मरजिया जाफर

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खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से लोगों को अलग-अलग तरह की बीमारियां हो रही हैं। किसी को डायबिटीज है तो किसी को हाई ब्लड प्रेशर, किसी को कैंसर है तो किसी को कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की टेंशन। समस्या यह है कि ज्यादातर लोग बीमारी से बचने की कोशिश करने के बजाय बीमारी होने के बाद इलाज को लेकर ज्यादा अलर्ट रहते हैं। बीमारी होने से पहले ही इसे रोकने की कोशिश कर ली जाएं तो बीमारी होगी ही नहीं। आइए आयुर्वेदाचार्य डॉ. आर. पी. पराशर से जानते हैं इन आदतों के फायदे के बारे में।

तलवा घिसने से सेहत में सुधार

तलवा घिसने से शारीरिक और मानसिक सेहत बेहतर रहता है। इससे तनाव कम होता है। नींद अच्छी आती है। डाइजेशन सिस्टम मजबूत बनता है। स्किन चमकदार बनती है।

  • पैर के तलवे को रगड़ने से शरीर को गर्मी मिलती है।
  • पैर के तलवे रगड़ने से दिमाग शांत, तनाव कम होता है।
  • ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है।
  • मसल्स और टखनों की जकड़न दूर होती है।
  • सूजन और दर्द से राहत मिलती है।
  • यह एड़ी और जोड़ों को भी मजबूत बनाता है।
  • रात में सोने से पहले पैर के तलवों को रगड़ने या मालिश करने से अच्छी नींद आती है।

तलवे कैसे रगड़ें

पैर के तलवे रगड़ना बहुत आसान है। हथेलियों की मदद से पैर के तलवों को रगड़ या उनकी मालिश कर सकते हैं। इसके लिए गर्म सरसों तेल इस्तेमाल कर सकते हैं।

हथेली मलना

बेहोशी जैसी समस्या पर लोग रोगी की हथेली और तलवे रगड़ने लगते हैं। इससे शरीर में एनर्जी आती है और ब्लड फ्लो बढ़ता है। आयुर्वेद और योग में रोजाना कुछ मिनट हथेली रगड़ से स्ट्रेस कम होता है। ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है।

शरीर में आती है एनर्जी

हथेलियों में कई एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स होते हैं, ये प्वाइंट्स शरीर के कई अंगों से कनेक्ट होते हैं। हाथों को रगड़ने से शरीर में एनर्जी आती है। इसे पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छी तरह होता है।

टेंशन दूर होता है

हथेली रगड़ने के बाद हाथों को आंखों पर रखने से हथेलियों की गर्माहट आंखों के तनाव को कम करती है और आसपास के हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देती है। इससे आप शांत और आरामदायक महसूस करते हैं।

हाथ की मसल्स लचीली बने

हथेलियों को रगड़ते हैं तो इससे कलाई और उंगलियों में जकड़न की समस्या नहीं होती है। इससे मांसपेशियां स्ट्रेच होती हैं और उनमें मजबूती आती है।

प्रोडक्टिविटी में सुधार होता है

हाथों को रगडने के बाद इसे आंखों पर रखने से ब्रेन फंक्शन बेहतर होता है। मन में अच्छे विचार आते हैं और सकारात्मकता और आत्मविश्वास को बढ़ाता है।

ताली बजाना

वैज्ञानिक नजरिए से ताली बजाना एक तरह से योग है। ताली बजाने से ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ता है, शरीर के सभी अंग एक्टिव हो जाते हैं और तेजी से काम करने लगते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं इससे इम्यूनिटी भी मजबूत होती है।

इस तरह ताली बजाएं

  • हर दिन 400 बार ताली बजाते हैं तो गठिया रोग ठीक हो जाएगा। यह क्रिया चार महीने करें।
  • हाथ कांप रहा हो तो रोजाना सुबह-शाम 400 बार ताली बजाएं। यह क्रिया छह माह तक लगातार करें।
  • दिल, फेफड़े और लिवर की बीमारी से जूझ रहे हैं तो रोजाना सुबह-शाम करीब 300 बार ताली बजाएं। इन बीमारियों से मुक्ति मिल जाएगी।
  • इम्यूनिटी कम हो गई है तो ताली बजाए। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा।
  • सिरदर्द, शुगर और अस्थमा जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं तो रोजाना ताली बजाना चाहिए। सुबह-शाम एक निश्चित समय पर 200 बार ताली बजाए।
  • झड़ते हुए बाल को कंट्रोल करने के लिए सुबह-शाम ताली बजाएं। हाथों में घर्षण होने से सिर के बालों को फायदा होता है। हथेली और उंगली की नसें सीधे ब्रेन से जुड़ी होती हैं। ताली बजाने पर यह नसें सक्रिय हो जाती हैं।
  • हर दिन खाने के बाद 200 बार ताली बजाने से शरीर में चर्बी नहीं जमा होती।
  • हाथ की नसों का सीधा संबंध ब्रेन से होता है। ऐसे में ताली बजाने से भूलने की आदत छूट जाती है।
  • ताली बजाने से पहले दोनों हाथों पर बादाम, नारियल, तिल या जैतून का तेल जरूर लगाएं।
  • ताली बजाते समय हाथ ज्यादा गर्म हो जाएं तो थोड़ी देर रुकें। दोबारा इस क्रिया को शुरू करें।

नाखून रगड़ना

नाखूनों को आपस में रगड़ने से ब्लड सर्कुलेशन होता है। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक नहीं होता है तो इससे त्वचा, बाल, दिमाग के साथ ही हड्डियों और मसल्स को भी नुकसान पहुंचता है। लेकिन बहुत से लोग नाखून रगड़ने का सही तरीका नहीं जानते हैं।

हेयर फॉल को रोके

नाखून रगड़ने से स्कैल्प तक ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे बालों को पर्याप्त पोषण मिलता है। इससे बालों का झड़ना कम, बाल मजबूत और बालों में प्राकृतिक चमक आती है।

ब्रेन फंक्शन में सुधार

नाखूनों में कई एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स होते हैं, जो सीधा दिमाग से जुड़े होते हैं। नाखून रगड़ते हैं तो इससे एक्यूप्रेशर पॉइंट दबाते हैं और दिमाग के कार्य करने की क्षमता में सुधार होता है।

एलर्जी और स्किन प्रॉब्लम से राहत

नाखून रगड़ने से त्वचा पर प्राकृतिक चमक आती है, यह त्वचा में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। यह एजिंग के लक्षणों को कम करने में भी मदद करता है। स्किन की कई परेशानियों जैसे चकत्ते, दाने, एलर्जी जैसी दिक्कतों से राहत पाने के लिए भी नाखून रगड़ने का बहुत फायदा है।

नाखून रगड़ने का सही तरीका क्या है

नाखून रगड़ने के लिए दोनों हाथों की उंगलियों को अंदर की तरफ मोड़ें। एक हाथ नाखून के ऊपर दूसरे हाथ के नाखून रखने और इन्हें ऊपर-नीचे रगड़ें। इस दौरान मन को शांत रखना है और नकारात्मक भावनाओं को बाहर निकाल देना है। रोजाना आपको 8-10 मिनट तक करना है। लेकिन ध्यान रखें कि ज्यादा तेज रगड़े या नाखूनों पर अधिक दबाव डालने से बचें। हाई बीपी के मरीज और प्रेग्नेंट महिलाएं नाखून न रगड़ें। क्योंकि इससे गर्भाशय का संकुचन हो सकता है जिससे डिलीवरी के दौरान दिक्कत आ सकती हैं। साथ ही ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल से बाहर हो सकता है।

खुलकर हंसना

योग और नेचुरोपैथी एक्सपर्ट्स मानते हैं कि हंसना शरीर के लिए किसी दवा से कम नहीं है। योग में हास्यासन होता है जिसमें खूब जोर-जोर से हंसना होता है। खुलकर हंसने से मानसिक तनाव और डिप्रेशन का खतरा कम रहता है। इससे दिल के स्वास्थ्य पर अच्छा असर पड़ता है। हंसना सांस के लिए भी बहुत फायदेमंद है, जो फेफड़ों को हेल्दी रखता है। आइये जानते हैं आखिर हंसना सेहत के लिए इतना फायदेमंद क्यों है।

हंसने के फायदे

  • शरीर में ज्यादा और अच्छी मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचता है जिससे हार्ट पंपिंग रेट अच्छा रहता है।
  • इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इम्यूनिटी अच्छी होती तो बीमारियां दूर रहती है। हंसते हुए दिन की शुरुआत करने से पूरा दिन पॉजीटिविटी से भरा रहता है।
  • शरीर में मेलाटोनिन नाम का हार्मोन ज्यादा बनता है जो रात में सुकून की नींद दिलाने में मदद करता है।
  • हार्ट अटैक या दिल से जुड़ी अन्य बीमारियों का खतरा कम होता है।
  • जवां और खूबसूरत बने रह सकते हैं। मांसपेशियों अच्छी तरह काम करती हैं। जिससे आप यंग दिखते हैं।
  • दिनभर की थकान, चिंता हंसी दूर भगाती है। जो लोग तनाव में रहते हैं उन्हें वजह बेवजह हंसने की आदत बना लेनी चाहिए।
  • लंग्स में ऑक्सीजन तेजी से जाता और निकलता है। हमें गहरी सांस लेने में इससे मदद मिलती है। शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई को बेहतर बनाने के लिए हंसी जरूरी है।

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