नई दिल्ली31 मिनट पहले

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डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड के सचिव राजेश कुमार सिंह (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड के सचिव राजेश कुमार सिंह (फाइल फोटो)

स्पेसएक्स और टेस्ला के मालिक एलन मस्क भारत की अपनी पहली यात्रा के दौरान देश के उभरते स्पेश टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स से मुलाकात करेंगे। सरकार ने स्काईरूट एयरोस्पेस, ध्रुव स्पेस, पियरलाइट और दिगंतारा सहित अन्य कंपनियों को नई दिल्ली में मस्क के साथ चर्चा के लिए इनवाइट किया है। मनीकंट्रोल ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।

रिपोर्ट के अनुसार, मस्क इन स्टार्टअप्स से बात करके उनके इनोवेशन और ऑफरिंग्स के बारे में जानकारी लेंगे। इसके अलावा ये स्टार्टअप्स मस्क के सामने अपनी टेक्नोलॉजी को शोकेस कर सकते हैं।

वहीं, एक चैनल को दिए इंटरव्यू में डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) के सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि भारत टेस्ला सहित अन्य ग्लोबल मैन्युफैक्चरर्स का स्वागत करता है। हमें उम्मीद है कि साउथ एशियन मार्केट में एलन मस्क की एंट्री इलेक्ट्रिक व्हीकल्स से आगे बढ़ेगी और इसमें बैटरी टेक्नोलॉजी और स्टारलिंक जैसे प्रोजेक्ट शामिल होंगे।

नई EV पॉलिसी की टैक्स कटौती को ‘रियायत’ कहना गलत
राजेश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार की नई EV पॉलिसी मैन्युफैक्चरर्स के लिए कम इंपोर्ट ड्यूटी ऑफर करती है। इसका उद्देश्य न केवल टेस्ला बस्कि उन सभी कंपनियों को लुभाना है जो इंडियन मार्केट में आना चाहती है। उन्होंने कहा कि EV पॉलिसी में प्रस्तावित टैक्स कटौती को ‘रियायत’ नहीं कहा जा सकता है, अधिकांश देशों में स्टैंडर्ड 15% ही है।

एक महीने पहले सरकार ने EV पॉलिसी में बदलाव किया
एक महीने पहले भारत सरकार ने EV पॉलिसी में बदलाव किया था। नई पॉलिसी के अनुसार, कुछ मॉडल्स के इंपोर्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी 100% से घटाकर 15% कर दिया गया था। इसके लिए निवेशकों को कम से कम 50 मिलियन डॉलर (करीब ₹4,172 करोड़) निवेश करना होगा। सरकार के इस नई पॉलिसी से लंबे समय से भारत में आने का रास्ता तलाश रही अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क की EV कंपनी टेस्ला के लिए भारत में एंट्री आसान हो गई।

अगले हफ्ते भारत आने वाले हैं मस्क
एलन मस्क अगले हफ्ते भारत आने वाले हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से 4 दिन पहले बताया था कि मस्क की भारत विजिट 22 से 27 अप्रैल के बीच हो सकती है। इसके बाद मस्क ने 10 अप्रैल की रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा,’भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात को लेकर उत्सुक हूं।’

हालांकि, मस्क भारत कब आने वाले हैं इसके बारे में अभी तक ऑफिशियल रूप से जानकारी नहीं दी गई है।

दिल्ली और मुंबई में अपने शोरूम के लिए जगह तलाश कर रही टेस्ला
एलन मस्क की इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने वाली कंपनी टेस्ला ने नई दिल्ली और मुंबई में अपने शोरूम के लिए जगह तलाश करना शुरू कर दिया है। इकोनॉमिक्स टाइम्स ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दिया था।

रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला अपने शोरूम के लिए 3,000-5,000 स्क्वेयर फीट की जगह तलाश रही है। साथ ही वह इन शहरों में सर्विस हब भी बनाना चाहती है। कंपनी इस साल के अंत तक भारत में अपनी बिक्री शुरू करने की योजना बना रही है।

मोदी और मस्क अब तक 2 बार मिल चुके हैं
मस्क की यह पहली भारत यात्रा होगी। मस्क इस दौरान भारत में टेस्ला के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का ऐलान भी कर सकते हैं। मोदी और मस्क अब तक 2 बार मिल चुके हैं। दोनों कि 2015 में कैलिफोर्निया में टेस्ला फैक्ट्री में मुलाकात हुई थी। इसके बाद जून 2023 में दोनों न्यूयॉर्क में मिले थे।

भारत में 2-3 बिलियन डॉलर का निवेश करेंगे मस्क
CNBC-TV18 ने बताया था कि एलन मस्क भारत में 2-3 बिलियन डॉलर का निवेश करने के प्लान की घोषणा करेंगे। टेस्ला न केवल भारत के लिए कारों की मैन्युफैक्चरिंग करना चाहती है, बल्कि यहां से उन्हें ग्लोबल मार्केट में एक्सपोर्ट भी करना चाहती है।

इसके अलावा मस्क भारत में जल्द ही सैटेलाइट बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विसेज भी शुरू कर सकते हैं। CNBC-TV18 ने बताया कि स्टारलिंक के लिए रेगुलेटरी अप्रूवल्स फाइनल स्टेज में है और कंपनी को जल्द ही लाइसेंस मिलने की उम्मीद है।

मस्क बोले- भारत में भी दूसरे देश की तरह EV होनी चाहिए
मस्क ने इस हफ्ते X पर कहा था कि भारत में इलेक्ट्रिक कारें होनी चाहिए जैसे कि हर दूसरे देश में हैं। भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक व्हीकल उपलब्ध कराना जरूरी हो गया है। मस्क ऐसे समय भारत आ रहे हैं, जब यहां चुनाव होने हैं। वहीं इस समय अमेरिकी और चीनी बाजारों में ईवी डिमांड धीमी हुई है। चीनी व्हीकल्स से भी टेस्ला को कॉम्पिटिशन मिल रहा है।

कार मैन्युफैक्चरिंग और बैटरी स्टोरेज प्लांट लगाना चाहती है टेस्ला

  • 3 अप्रैल को ब्रिटेन के फाइनेंशियल टाइम्स ने बताया था कि टेस्ला इस महीने भारत में एक टीम भेजेगी, जो देश में 2 से 3 बिलियन डॉलर (₹16 हजार करोड़ से ₹25 हजार करोड़) के इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए जगह की तलाश करेगी।
  • रिपोर्ट में बताया गया था कि इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए टीम का फोकस महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे ऑटोमोटिव हब वाले राज्यों पर होगा। इसकी वजह इन राज्यों के पोर्ट (बंदरगाह) हैं, जहां से कारों का एक्सपोर्ट आसान होगा।
  • टेस्ला भारत में इलेक्ट्रिक कार के साथ बैटरी स्टोरेज सिस्टम भी बनाना और बेचना चाहती है। कंपनी ने इसके लिए भारतीय अधिकारियों के पास एक प्रपोजल दिया था।

2022 में टेस्ला और सरकार के बीच नहीं बनी थी बात

  • 2022 में टेस्ला ने भारत आने की इच्छा जताई थी, लेकिन तब कंपनी और सरकार के बीच बात नहीं बन पाई थी। टेस्ला ने सरकार से पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% करने की मांग की थी।
  • कंपनी चाहती थी कि उसकी गाड़ियों को लग्जरी नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए, लेकिन सरकार ने कहा था कि दूसरे देशों से इंपोर्ट किए जाने वाले किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ या कम करने का कोई भी इरादा नहीं है।
  • सरकार ने कहा था कि अगर टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का कमिटमेंट करती है तो इंपोर्ट पर छूट देने पर विचार किया जाएगा। हालांकि मस्क चाहते थे कि पहले भारत में कारों की बिक्री की जाए, इसके बाद प्लांट लगाने पर विचार किया जाएगा।
  • 27 मई 2022 को भी एक ट्वीट में रिप्लाई करते हुए एलन मस्क ने कहा था, ‘टेस्ला ऐसे किसी लोकेशन पर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाएगी जहां उसे पहले से कारों को बेचने और सर्विस की परमिशन नहीं है।’

पिछले साल नवंबर में टेस्ला फैक्ट्री पहुंचे थे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

गोयल ने टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में कार के बारे में जानकारी ली थी और वहां काम करने वाले भारतीय इंजीनियर्स से मिले थे।

गोयल ने टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में कार के बारे में जानकारी ली थी और वहां काम करने वाले भारतीय इंजीनियर्स से मिले थे।

पिछले साल नवंबर में कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कैलिफोर्निया में टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी विजिट की थी। हालांकि इस दौरान एलन मस्क मौजूद नहीं थे। उन्होंने X पर लिखा था- ‘आपका टेस्ला में आना सम्मान की बात है! आज कैलिफोर्निया नहीं आ पाने के लिए मुझे खेद है, लेकिन मैं फ्यूचर डेट में मीटिंग की आशा रखता हूं।’

पीयूष गोयल ने तस्वीरें शेयर करते हुए X पर लिखा- ‘प्रतिभाशाली भारतीय इंजीनियरों और फाइनेंस प्रोफेशनल्स को सीनियर पोजिशन पर काम करते हुए और टेस्ला की रिमार्केबल जर्नी में योगदान करते हुए देखकर बेहद खुशी हुई।’ गोयल ने कहा- ‘एलन मस्क की मैग्नेटिक प्रेजेंस को मिस किया और मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

अभी टेस्ला की चार इलेक्ट्रिक कारें
अमेरिकन मार्केट में अभी टेस्ला की चार इलेक्ट्रिक कारें बेची जा रही हैं। इनमें मॉडल S, मॉडल 3, मॉडल x और मॉडल Y शामिल हैं। इनमें मॉडल 3 का रियल व्हील ड्राइव वैरिएंट सबसे सस्ता है। अमेरिका में इसकी कीमत 38,990 डॉलर (करीब 32.48 लाख रुपए) है।

भारत में अभी EV की केवल 2% हिस्सेदारी
भारत का ईवी मार्केट अभी छोटा है लेकिन तेजी से बढ़ रहा है। यहां अभी स्थानीय कार निर्माता टाटा मोटर्स का दबदबा है। 2023 में कुल कार बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी सिर्फ 2% थी। सरकार का इसे 2030 तक 30% तक पहुंचाने का लक्ष्य है।

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