5 घंटे पहलेलेखक: कमला बडोनी

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ब्यूटी कॉन्टेस्ट जीतकर वो एक्टिंग में करियर बनाने मुंबई तो आ गईं, लेकिन उन्हें एक्टिंग की दुनिया की एबीसी तक नहीं पता थी। एक्टिंग क्लास, ऑडिशन, एड फिल्म्स से होते हुए जब एकता कपूर ने उन्हें ब्रेक दिया, उसके बाद उन्हें पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी। ‘ये मैं हूं’ में जानिए मॉडल-एक्टर मधुरिमा तुली की कहानी…

देशभर में घूमने का मौका मिला

मेरा जन्म धनबाद में हुआ और बचपन ओडिशा में बीता। पापा प्रवीण तुली की ट्रांसफरेबल जॉब थी इसलिए हमें देश के अलग अलग शहरों में रहने और घूमने का मौका मिला। फिर कुछ सालों बाद हम देहरादून में सेटल हो गए। मेरी आगे की पढ़ाई देहरादून में ही हुई।

14 साल में चलाई बाइक

मैं बहुत खुशनसीब हूं कि मुझे ऐसे पैरेंट्स मिले, जिन्होंने मुझे वो सब करने दिया जो मैं चाहती थी। मेरे पैरेंट्स ने मेरे भाई और मुझमें कभी कोई फर्क नहीं किया, बल्कि मुझे भाई से ज्यादा प्यार दिया।

जब मैं 14 साल की थी तब मैंने भाई से पहले बाइक चलाना सीख लिया था। मैंने 5 साल तक ओडिसी डांस सीखा, स्टेट लेवल पर 100 मीटर रनिंग और हर्डल में अवार्ड जीता।

क्रिकेट में करियर बनाना चाहती थी

मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं एक्टिंग में करियर बनाउंगी। लेकिन डेस्टिनी में शायद कुछ और लिखा था। मां ने मुझे मिस उत्तरांचल कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेने को कहा और वही मेरी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।

मैं हमेशा से स्पोर्ट्स में अच्छी थी। दसवीं में मैंने डिसाइड कर लिया था कि मुझे क्रिकेट में करियर बनाना है। उत्तराखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन में मेरा सलेक्शन हो चुका था। समर वेकेशन में ट्रेनिंग के लिए मैं ट्रेन में बैठ चुकी थी। तभी मुझे मिस उत्तराखंड कॉन्टेस्ट टीम की तरफ से फोन आया कि आपका सलेक्शन कॉन्टेस्ट के लिए हो गया है।

मैं तुरंत ट्रेन से उतर गई। मैंने अपने कोच को बताया। उन्होंने मेरे मन की बात समझी और मुझे जाने की परमिशन दे दी। बस वहीं से मेरी डेस्टिनी बदल गई।

मैंने ब्यूटी कॉन्टेस्ट जीता

जब मैंने ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया तब मैं ये नहीं जानती थी कि मैं ये कॉन्टेस्ट जीत जाउंगी। ब्यूटी कॉन्टेस्ट में मुझे सेल्फ ग्रूमिंग, एटिकेट्स, बॉडी लैंग्वेज, डिक्शन जैसी कई जरूरी बातें सीखने को मिलीं। ये मेरे लिए एक अलग ही अनुभव था। सच कहूं तो मुझे ये सब करना अच्छा लग रहा था।

मेरे लिए सबसे खुशी की बात ये थी कि साल 2005 में मैंने 200 लड़कियों के बीच मिस उत्तराखंड ब्यूटी कॉन्टेस्ट जीता। उसके बाद तो जैसे रातोंरात मेरी जिंदगी बदल गई। लोग मुझे जानने लगे। मेरी जीत की खबरें अखबारों में छपने लगीं। मुझे एड्स में काम मिलने लगा।

एक्ट्रेस मधुरिमा तुली के पापा प्रवीण तुली योगा एक्सपर्ट हैं, मां विजया पंत तुली माउंटेनियर हैं और भाई श्रीकांत तुली की म्यूजिक कंपनी है।

एक्ट्रेस मधुरिमा तुली के पापा प्रवीण तुली योगा एक्सपर्ट हैं, मां विजया पंत तुली माउंटेनियर हैं और भाई श्रीकांत तुली की म्यूजिक कंपनी है।

मेरे लिए मां ने गहने बेचे

मेरे करियर में मां का बहुत बड़ा योगदान है। मेरी मां विजया पंत तुली माउंटेनियर हैं और उन्होंने मुझे हमेशा ऊंचाई की राह दिखाई। वो मेरी पिलर हैं। जब मैंने ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया तब हमारे घर की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। उस समय मां ने मेरे ब्यूटी कॉन्टेस्ट के लिए अपने गहने तक बेच दिए। मेरे करियर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन मां ताकत बनकर हमेशा मेरे साथ खड़ी रहीं। उन्होंने मुझे कभी डगमगाने नहीं दिया।

मुंबई ने दी पहचान

जब देहरादून में मेरा नाम होने लगा तो मैंने मां से जिद की कि मुझे एक्टिंग में करियर बनाने के लिए मुंबई जाना है। पहले तो मम्मी-पापा इसके लिए तैयार नहीं हुए, लेकिन मेरे मनाने पर मान गए।

मम्मी-पापा मुझे अपने साथ मुंबई लेकर आए। लेकिन यहां मेरे लिए सबकुछ नया था। मुझे ये भी नहीं पता था कि पोर्टफोलियो क्या होता है, ऑडिशन कैसे देते हैं। फिर मैंने किशोर नमित कपूर एक्टिंग स्कूल से एक्टिंग सीखी। पोर्टफोलियो बनाया, उसे प्रोडक्शन हाउसेस तक पहुंचाया, ऑडिशन देना शुरू किया। धीरे-धीरे मुझे एड्स फिल्म्स में काम मिलना शुरू हो गया।

एक्ट्रेस मधुरिमा तुली महारष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ ईश्वर की आराधना करते हुए

एक्ट्रेस मधुरिमा तुली महारष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ ईश्वर की आराधना करते हुए

एकता कपूर ने मशहूर बनाया

एकता कपूर के शो ‘कस्तूरी’ और ‘कुमकुम भाग्य’ से मुझे पहचान मिली। उसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ा। चंद्रकांता, कयामत की रात, नच बलिए 9, बिग बॉस 13, टीवी सीरीज 24… एक के बाद एक टीवी शो में काम मिलता गया और मैं अपने काम में बिजी हो गई।

एक्टिंग की बात करें तो मैं शर्मीली बहू भी बन सकती हूं, बुलेट भी चला सकती हूं और बंदूक भी। अक्षय कुमार के साथ फिल्म ‘बेबी’ में काम करने के अलावा मैंने बचना ऐ हसीनो, वॉर्निंग, हमारी अधूरी कहानी, जीना अभी बाकी है, नाम शबाना आदि हिंदी फिल्मों में एक्टिंग की है। मैंने कन्नड़, पंजाबी, अंग्रेजी और तमिल भाषाओं की फिल्मों में भी एक्टिंग की है। हाल ही में मैंने ‘अवरोध’ वेब सीरीज जर्नलिस्ट का किरदार निभाया।

बहुत जल्द मैं जॉन अब्राहम के साथ फिल्म ‘तेहरान’ में नजर आने वाली हूं। एक वेब फिल्म भी जल्द आने वाली है।

छोटा भाई बहुत इज्जत करता है

मेरे छोटे भाई श्रीकांत तुली ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, लेकिन बाद में उसे भी ग्लैमर इंडस्ट्री में आने की इच्छा हुई। मैं जितना सपोर्ट कर सकती थी मैंने किया। मैं उसके लिए कुछ भी कर सकती हूं और वो भी मेरी उतनी ही इज्जत करता है। श्रीकांत मुझे अपनी बड़ी बहन नहीं बड़ा भाई मानता है। उसे एक्टिंग में मजा नहीं आया इसलिए उसने अपनी म्यूजिक कंपनी शुरू कर दी। श्रीकांत के कई म्यूजिक एल्बम और शॉर्ट फिल्में हिट हुई हैं।

हमारे लिए फ्री टाइम यानी फैमिली टाइम होता है। हमें जब भी काम से फुर्सत मिलती है तो हम सब घूमने निकल जाते हैं। हमारे मम्मी-पापा को जब भी समय मिलता है तो वे महाराष्ट्र के लोगों को ट्रेकिंग पर ले जाते हैं। पापा योगा एक्सपर्ट हैं इसलिए घर में सब फिटनेस पर बहुत ध्यान देते हैं। मम्मी 65 साल की उम्र में एक्टिंग सीख रही हैं। बहुत जल्द वो स्क्रीन पर नजर आएंगी। हम सब एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ रहे हैं। यही हमारी ताकत है।

परिवार का साथ जरूरी

मैं अपने करियर में इतना कुछ इसलिए कर पाई क्योंकि मेरे पेरेंट्स हमेशा मेरे साथ खड़े रहे। माता-पिता जब बेटी का साथ देते हैं तो वह बड़े से बड़ा मुकाम हासिल कर लेती है। मेरे पेरेंट्स को मुझ पर पूरा भरोसा है और मैंने उनके विश्वास पर खरे उतरने की हमेशा से पूरी कोशिश की है।

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