5 घंटे पहले

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शर्म को महिला का गहना माना जाता है। लेकिन पति-पत्नी के रिश्ते में यही शर्म कई बार दूरियों की वजह बन जाती है। अंतरंग पलों में पत्नी की जरूरत से ज्यादा शर्म पति की खीझ की वजह बन जाती है। सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. राजन भोसले बता रहे हैं पति-पत्नी के रिश्ते में शर्म-डर से होने वाले नुकसान और उनसे बचने के उपाय।

हमारी शादी को एक साल हो चुका है लेकिन अभी तक हमारा फिजिकल रिलेशन नॉर्मल नहीं हो पाया है। इसकी वजह मैं हूं। शादी से पहले मैंने अंतरंग पलों के दौरान होने वाले दर्द के बारे में सुना था। इससे मेरे मन में इतना डर बैठ गया है कि जब भी पति संबंध बनाने की कोशिश करते मैं शर्म और डर से पसीना पसीना हो जाती।

मेरी इस हालत पर पहले तो पति को दया आती थी, लेकिन अब उन्हें खीझ होने लगी है। अब पति मुझसे दूरी बनाने लगे हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं?

ये सिर्फ आपकी समस्या नहीं है। आपके जैसी कई महिलाएं हैं जिन्हें सही जानकारी न मिल पाने के कारण शादी के बाद तकलीफों का सामना करना पड़ता है। इसकी सबसे बड़ी वजह है जागरूकता की कमी। शादी से पहले लड़कियों को फिजिकल रिलेशन पर बात करने तक की इजाजत नहीं दी जाती और शादी के बाद एक साल के भीतर ही उनसे मां बनने की उम्मीद की जाती है। लड़कियों के प्रति समाज का ये रवैया दोगला है। इससे लड़कियां समझ नहीं पातीं कि आखिर उनके लिए कैसा व्यवहार सही है।

लड़का हो या लड़की शादी से पहले दोनों की काउंसलिंग बेहद जरूरी है। बेहतर तो यही है कि शादी से पहले लड़का और लड़की एक साथ काउंसलिंग के लिए जाएं। इससे शादी के पहले ही दोनों के मन में उठने वाले सवालों का समाधान एक साथ हो जाता है।

अगर शादी से पहले लड़का और लड़की एक साथ काउंसलिंग के लिए नहीं जा सकते तो अलग अलग ही सही, लेकिन काउंसलिंग के लिए जाना जरूरी है। इससे शादी के पहले फिजिकल रिलेशन को लेकर मन में उठने वाले सवालों के समाधान मिल जाते हैं। इससे लड़का-लड़की दोनों ही शादी के पहले अपने नए जीवन के लिए मानसिक रूप से तैयार हो जाते हैं।

आज भी कई घरों में लड़कियों को लड़कों से बात तक नहीं करने दी जाती। फिर अचानक एक अजनबी से उसकी शादी तय कर दी जाती है। ससुराल पहुंचकर ऐसी लड़कियां बुरी तरह डर जाती हैं। शर्म और डर के कारण वो अंतरंग पलों में सहयोग नहीं कर पातीं। कई लड़कियों का शरीर बुरी तरह अकड़ जाता है जिससे संबंध बनाना मुश्किल हो जाता है।

ऐसी स्थिति में पहले तो पति स्थिति को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं। लेकिन जब पत्नी में कोई सुधार नहीं आता तो चिढ़कर वो उससे दूरी बनाने लगते हैं। इससे पति-पत्नी के रिश्ते में दूरियां बढ़ने लगती हैं जो किसी भी कपल के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।

आपके साथ भी यही हो रहा है। अगर एक साल में आपके फिजिकल रिलेशन नॉर्मल नहीं हो पाए हैं तो ये अच्छे संकेत नहीं है। बहुत देर हो जाने से बेहतर है कि आप दोनों काउंसलिंग के लिए एक्सपर्ट से मिलें। इससे आप दोनों की समस्याएं सुलझ सकेंगी और रिश्ते में प्यार बढ़ेगा।

सेक्स सीरियसली में जानिए कुछ और सवाल-

मेरी समस्या ये है कि बड़ी होती बेटी के साथ एक ही कमरे में सोते हुए मुझे संबंध बनाने में हिचक महसूस होती है। हर समय ये डर लगा रहता है कि कहीं वह जाग न जाए।

पति को मेरे डर और हिचक से चिढ़ होती है। वो खुलकर फिजिकल रिलेशन को एंजॉय करना चाहते हैं, लेकिन बेटी के कारण ऐसा हो नहीं पाता। उनका मानना है कि अब हमें बेटी को अलग करने में सुलाना चाहिए। आप क्या सलाह देंगे?

आपके पति बिल्कुल सही कह रहे हैं। अब आपको बेटी को अलग कमरे में सुलाना चाहिए। घर छोटा होता या जगह की समस्या होती तब तो कोई ऑप्शन न होता, लेकिन घर बड़ा है तो बेटी को अलग कमरे में सुलाएं।

पति-पत्नी को संबंध बनाने के लिए प्राइवेसी की जरूरत होती है। डर या हिचक के माहौल में आप दोनों अपनी भावनाएं खुलकर व्यक्त नहीं कर सकते। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें

हमारी शादी को एक साल हुआ है। पति मुझसे बार बार सवाल करते हैं कि फिजिकल रिलेशन के लिए कितना समय होना जरूरी है। वो मुझसे मेरी संतुष्टि के बारे में पूछते रहते हैं। पति अपने दोस्तों से भी इस बारे में बात करते हैं। वो जानना चाहते हैं कि उनके दोस्तों के मुकाबले हमारी सेक्शुअल लाइफ कितनी हेल्दी है। पति हमारे अंतरंग पलों को रोमांचक बनाने के लिए बहुत ज्यादा एक्साइटेड रहते हैं। क्या उनका व्यवहार सही है? अंतरंग पलों के लिए कितना समय सही होता है?

ये बहुत अच्छी बात है कि पति फिजिकल रिलेशन में आपकी संतुष्टि को इतना महत्व देते हैं। वो जानना चाहते हैं कि आप अंतरंग पलों में संतुष्टि अनुभव करती हैं या नहीं। कई पुरुष ऐसे भी हैं जो सिर्फ अपनी संतुष्टि के बारे में सोचते हैं। पत्नी क्या चाहती है, इस बारे में वो सोचना ही नहीं चाहते।

कपल को दूसरों से अपने फिजिकल रिलेशन की तुलना नहीं करना चाहिए। समय का संतुष्टि से कोई लेना देना नहीं। किसी से तुलना करने के बजाय इस बात पर ध्यान दें कि आप दोनों एक दूसरे के साथ कितने खुश हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें

डॉ. राजन भोसले, एमडी

प्रोफेसर एंड एचओडी, सेक्सुअल मेडिसिन डिपार्टमेंट, केईएम हॉस्पिटल एंड जी. एस. मेडिकल कॉलेज

सेक्स सीरियसली के लिए अपने सवाल इस आईडी पर भेजें: db.ladies@dbcorp.in

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