नई दिल्ली37 मिनट पहले

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अप्रैल 2024 में 1,330 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन हुआ। इस दौरान टोटल ₹19.64 लाख करोड़ की राशि ट्रांसफर की गई। ट्रांजैक्शन की संख्या में सालाना आधार पर 50.11% की बढ़ोतरी हुई है।

वहीं, इसके जरिए ट्रांसफर की जाने वाली राशि में 38.70% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले यानी अप्रैल 2023 में 886 करोड़ ट्रांजैक्शन के जरिए 14.16 लाख करोड़ रूपए का लेनदेन हुआ था।

मार्च 2023 में हुआ था रिकॉर्ड ट्रांजैक्शन
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) से मार्च में ट्रांजैक्शन का नया रिकॉर्ड बना था। इस दौरान एक महीने में सबसे ज्यादा 1,344 करोड़ ट्रांजैक्शन के जरिए 19.78 लाख करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ था।

वहीं, पूरे वित्त वर्ष यानी अप्रैल 2023 से मार्च 2024 के दौरान 13,068 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन हुए। इन ट्रांजैक्शनसंस के जरिए लोगों ने ₹199.95 लाख करोड़ का लेनदेन किया। यह वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले 43.68% ज्यादा है।

UPI कैसे काम करता है?
UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है।

अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्‍मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।

UPI अब तेजी से ग्लोबल ट्रांजैक्शन सिस्टम बन रहा है। यानी, इसके जरिए भारत के बाहर भी कई देशों में ट्रांजैक्शन किया जा रहा है…

फरवरी में पीएम मोदी ने फ्रांस, श्रीलंका और मॉरीशस में UPI लॉन्च किया
इसी साल फरवरी में फ्रांस, श्रीलंका और मॉरीशस में UPI यानी ‘यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस’ सर्विस लॉन्च हुई थी। पेरिस के एफिल टावर पर यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस इसे पहली बार भारतीय दूतावास की मदद से लॉन्च किया गया था।

इसके जरिए लोग वहां टिकटिंग और अन्य सुविधाओं का आनंद ले सकेंगे। वहीं, श्रीलंका और मॉरीशस जाने वाले भारतीय नागरिकों के साथ-साथ भारत की यात्रा करने वाले मॉरीशस के नागरिक इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।

श्रीलंका और मॉरीशस में UPI सर्विस के लॉन्चिंग के मौके पर पीएम मोदी ने कहा…

UPI 2016 में लॉन्च हुआ था
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI को 2016 में लॉन्च किया गया। इसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बनाया है। इसने आसान तरीके से सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी। इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था। वॉलेट में KYC जैसी झंझट है, जबकि UPI में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता।

UPI को NCPI ऑपरेट करता है
भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था।

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