मुंबई15 घंटे पहले
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IT कंपनी विप्रो ने आज यानी शुक्रवार (19 अप्रैल) को Q4FY24 यानी फाइनेंशियल ईयर 2024 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में विप्रो का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 8% गिरकर ₹2,835 करोड़ रहा।
पिछले साल इसी तिमाही (Q4FY23) में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹3,074 करोड़ रहा था। वहीं Q3FY24 यानी तीसरी तिमाही में विप्रो का नेट प्रॉफिट ₹2,700 करोड़ रहा था। यानी तीसरी तिमाही की तुलना में चौथी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 5% बढ़ा है।
विप्रो का रेवेन्यू भी घटकर ₹22,208 करोड़ रहा
विप्रो का चौथी तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू 4.2% घटकर ₹22,208 करोड़ रहा, जो पिछले साल इसी तिमाही में ₹23,190 करोड़ रहा था। वहीं तीसरी तिमाही में विप्रो का रेवेन्यू ₹22,205 करोड़ रहा था। यानी तीसरी तिमाही की तुलना में चौथी तिमाही में रेवेन्यू 1.3% बढ़ा है।
रिशद ए प्रेमजी को होल-टाइम डायरेक्टर के रूप में री-अपॉइंट किया
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि विप्रो ने एग्जीक्यूटिव चेयरमैन के रूप में नामित रिशद ए प्रेमजी को होल-टाइम डायरेक्टर के रूप में री-अपॉइंट किया है।
विप्रो का शेयर 1.74% बढ़कर 452 रुपए पर पहुंचा
रिजल्ट आने के पहले आज विप्रो का शेयर 1.74% की तेजी के साथ 452.10 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। इसके साथ ही विप्रो का मार्केट कैप 2.36 लाख करोड़ रुपए हो गया है।
विप्रो में 2.45 लाख से ज्यादा एम्प्लॉइज, 65 देशों में प्रेजेंस
विप्रो लिमिटेड एक लीडिंग टेक्नोलॉजी सर्विसेज और कंसलटिंग कंपनी है। इसके 2.45 लाख से ज्यादा एम्प्लॉइज है और 65 देशों में इसकी प्रेजेंस है। अजीम प्रेमजी को 1966 में 21 साल की उम्र में अपने पिता से विप्रो का कंट्रोल विरासत में मिला था।
उनकी लीडरशिप में, विप्रो ने वनस्पति तेल के उत्पादन से लेकर आईटी सर्विसेज, सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन और कंसल्टिंग सर्विसेज देने तक डायवर्सिफिकेशन किया।