16 मिनट पहले

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तुर्किये नाटो का मेंबर होने के बावजूद गाजा में इजराइल के ऑपरेशन की आलोचना करता है। (फाइल) - Dainik Bhaskar

तुर्किये नाटो का मेंबर होने के बावजूद गाजा में इजराइल के ऑपरेशन की आलोचना करता है। (फाइल)

तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर दिए बयान के बाद इजराइल ने तुर्किये से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। एर्दोगन ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नेतन्याहू को अल्लाह के पास भेजने की बात कही थी। इजराइल ने नेतन्याहू के बयान पर पलटवार किया है।

विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने तुर्किये के राजदूत को रिमांड के लिए तलब किया। काट्ज ने एर्दोगन को मैसेज भिजवाया है। इसमें लिखा है- तुम बच्चों को जलाने, हमास के हत्यारों और रेपिस्टों का समर्थन करते हो। आपको भगवान के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं।

तुर्किये इकलौता नाटो देश है जो हमास को आतंकी संगठन नहीं मानता है।

तुर्किये इकलौता नाटो देश है जो हमास को आतंकी संगठन नहीं मानता है।

‘चुप रहिए और आपको शर्म आनी चाहिए’
इजराइल के विदेश मंत्री के मैसेज में लिखा है कि कोई भगवान क्रूर हमास के दोस्तों की नहीं सुनेगा। वो हमास जो इंसानियत के खिलाफ जुर्म करता है। इसलिए चुप रहो और शर्म करो। दूसरी तरफ, अमेरिका ने कहा है कि अगर इजराइल ने गाजा के राफा में ऑपरेशन चलाया तो लाखों लोगों के पास जाने को जगह नहीं होगी।

अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा- मैनें मैप देखा है। इन लोगों को यहां आने के लिए कहा गया था, अब इनके पास राफाह से आगे जाने की कोई जगह नहीं है। इजराइल का राफाह में कार्रवाई करना बड़ी गलती होगी। इस बीच इजराइल के डिफेंस मिनिस्टर योआव गैलांट अमेरिका जा रहे हैं।

नेतन्याहू वॉर क्रिमिनल

ये पहली बार नहीं है जब एर्दोगन ने नेतन्याहू को लेकर इस तरह के बयान दिए हों। इससे पहले एर्दोगन ने नेतन्याहू की तुलना तानाशाह स्टालिन, हिटलर और मुसोलिनी से की थी।

एर्दोगन ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को वॉर क्रिमिनल (युद्ध अपराधी) बताया था। एर्दोगन ने कहा था- इजराइल और हमास की जंग खत्म होने के बाद नेतन्याहू पर वॉर क्राइम्स के लिए केस चलना चाहिए।

उन्होंने यूगोस्लाविया के पूर्व राष्ट्रपति मिलोसेविक की मिसाल देते हुए कहा था- जिस तरह मिलोसेविक पर युद्ध अपराध का केस चलाया गया था। वही सलूक नेतन्याहू के साथ भी होना चाहिए।

इजराइल के हमलों से गाजा में हालात खराब है। बमबारी के साथ अब लोगों की भूख से तड़पकर मौत हो रही है।

इजराइल के हमलों से गाजा में हालात खराब है। बमबारी के साथ अब लोगों की भूख से तड़पकर मौत हो रही है।

UN सिक्योरिटी काउंसिल पर तंज

  • एर्दोगन ने यूएन सिक्योरिटी काउंसिल के सदस्य देशों पर भी तंज कसा था। कहा था- ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका दोहरा रवैया अपना रहे हैं। अब बहुत जरूरी हो गया कि सिक्योरिटी काउंसिल में सुधार किए जाएं। फिलहाल, सिक्योरिटी काउंसिल का जो स्ट्रक्चर है, उसमें वो कभी किसी जगह अमन नहीं ला सकता और ऐसे कई उदाहरण हमारे सामने हैं।
  • नवंबर में NATO देशों के अहम सदस्य तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इजराइल पर हमला करने वाले फिलिस्तीनी संगठन हमास का बचाव किया था। एर्दोगन ने पार्टी सांसदों से मुलाकात के दौरान कहा था- मैं इजराइल नहीं जाऊंगा। हमास आतंकी संगठन नहीं है। इसके मेंबर्स आजादी की जंग में हिस्सा लेने वाले मुजाहिदीन हैं। ये अपनी जमीन और नागरिकों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। हम आम नागरिकों पर हमलों के खिलाफ हैं, भले ही वो इजराइली क्यों न हों।

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