11 मिनट पहले

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पीरियड्स से पहले होने वाली एंग्जाइटी महिलाओं की एक आम समस्या है। हार्मोन्स में होने वाले बदलाव के कारण महिलाओं में पीरियड्स से पहले एंग्जाइटी होती है। किसी भी महिला को कभी भी पीरियड्स एंग्जाइटी हो सकती है। लेकिन इसे नजरअंदाज करना सही नहीं है।

पहले महिलाएं पीरियड्स के दर्द को चुपचाप सहन कर लेती थीं, लेकिन अब जागरूकता बढ़ी है। अब महिलाएं पीरियड्स के दर्द पर बात करने लगी हैं। परिवार भी उनकी समस्याओं को समझने लगा है।

खानपान और रहन सहन में बदलाव करके पीरियड्स से पहले होने वाली एंग्जाइटी से राहत पाई जा सकती है। मुंबई के मदरहुड हॉस्पिटल की ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. सुरभि सिद्धार्थ बता रही हैं पीरियड्स से पहले होने वाली एंग्जाइटी से बचने के आसान उपाय।

पीरियड्स एंग्जाइटी के लक्षण

पीरियड्स एंग्जाइटी के लक्षण आमतौर पर एक जैसे होते हैं, लेकिन हर महिला में इसका लेवल अलग होता है। कुछ महिलाओं में पीरियड्स एंग्जाइटी का असर बहुत ज्यादा दिखाई देता है और कुछ में इसके लक्षण पता भी नहीं चलते। लाइफस्टाइल बदलकर पीरियड्स एंग्जाइटी को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

दर्द से डरें नहीं

पीरियड्स से पहले दर्द होना आम बात है। लेकिन कुछ महिलाओं को दर्द इतना ज्यादा होता है कि वो अपने रोज के काम भी नहीं कर पातीं। कई महिलाओं के मन में पीरियड्स के दर्द का डर इतना हावी हो जाता है कि पीरियड्स के नाम से ही उन्हें दर्द की अनुभूति होने लगती है।

ये डर वास्तविकता से ज्यादा मनोवैज्ञानिक होता है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि पीरियड्स से पहले हर महिला को होने वाला दर्द मनोवैज्ञानिक ही हो। कुछ महिलाओं को असहनीय दर्द होता है जिससे उनके रोज के काम प्रभावित होते हैं। पीरियड्स के दर्द से डरने की बजाय उससे बचने के उपाय खोजना ज्यादा जरूरी है।

गुस्सा-चिड़चिड़ापन

पीरियड्स से पहले महिलाओं में नजर आने वाला गुस्सा और चिड़चिड़ापन जग जाहिर है। कई पुरुष इसे लेकर महिलाओं का मजाक तक उड़ाते हैं। सोशल मीडिया पर इस विषय पर कई मीम्स भी बनाए जाते हैं। लेकिन ये मजाक का विषय नहीं है। कई बार पीरियड्स से पहले गुस्सा और चिड़चिड़ापन महिलाओं को बहुत नुकसान पहुंचाता है। इससे उनका तनाव बढ़ता है और कई बार घर या ऑफिस में तू तू मैं मैं की नौबत तक आ जाती है।

तनाव से बचें

पीरियड्स से पहले होने वाले दर्द और गुस्से की सबसे बड़ी वजह तनाव है। जो महिलाएं अक्सर तनाव में रहती हैं उन्हें पीरियड्स से पहले दर्द ज्यादा होता है। ऐसी महिलाएं लाइफस्टाइल बदलकर पीरियड्स के दर्द से राहत पा सकती हैं।

मूड स्विंग्स को पहचानें

पल में गुस्सा, पल में रोना, पल में खुशी… पीरियड्स से महिलाओं में ऐसे मूड स्विंग्स साफ नजर आते हैं। आज भी कई महिलाएं पीरियड्स से पहले होने वाले मूड स्विंग्स के बारे में नहीं जानतीं।

जब महिलाएं खुद अपने शरीर में होने वाले बदलावों के बारे में नहीं जानतीं तो वो परिवार से क्या उम्मीद कर सकती हैं। परिवार या बच्चे भी समझ नहीं पाते कि आखिर घर की महिला अचानक ऐसा व्यवहार क्यों कर रही है। पीरियड्स से पहले शरीर में होने वाले बदलावों के बारे में हर महिला को जानकारी होनी चाहिए।

नींद की कमी

पीरियड्स से पहले कई महिलाओं की नींद डिस्टर्ब रहती है। नींद की कमी के कारण उनमें थकान, गुस्सा, चिड़चिड़ापन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

ज्यादा भूख लगना

पीरियड्स से पहले भूख ज्यादा लगना एक आम लक्षण है। ज्यादातर महिलाओं को पीरियड्स से पहले भूख ज्यादा लगती है। जो महिलाएं तनाव में रहती हैं उन्हें अन्य महिलाओं के मुकाबले ज्यादा भूख लग सकती है।

एंग्जाइटी से बचने के उपाय

पीरियड्स से पहले होने वाली एंग्जाइटी से बचने के लिए महिलाओं की सबसे पहले अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव लाना चाहिए। रोजमर्रा की कुछ आदतें बदलकर पीरियड्स से पहले होने वाली एंग्जाइटी को आसानी से कम किया जा सकता है। लेकिन ये बदलाव सिर्फ पीरियड्स के दौरान नहीं, बल्कि हर दिन करें, तभी आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे।

योग-मेडिटेशन-एक्सरसाइज

जो महिलाएं एक्टिव रहती हैं उन्हें उनमें पीरियड्स से पहले होने वाली एंग्जाइटी के लक्षण कम पाए जाते हैं। एंग्जाइटी से बचने के लिए रोजाना योग, मेडिटेशन और एक्सरसाइज करें। रोजाना 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी से पीरियड्स से पहले और पीरियड्स के दौरान होने वाली तकलीफों में आराम मिलता है।

वजन को कंट्रोल में रखें

जिन महिलाओं का वजन ज्यादा होता है उन्हें पीरियड्स से पहले और पीरियड्स के दौरान तकलीफ ज्यादा होती है। वजन कंट्रोल में रखकर इन समस्याओं से आसानी से राहत पाई जा सकती है।

डाइट पर ध्यान दें

खानपान की गलत आदतों के कारण, जंक फूड का असर पीरियड्स संबंधी समस्याओं पर भी पड़ता है। हेल्दी फूड से वजन कंट्रोल में रहता है। इसके लिए अपनी डाइट में फल, सलाद, ड्राई फ्रूट्स, हरी सब्जियां शामिल करें।

पीरियड्स से पहले होने वाली एंग्जाइटी से डरें नहीं। अगर आप इसके लक्षणों को पहचानें और उसके अनुरूप अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव लाएं। रोजाना एक्सरसाइज करें। तनाव से बचने के लिए योग और मेडिटेशन करें। हेल्दी डाइट लें। रात में जल्दी सोएं और सुबह जल्दी उठें तो पीरियड्स से पहले होने वाली एंग्जाइटी से आसानी से बच सकती हैं।

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इंटीमेट हेल्थ को लेकर महिलाओं की जागरूकता बढ़ी है। महिलाएं अब अपनी हेल्थ, फिटनेस और हाइजीन का पूरा ध्यान रखने लगी हैं। इसी कड़ी में कई महिलाएं प्राइवेट पार्ट को साफ रखने के लिए वजाइनल वॉश का इस्तेमाल करने लगी हैं। मार्केट में वजाइनल वॉश की अच्छी खासी रेंज उपलब्ध है जिसे महिलाएं इंटीमेट हेल्थ और हाइजीन का खयाल रखने के लिए इस्तेमाल करती हैं।

महिलाओं के प्राइवेट पार्ट की सफाई के लिए मार्केट में तरह तरह के वजाइनल या इंटीमेट वॉश उपलब्ध हैं। क्या ये वाकई वजाइनल एरिया की गहराई से सफाई करते हैं? प्राइवेट पार्ट की सफाई के लिए वजाइनल वॉश कितने कारगर हैं, इसके बारे में बता रही हैं हिंदुजा व वॉकहार्ट हॉस्पिटल, मुंबई की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. सरिता नाइक। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

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महिलाओं में बिकिनी वैक्सिंग क ट्रेंड बढ़ रहा है। इसके लिए कई महिलाएं पार्लर जाकर बिकिनी वैक्सिंग कराने लगी हैं। लेकिन बिकिनी वैक्सिंग की प्रक्रिया असुविधाजनक और दर्दनाक हो सकती है, खासकर संवेदनशील त्वचा वाले लोगों के लिए। बिकिनी वैक्स से होने वाले नुकसान और बचने के उपाय बता रही हैं द एस्थेटिक क्लीनिक की कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. रिंकी कपूर। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

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