नई दिल्ली4 घंटे पहले
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थिएरी डेलापोर्ट पिछले चार साल से विप्रो में थे।
विप्रो के मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) थिएरी डेलापोर्ट ने 6 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया है। थिएरी डेलापोर्ट की जगह कंपनी ने श्रीनिवास पल्लिया को कंपनी का नया CEO और MD बनाया है। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी है।
विप्रो में तीन दशक से ज्यादा समय से हैं श्रीनिवास पल्लिया
थिएरी डेलापोर्ट पिछले चार साल से विप्रो में थे। अब वे वर्कप्लेस के बाहर अपने पेशन को फॉलो करना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने कंपनी से रिजाइन किया है। थिएरी को चार साल पहले विप्रो का नेतृत्व करने के लिए फ्रांस की टेक कंपनी कैपजेमिनी से लाया गया था।
श्रीनिवास पल्लिया विप्रो में तीन दशक से ज्यादा समय से हैं।
वहीं श्रीनिवास पल्लिया विप्रो में तीन दशक से ज्यादा समय से हैं। विप्रो के फाउंडर अजीम प्रेमजी हैं। विप्रो ने कहा कि थिएरी का 31 मई 2024 को कंपनी में आखिरी दिन रहेगा।
तीसरी तिमाही में विप्रो का नेट प्रॉफिट ₹2,700 करोड़ रहा था
IT कंपनी विप्रो ने 12 जनवरी को वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए थे। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में विप्रो का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 12% की गिरावट के साथ ₹2,700.6 करोड़ रहा। पिछले साल की समान तिमाही में प्रॉफिट 3,065 करोड़ रुपए रहा था। कंपनी ने ₹1 प्रति शेयर अंतरिम डिविडेंड का भी ऐलान किया था।
विप्रो के रिजल्ट से जुड़ी 3 बड़ी बातें:
- विप्रो का रेवेन्यू सालाना आधार पर 4.4% कम होकर 22,205 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 23,229 करोड़ रुपए रहा था।
- विप्रो के कर्मचारियों की संख्या भी दिसंबर के अंत में (बिक्री और सहायक कर्मचारियों को छोड़कर) घटकर 2,24,401 हो गई, जो एक तिमाही पहले 2,27,929 थी।
- विप्रो के शेयर शुक्रवार के कारोबार में 17.80 रुपए या 3.97% की बढ़त के साथ 466.00 रुपए पर बंद हुए हैं। एक साल में इसके शेयर 18% से ज्यादा बढ़े हैं।