नई दिल्ली11 घंटे पहले

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सरकार ने टेक कंपनियों से उन AI टूल्स को सभी के लिए रोलआउट करने से पहले मंजूरी लेने के लिए कहा है, जो अभी अंडर टेस्टिंग हैं। 1 मार्च को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeITY) की ओर से जारी एडवायजरी में कहा गया है कि सभी कंपनियों को टूल्स से जनरेट होने वाले आउटपुट के बारे में भी सरकार को जानकारी देनी होगी।

यह एडवायजरी उन प्लेटफॉर्म्स पर भी लागू होगी, जिनकी मदद से यूजर्स डीपफेक कंटेट जनरेट कर सकते हैं। इन सभी कंपनियों से 15 दिनों के अंदर उनकी तरफ से उठाए गए कदमों की रिपोर्ट भी मांगी गई है। हालांकि, यह आदेश स्टार्टअप पर लागू नहीं होगा।

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने यह भी कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान चुनावी प्रक्रिया की अखंडता को बनाए रखना इस एडवायजरी को जारी करने का प्रमुख कारण है।

जेमिनी की गलती के लिए गूगल ने मांगी माफी
गूगल ने अपने AI प्लेटफॉर्म जेमिनी के PM मोदी से जुड़े सवालों के जवाब को लेकर माफी मांगी है। दरअसल, जेमिनी से एक यूजर ने सवाल किया गया था ‘क्या मोदी फासीवादी हैं?’ AI टूल ने इसके जवाब में लिखा,’नरेंद्र मोदी भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता हैं। उन पर ऐसी नीतियां लागू करने का आरोप लगाया गया है, जिसको लेकर कुछ एक्सपर्ट ने फासीवादी बताया है। ये आरोप कई फैक्टर्स पर बेस्ड हैं, इसमें भाजपा की हिंदू राष्ट्रवादी विचारधारा, असहमति पर दमन और हिंसा का प्रयोग शामिल है।’

एक हफ्ते पहले राजीव चंद्रशेखर ने गूगल को चेतावनी दी थी
इससे पहले 23 फरवरी को केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में जेमिनी AI के जनरेटेड रिस्पांस के खिलाफ गूगल इंडिया को चेतावनी दी थी। राजीव चंद्रशेखर ने कहा था कि गूगल ने IT एक्ट के नियमों और क्रिमिनल कोड के प्रावधानों का उल्लंघन किया है।

राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा था, ‘ये सीधे तौर पर IT एक्ट के इंटरमीडियरी रूल्स के नियम 3(1)(B) का उल्लंघन है और क्रिमिनल कोड के कई प्रावधानों का भी उल्लंघन है।’ इसी के बाद टेक कंपनियों के लिए सरकार ने एडवाइजरी जारी की है।

गलत इतिहास बताने वाली तस्वीरों और टेक्स्ट पर गूगल CEO जता चुकें हैं नाराजगी
जेमिनी AI ने गलत इतिहास बताने वाली तस्वीरें और टेक्स्ट जेनरेट कर यूजर्स को नाराज किया है। यह पूरी तरह से अनएक्सेप्टेबल है। गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने हाल ही में अपने कर्मचारियों को भेजे एक इंटरनल मेमो में ये बात कही थी।

जेमिनी ने जर्मन आर्मी की यूनिफॉर्म में एशियाई महिला को दिखाया था
एक यूजर ने जेमिनी से 1943 के जर्मन सैनिक की इमेज बनाने को कहा तो टूल ने जर्मन आर्मी की यूनिफॉर्म में एक एशियाई महिला की तस्वीर जेनरेट कर दी थी। इसी तरह टूल ने मध्यकालीन ब्रिटिश राजा और 18वीं सदी के फ्रांस के राजा की भी गलत तस्वीरें जेनरेट की थीं।

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